JEE-NEET में ऐसे होगी परीक्षा केंद्र में तलाशी, ना कोई छुएगा, ना कोई आपका सामान पकड़ेगा…. बैठने से लेकर, एग्जाम सेंटर की व्यवस्था की पूरी जानकारी यहां… परीक्षा देने वाले इस खबर को जरूर पढ़ें
रायपुर 26 अगस्त 2020। जेईई-नीट की परीक्षा को लेकर पूरे देश में बहस छिड़ी है, कांग्रेस और विपक्ष पार्टियां लगातार परीक्षा के रद्द होने की मांग कर रही है। इसी बीच एनटीए ने परीक्षा को लेकर अपनी तैयारी भी जारी रखी है। 1 से 6 सितंबर तक जेईई मेंस की परीक्षा होगी। इस बार परीक्षा कई मायनों में अलग होने वाली है। यहां सीटिंग एरेंजमेंट से लेकर परीक्षा केंद्र में जांच तक की अलग व्यवस्था की जायेगी।
इस बार हाइटेक ढंग से टच फ्री चेकिंग की जाएगी. यही नहीं सेंटर पर ही आरोग्य सेतु ऐप के जरिये स्टेटस वेरिफिकेशन किया जाएगा. परीक्षा केंद्रों में इस तरह से तलाशी होगी जिसमें बिना छुए भी ये पता लगाया जा सके कि उम्मीदवार ने किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट या कागज का टुकड़ा अपने पास न रखा हो. वो परीक्षा केंद्र पर वही चीजें ले जा सकता है, जिसकी इजाजत एडमिट कार्ड और एनटीए की ओर से मान्य है.
इसके बाद परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले सैनिटाइजेशन और दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा. इसीलिए परीक्षा केंद्रों में पहुंचने के लिए उम्मीदवारों को 20-20 मिनट के स्लॉट दिए गए हैं. यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत सख्ती से होगा. इसके अलावा उम्मीदवारों की फीवर और अन्य लक्षणों की जांच भी यहां होगी.
बता दें कि एनटीए ने परीक्षा केंद्रों पर मास्क और सैनिटाइज़र की व्यवस्था की है. हर एक परीक्षा के बाद दूसरी पाली की परीक्षा के लिए हर कंप्यूटर को सैनिटाइज़ किया जाएगा. इसके अलावा अभिभावकों से अनुरोध किया गया है कि वे परीक्षा केंद्र में आकर भीड़ न लगाएं. इसके लिए यहां तैनात किए जा रहे सभी कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है.
बता दें कि पहली पारी सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे के बजाय सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2 बजे के बजाय दोपहर 3 बजे शुरू होगी. एनटीए का कहना है कि इससे दूसरी पाली के लिए कंप्यूटर लैब को साफ करने का समय मिल जाएगा. भीड़ से बचने के लिए उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्रों पर रिपोर्टिंग के लिए समय स्लॉट दिए गए हैं. इसके मुताबिक 20 मिनट के स्लॉट में अधिकतम 40 छात्र रिपोर्ट कर सकते हैं
इस साल लगभग 8.58 लाख छात्रों ने जेईई (मेन) के लिए पंजीकरण किया है. इस परीक्षा में निगरानी के लिए 1.14 लाख पर्यवेक्षकों को लगाया जा रहा है. बता दें कि कोरोना के प्रकोप से पहले, एनटीए ने जेईई (मेन) के लिए 570 परीक्षा केंद्र बनाए थे. इसे अब बढ़ा दिया गया है. ये व्यवस्था इसलिए की गई है ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सही तरीके से हो सके.
परीक्षा केंद्र में हर उम्मीदवार को सेल्फ डिक्लरेशन फॉर्म भरना होगा. यदि किसी स्टूडेंट को संक्रमण का संशय होगा मसलन उसमें ऐसे कोविड 19 के लक्षण जैसे जुकाम बुखार आदि है तो उसे अलग से बने आइसोलेशन रूम में बैठाया जाएगा. उसकी परीक्षा उसी रूम में होगी. इसीलिए हर परीक्षा केंद्र पर आइसोलेशन रूम बनाए गए हैं ताकि एग्जाम में कोई स्वस्थ छात्र दूसरे से संक्रमण का शिकार न हो.