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IAS सुभाष गर्ग ने इस्तीफे मामले पर किया खुलासा : मंत्री की वजह से लेना पड़ा ये फैसला … लिखा- वो मेरे लिए पूर्वाग्रह से ग्रसित थी, काम कर पाना संभव नहीं था

IAS सुभाष गर्ग ने इस्तीफे मामले पर किया खुलासा : मंत्री की वजह से लेना पड़ा ये फैसला … लिखा- वो मेरे लिए पूर्वाग्रह से ग्रसित थी, काम कर पाना संभव नहीं था
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By NPG News

ऩयी दिल्ली 1 नवंबर 2020। केंद्रीय मंत्री की वजह से वित्त सचिव को इस्तीफा देना पड़ा था। पूर्व केंद्रीय वित्त सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने वित्‍त मंत्रालय से अचानक इस्‍तीफे पर ये बड़ा खुलासा किया है। उन्‍होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ अच्छे संबंध नहीं थे, और यही वजह है कि उन्‍होंने कार्यकाल पूरा होने से पहले पद से इस्तीफा दिया और स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति यानी वीआरएस ली थी. आपको यहां बता दें कि सुभाष चंद्र गर्ग को जुलाई 2019 में वित्त मंत्रालय से बिजली मंत्रालय में स्थानातंरित किया गया था, जिसके बाद उन्होंने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिए आवेदन किया था और उन्हें 31 अक्टूबर 2019 को कार्यमुक्त कर दिया गया.

सुभाष चंद्र गर्ग ने एक ब्लॉग में लिखा, ‘‘निर्मला सीतारमण ने वित्त मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के एक महीने के भीतर ही जून 2019 में वित्त मंत्रालय से मेरे स्थानांतरण पर जोर देना शुरू कर दिया. ’’ उन्होंने आगे बताया कि नई वित्त मंत्री के साथ मेरे अच्छे और परिणामदायक संबंध नहीं थे और मैं वित्त मंत्रालय के बाहर कहीं काम करना नहीं चाहता था. यही वजह है कि समय से पहले ही मैंने इस्‍तीफा दे दिया. 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद निर्मला सीतारमण वित्त मंत्री बनी थीं.

इससे पहले वित्त मंत्री रहे अरुण जेटली के साथ सुभाष चंद्र गर्ग के अच्छे संबंध थे, और गर्ग ने अपने ब्लॉग में उनकी तारीफ भी की है. हालांकि, नई वित्त मंत्री के साथ उनका वैसा तालमेल कायम नहीं रह सका. गर्ग ने ब्लॉग में लिखा, ‘‘यह बहुत पहले ही साफ हो गया कि उसके साथ काम करना काफी मुश्किल होने वाला था… वह मेरे प्रति पूर्वाग्रह से ग्रस्त थीं.वह मेरे साथ काम करने में सहज नहीं थीं.’’

कौन हैं आईएएस सुभाष चंद्र गर्ग

राजस्थान कैडर के 1983 बैच से भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी सुभाष चंद्र गर्ग ने वित्त मंत्रालय से तबादले के एक दिन बाद ही 25 जुलाई 2019 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) के लिये आवेदन कर दिया था। वित्त मंत्रालय में सबसे वरिष्ठ नौकरशाह सुभाषचंद्र गर्ग आर्थिक मामलों के विभाग के प्रभारी रहे और उन्हें वित्त सचिव भी नामित किया गया था। उन्हें बिजली सचिव बना दिया गया। गर्ग की जगह निवेश और लोक परिसंपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव अतनु चक्रवर्ती को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दे दी गयी थी।

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