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IAS ट्रांसफर-पोस्टिंग : IAS की पोस्टिंग के एवज में 1.25 करोड़ की डील का खुलासा, 15 लाख एडवांस भी लिये…. पत्रकार सहित 3 गिरफ्तार… इधर IAS के खिलाफ भी रिपोर्ट सरकार को भेजी गयी

IAS ट्रांसफर-पोस्टिंग : IAS की पोस्टिंग के एवज में 1.25 करोड़ की डील का खुलासा, 15 लाख एडवांस भी लिये…. पत्रकार सहित 3 गिरफ्तार… इधर IAS के खिलाफ भी रिपोर्ट सरकार को भेजी गयी
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By NPG News

कानपुर 25 मई 2020। मलाईदार पोस्टिंग के लिए दलालों से जुगाड़ लगाने वाले IAS अफसर की मुश्किलें बढ़ गयी है। IAS की पोस्टिंग में करोड़ों के लेनदेन मामले में STF ने गाजियाबाद के पत्रकार पीयुष अग्रवाल समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मामला उत्तर प्रदेश का है, जहां कानपुर विकास प्राधिकरण में चेयरमैन बनने के लिए एक IAS के साथ 1.25 करोड़ की डील का खुलासा हुआ था। इस मामले में एक AUDIO क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें ना सिर्फ पैसे के लेनदेन की बात थी, बल्कि एडवांस को लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ था। डील में शामिल तीन लोगों की गिरफ्तारी के साथ-साथ अब संबंधित IAS पर भी शिकंजा कसता दिख रहा है। STF ने IAS की संलिप्तता की रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी है। सूत्रों के मुताबिक जिस आईएएस अफसर की कानपुर केडीए के उपाध्यक्ष के पद पर तैनाती के लिए सवा करोड़ में डील हुई थी, वह वर्तमान में आबकारी विभाग में तैनात है। आईएएस अफसर पीसीएस से प्रमोट हुआ है।

यूपी STF के आईजी अमिताभ यश ने बताया कि बीते दिनों एक ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, जिसमें एक आईएएस अधिकारी को कानपुर विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाने की बात चल रही थी और इस बाबत 1.25 करोड़ रुपए में डील और 15 लाख रुपए एडवांस लिए जाने का भी जिक्र था। एसटीएफ ने इस मामले में गाजियाबाद के रहने वाले गौरीकांत दीक्षित और लखनऊ के कमलेश सिंह को लखनऊ से गिरफ्तार किया है. आईएएस की पोस्टिंग के लिए पीयूष को अडवांस देने वाले कमलेश कुमार सिंह से पूछताछ में कई अहम जानकारियां हाथ लगी हैं। आरोपियों के बीच फोन पर हुई बातचीत, वॉटसऐप मेसेज व अन्य कम्युनिकेशन की पड़ताल से भी एसटीएफ के हाथ कई अहम साक्ष्य लगे हैं।

आईएएस की तैनाती के लिए 15 लाख रुपये देने वाला कमलेश गौरीकांत के जरिए ही पीयूष अग्रवाल से मिला था। गौरीकांत और पीयूष गाजियाबाद में एक ही सोसायटी में रहते हैं। पीयूष अग्रवाल ने पोस्टिंग के लिए एक करोड़ रुपये लगने की बात कही थी। 25 लाख रुपये ऊपर से मांगे गए थे। गौरीकांत ने ही लखनऊ में कमलेश और पीयूष की मुलाकात करवाई थी। दो मार्च को कमलेश ने गौरीकांत के कहने पर होटल सिल्वर सेवन में पीयूष अग्रवाल को अडवांस के 15 लाख रुपये दिए थे।2 मार्च को इस काम के लिए एडवांस के तौर पर कमलेश ने पीयूष अग्रवाल को 15 लाख रुपए दिए थे. जिसमें से पीयूष ने 2 लाख रुपये कमलेश को नगद दिए ,2 लाख अकाउंट में ट्रांसफर किए बाकी 11 लाख रुपये लेकर वह गाजियाबाद चला गया था. लेकिन उसके बाद ही लॉकडाउन हो गया और पीयूष अपने संपर्कों का इस्तेमाल करके पोस्टिंग नहीं करा पाया. इधर कमलेश ने पोस्टिंग ना होने पर गौरीकांत और पीयूष तगादा शुरू कर दिया.जिसके बाद ही पूरा खेल बिगड़ गया।

इस बीच गौरीकांत को दिल्ली पुलिस ने धोखाधड़ी के दूसरे मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पीयूष ने ही गौरीकांत की जमानत करवाई। लेकिन जब आईएएस अफसर का ट्रांसफर नहीं हो पाया तो गौरीकांत और पीयूष के बीच खटपट हो गई। गौरीकांत के ही कहने पर कमलेश कुमार सिंह ने पीयूष के साथ बातचीत रेकॉर्ड कर मीडिया में वायरल कर दिया।

2 मार्च को इस काम के लिए एडवांस के तौर पर कमलेश ने पीयूष अग्रवाल को 15 लाख रुपए दिए थे. जिसमें से पीयूष ने 2 लाख रुपये कमलेश को नगद दिए ,2 लाख मेरे अकाउंट में ट्रांसफर किए बाकी 11 लाख रुपये लेकर वह गाजियाबाद चला गया था. लेकिन उसके बाद ही लॉकडाउन हो गया और पीयूष अपने संपर्कों का इस्तेमाल करके पोस्टिंग नहीं करा पाया. इधर कमलेश ने पोस्टिंग ना होने पर गौरीकांत और पीयूष तगादा शुरू कर दिया. गौरीकांत के कहने पर कमलेश ने पीयूष को फोन किया और दोनों के बीच हुई पूरी बातचीत को रिकॉर्ड कर लिया जिसमें ट्रांसफर- पोस्टिंग और पैसों के लेनदेन का ज़िक्र था.

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