नईदिल्ली 29 जून 2020. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) चाहता है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का समय बढ़ाए क्योंकि उसे कोविड-19 महामारी के कारण हाल में रद्द हुए आठ टेस्ट मैचों में अपनी टीम के खेलने की संभावना नजर नहीं आती।
इस महामारी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कार्यक्रम पर गहरा असर पड़ा है और बांग्लादेश आठ टेस्ट मैच नहीं खेल पाया जो पिछले साल अगस्त में शुरू हुई आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा थे। इन आठ टेस्ट मैचों में अप्रैल में पाकिस्तान के खिलाफ उसकी सरजमीं पर होने वाला एक टेस्ट, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जून में दो मैचों की श्रृंखला, न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट की श्रृंखला और श्रीलंका के खिलाफ तीन टेस्ट की श्रृंखला शामिल थी।
बीसीबी के क्रिकेट संचालन अध्यक्ष अकरम खान ने ‘क्रिकबज’ से कहा, ‘जब तक मौजूदा आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के समय को बढ़ाया नहीं जाता तब तक निर्धारित समय में आठ टेस्ट मैच खेल पाने का कोई तरीका नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘हम देखना चाहते हैं कि आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप के साथ क्या करता है क्योंकि जब तक इसमें बदलाव नहीं होता तब तक रद्द हो चुके आठ टेस्ट मैचों को खेलने की संभावना नहीं के बराबर है।’
डब्ल्यूटीसी में 12 टेस्ट खेलने वाले देशों में से नौ दो साल के दौरान आपस में भिड़ते हैं। सभी देशों को छह टेस्ट श्रृंखलाएं खेलनी हैं जिसमें तीन स्वदेश में और तीन विदेश में खेलनी होंगी। हालांकि सभी टीमें समान संख्या टेस्ट नहीं खेलेंगी। प्रत्येक टीम प्रत्येक श्रृंखला से अधिकतम 120 अंक जुटा सकती है और लीग चरण खत्म होने के बाद अधिकतम अंक हासिल करने वाली दो टीमें अगले साल जून में फाइनल में हिस्सा लेंगी।
जुलाई 2019 और 31 मार्च 2021 के बीच 72 टेस्ट खेले जाने की संभावना है। बीसीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निजामुद्दीन चौधरी ने भी कहा कि अगर आईसीसी टेस्ट फाइनल अगले साल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होता है तो रद्द टेस्ट खेलने की संभावना बेहद कम है। निजामुद्दीन ने कहा, ‘अगर टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अगले साल जून में होता है तो इन मैचों (आठ टेस्ट) का भविष्य अच्छा नहीं है। इसका मतलब है कि इन टेस्ट मैचों के आयोजन की संभावना नहीं है क्योंकि अगले साल तक इन टेस्ट मैचों को खेलने के लिए समय नहीं है।’