2018 बैच के IAS हैं ‘सिर फोड़ देना’ आर्डर देने वाले SDM……बिहार के रहने वाले इस अफसर को UPSC में थी 7वीं रैंक……पिता IFS, दादा IAS और चाचा IPS रह चुके हैं…..गर्वनर ने कहा- ये अफसर नौकरी में रहने के लायक नहीं… डिप्टी सीएम बोले- अफसर पर लेंगे अफसर

करनाल 29 अगस्त 2021। हरियाणा के करनाल जिले में 28 अगस्त यानी शनिवार को पुलिस ने कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों पर जमकर लाठीचार्ज किया. पुलिस कार्रवाई का का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें करनाल SDM आयुष सिन्हा (IAS ayush sinha) ने विरोध कर रहे किसानों का सिर फोड़ने का फरमान सुना दिया. तो वहीं इस लाठीचार्ज पर विपक्ष ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए खट्टर सरकार को घेरा. जानिए कौन हैं आयुष सिन्हा जिन्होंने किसानों को सिर फोड़ देने का फरमान दिया.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में एसडीएम आयुष, पुलिसकर्मियों से कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि किसानों के खिलाफ ताकत से कार्रवाई की जाए. इसके लिए उन्होंने लिखित आदेश भी देने के लिए कहा है. एसडीएम, पुलिसकर्मियों के सामने खड़े होकर उन्हें निर्देश दे रहे हैं कि कोई भी किसान बैरिकेड पार न कर पाए. वीडियो में आयुष करते हैं कि ये बहुत सिंपल और स्पष्ट है. कोई कहीं से हो, उसके आगे नहीं जाएगा. अगर जाता है तो लाठी से उसका सिर फोड़ देना. कोई निर्देश या डायरेक्शन की जरूरत नहीं है, उठा-उठा कर मारना. हम किसी भी तरह से सिक्योरिटी ब्रीच नहीं होने देंगे. हमारे पास पर्याप्त फोर्स है.
वीडियो में एसडीएम आगे कहते हैं कि कोई इश्यू नहीं है और पुलिसकर्मियों से पूछते हैं मारोगे ना लठ? इसपर पुलिसकर्मी जवाब देने हैं यस सर. आप लोग हेल्मेट पहन लो. हम पूरी रात नहीं सोए हैं, दो दिनों से ड्यूटी कर रहे हैं, सब क्लीयर है ना? यहां से कोई बंदा आगे नहीं जाना चाहिए और अगर जाता है तो फिर उसका सिर फूटा हुआ दिखाई देना चाहिए. इस वीडियो को कई नेताओं ने शेयर किया है.
2018 बैच के IAS हैं आय़ुष सिन्हा
SDM आयुष सिन्हा 2018 बैच के IAS अफसर हैं। आयुष ने 2017 के UPSC-2017 परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल की थी. उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में ये कमाल कर दिखाया था. वो पहली बार था जब आयुष सिन्हा सुर्खियों में आए थे और हर तरफ उनकी चर्चा थी. इससे पहले आयुष ने BITS गोवा से केमिकल इंजीनियरिंग भी कर रखी है. उनके पास बायोलॉजिकल साइंस में एक मास्टर डिग्री भी है.आईएएस अफसर सिन्हा का परिवार हिमाचल प्रदेश में रहता है।आयुष सिन्हा का परिवार हिमाचल प्रदेश के कनलोग में रहता है। इनका जन्म शिमला में हुआ है और स्कूलिंग भी शिमला से ही हुई है। आयुष केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हैं। वह बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस, गोवा से ग्रेजुएट हुए हैं। इसके अलावा बायोलॉजिकल साइंस में वह मास्टर भी हैं।
लेकिन आयुष का हमेशा से ही एक IAS बनने का सपना था. ऐसे में केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने अपनी राह बदल ली और UPSC परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए. उन्होंने अपने दूसरे प्रयास मे 100वीं रैंक हासिल कर ली थी और उन्हें IRS के लिए सलेक्ट भी कर लिया गया था. लेकिन आयुष इतने से संतुष्ट नहीं थे. उन्हें तो खुद को बतौर सिर्फ IAS ही देखना था. ऐसे में उन्होंने कुछ समय के लिए नागपुर में IRS वाली ट्रेनिंग जरूर की, लेकिन बाद में एक ब्रेक लेकर फिर UPSC की तैयारी में जुट लिए.
UPSC-2017 परीक्षा में 7वीं रैंक हासिल कर ली और वे एक IAS अफसर बन लिए. वैसे आयुष सिन्हा का पूरा परिवार भी काफी पढ़ा-लिखा और सभी बड़े पद पर आसीन रहे हैं. आयुष के पिता पीके सिन्हा वन अधिकारी रह चुके हैं, वहीं उनकी मां St Bede’s College में बतौर प्रोफेसर काम कर चुकी हैं. आयुष के एक अंकल भी हैं अतुल वर्मा जो हिमाचल में ADG स्तर के अधिकारी हैं, इन दिनों वह डेपुटेशन पर दिल्ली है। इनके दादा एसके सिन्हा बिहार कैडर के आईएएस अफसर रहे हैं, वहीं पिता प्रदीप सिन्हा एडिशनल प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर के पद से 5 साल पहले रिटायर हुए थे, उनकी करीब दो साल पहले मृत्यु हो गई थी।आयुष सिन्हा के पिता प्रदीप कुमार सिन्हा बिहार के पटना के रहने वाले थे, जबकि माता अलका वर्मा झारखंड के धनबाद की हैं।
सोशल मीडिया पर एक पुरानी पोस्ट भी खूब वायरल हो रही है जिसमें आयुष सिन्हा ने किसी को इंटरव्यू देते समय कहा था कि वे हमेशा से ही एक IAS ऑफिसर बनना चाहते थे. जब 15 साल पहले वे अपने पिता के साथ एक गांव गए थे, तब उन्होंने पाया कि उनके पिता की वजह से कई लोगों की जिंदगी वहां हमेशा के लिए बदल गई. उस समय आयुष के पिता वन अधिकारी थे. उसी पल से आयुष ने भी ऑफिसर बनने की ठान ली थी और समाज में सुधार लाने का प्रण लिया था. अब उसी पोस्ट को आधार बनाकर कई लोग आयुष पर अब वार कर रहे हैं. हर कोई उन्हें उनका ‘सिर फोड़ देना’ वाला बयान याद दिला रहा है.
I hope this video is edited and the DM did not say this… Otherwise, this is unacceptable in democratic India to do to our own citizens. pic.twitter.com/rWRFSD2FRH
— Varun Gandhi (@varungandhi80) August 28, 2021
मेघालय के गर्वनर ने की IAS को बर्खास्त करने की मांग
मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने फिर से बीजेपी सरकार की आलोचना की है और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसानों से माफ़ी मांगने को कहा है. गवर्नर ने कहा कि किसानों पर लाठी चार्ज का आदेश देनेवाले एसडीएम को फौरन बर्खास्त किया जाय. पश्चिमी यूपी से ताल्लुक रखने वाले सत्यपाल मलिक इससे पहले भी किसानों के समर्थन में आवाज उठाते रहे हैं. सत्यपाल मलिक ने कहा कि आरोपी एसडीएम नौकरी में रहने के लायक नहीं है, जबकि खट्टर सरकार उसे संरक्षण दे रही है. उन्होंने इस बात पर भी दुख जताया कि 600 किसानों की मौत हुई लेकिन सरकार की तरफ से किसी ने सांत्वना के एक शब्द भी नहीं बोले. उन्होंने कहा, “मैं एक किसान का बेटा हूं. उनका मर्म जानता हूं.”
उप मुख्यमंत्री ने कहा SDM के खिलाफ होगी कार्रवाई
पुलिस से किसानों का ‘सिर फोड़ने’ को कहने वाले हरियाणा के अफसर पर कार्रवाई होगी. राज्य के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज कहा कि अधिकारी को उनके ट्रेनिंग के वक्त संवेदनशीलता का पाठ पढ़ाया गया था.उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने आज कहा कि हरियाणा के एक सिविल अधिकारी को कल एक विरोध प्रदर्शन में पुलिसकर्मियों को किसानों के “सिर फोड़ने” के लिए कहते हुए देखा गया था, जिसे कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.चौटाला ने कहा, “2018 बैच के आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारी का वीडियो वायरल हो गया है. अधिकारी ने बाद में शायद स्पष्टीकरण दिया कि वह दो रातों से सोए नहीं थे … लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि किसान 365 दिनों से सोए नहीं हैं. कार्रवाई होगी, उनके प्रशिक्षण के दिनों में अधिकारियों को संवेदनशील रहने के लिए प्रशिक्षित किया गया था.”