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छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली से झुलसी युवती को गले तक गोबर में गड़ा दिया, अस्पताल ले जाने तीन घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई

छत्तीसगढ़ में आकाशीय बिजली से झुलसी युवती को गले तक गोबर में गड़ा दिया, अस्पताल ले जाने तीन घंटे तक एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई
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By NPG News

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जशपुर ,24 अप्रैल 2020। छत्तीसगढ़ में अंधविश्वासों की क्या स्थिति है, यह इस घटना से स्पष्ट हो जाती है। जशपुर में आज आकाशीय बिजली की चपेट में आकर बुरी तरह झुलसी युवती के लिए एंबुलेंस का इंतजाम नहीं हो पाया तो गांव वालों ने उसे गले तक गोबर में डूबो दिया। जबकि, गोबर से जख्मों में इंफेक्शन हो जाता है। उसके बाद भी, इस अंधविश्वास के चलते कि गोबर से आकाशीय बिजली के जख्म ठीक हो जाते हैं, युवती के चीखने-चिल्लाने के बाद भी उसे गोबर में दबा दिया गया।
ग्रामीणों ने यह अंधविश्वास वाले नुख्सा तब अपनाया, जब बार-बार में फोन लगाने के बाद भी युवती को अस्पताल पहुंचाने एंबुलेंस नहीं पहुंच पाया। बताते हैं, तीन घंटे तक गोबर में दबी युवती दर्द से कराहती रही।
यह घटना आज राजधानी रायपुर से करीब 500 किलोमीटर दूर जशपुर जिले के कोल्हेनझरिया गांव की है। जशपुर में आज सुबह से मौसम खराब था। दोपहर में बारिश के साथ जमकर ओले भी गिरे। इस दरम्यान घर में बैठी युवती जयशीला गाज की चपेट में आ गई। ग्रामीणों ने युवती को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस को फोन लगाया। जब एंबुलेंस नहीं पहुंचा तो ग्रामीणों ने गाज की चपेट में आई युवती को गोबर में ढाँप दिया।
पता चला है, बारिश के कारण जयशीला घर पर मौजुद थी, दोपहर क़रीब बारह बजे आकाशीय बिजली गिरी, उससे वह बेहोश हो गई। ग्रामीणों ने युवती को गोबर में ढांप दिया। इस आदिवासी इलाक़े में यह अंधविश्वास है कि, गोबर में ढांपने से गाज के घायल ठीक हो जाते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि एंबुलेंस तीन घंटों तक नहीं पहुँची।
बताते हैं, तीन घंटे बाद एंबुलेंस पहुंची लेकिन, युवती के घर तक पहुंच मार्ग नहीं है। इसलिए, एक किलोमीटर दूर ही एंबुलेंस रुक गई। उसे एंबुलेंस तक पहुंचाने के लिए चारपाई की तैयारी की जा रही थी, तभी कोल्हेनझरिया उप स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ विनोद साव पहुँच कर कार से युवती को एंबुलेंस तक ले गए। अस्पताल में युवती का उपचार जारी है।

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