छत्तीसगढ़ में कोरोना पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा आरोप…. “कोवैक्सीन” के उपयोग से इनकार कर लोगों की जान से कर रहे हैं खिलवाड़……RTPCR के बजाय रैपिड-एंटीजन कराने पर भी उठाये सवाल….नेताओं की बयान पर कसा तंज
रायपुर 8 अप्रैल 2021। छत्तीसगढ़ ने कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन “कोवैक्सीन” के उपयोग से इनकार कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग के इस फैसले पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने तीखा ऐतराज जताया है। कोवैक्सीन नहीं लगवाने के फैसले पर नाराजगी जताते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि इस फैसले से लोगों की जान को संकट में डाल जा रहा है, वहीं दुनिया में भी इसका एक गलत संदेश जा रहा है। आपको बता दें कि ट्रायल पूरा नहीं होने का हवाला देते हुए स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव स्वदेशी वैक्सीन “कोवैक्सीन” के छत्तीसगढ़ में इस्तेमाल से इनकार कर दिया था। हर्षवर्धन से इस मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री से पत्राचार भी हुआ था। उस दौरान भी हर्षवर्धन ने कोवैक्सीन को पूरी तरह से सुरक्षित बताया था। ट्वाट में हर्षवर्धन ने लिखा है….
छत्तीसगढ़ सरकार ने DCGI द्वारा आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण दिए जाने के बावजूद #Covaxin का उपयोग करने से इनकार कर दिया।
राज्य सरकार अपने कार्यों से लोगों की जान संकट में ही नहीं डाल रही बल्कि दुनिया में गलत संदेश भी दे रही है।@PMOIndia @bhupeshbaghel @TS_SinghDeo pic.twitter.com/jAj14GOhnp
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 7, 2021
वहीं छत्तीसगढ़ में कोरोना को लेकर चल रहे रैपिड एंटीजन टेस्ट को लेकर भी स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सवाल खड़े किये हैं। हर्षवर्धन ने कहा है कि प्रदेश में अभी बी रैपिड एंटीजन टेस्ट ही कराया जा रहा है, जो सही नहीं है। आपको बता दें प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या सिर्फ 7 दिन में 4500 से 10310 पहुंच गया है। 31 मार्च को छत्तीसगढ़ में 4563 मरीज मिले थे, जबकि 7 अप्रैल को आंकड़ा 10 हजार मरीज को पार कर गया है। मौत का आंकड़ा भी पिछले दो दिनों से 50 से पार हैं। मौत के बढ़े मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने प्रदेश में चल रही कोरोना की टेस्टिंग पर सवाल खड़े किये हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि 2-3 हफ्तों से असामयिक रूप से मौत की संख्या बढ़ी है, ऐसे में राज्य सरकार की जांच केवल रेपिड-एंटीजन टेस्ट पर टिकी है जो सही एकदम नहीं है।
छत्तीसगढ़ में पिछले 2-3 हफ्तों में असामयिक रूप से मौतों की संख्या अधिक है ।
ऐसे में राज्य सरकार की जांच केवल रेपिड एंटीजन टेस्ट पर टिकी है, जो कि सही कदम नहीं है।@PMOIndia @bhupeshbaghel @TS_SinghDeo pic.twitter.com/ReUkG4elZU
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 7, 2021
कोरोना को लेकर चल रही बयानबाजी को लेकर भी हर्षवर्धन ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि बयानबाजी के बजाय स्वास्थ्य की अधारभूत ढांचे को मजबूत करना चाहिये। उन्होंने आरोप लगाया है कि छ्ततीसगढ़ के कुछ नेता कोरोना वैक्सीनेशन पर गलत सूचना देकर भय फैला रहे हैं।
देश में बढ़ते कोरोना के मामले के बीच छत्तीसगढ़ के कुछ नेता जिस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, उसका उद्देश्य टीकाकरण पर गलत सूचना दे कर भय फ़ैलाना है।
बेहतर होगा कि राज्य सरकार राजनीति पर ध्यान देने की बजाय अपनी आधारभूत स्वास्थ्य संरचना पर ध्यान दें।@PMOIndia pic.twitter.com/ginft049VS
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 7, 2021