शहीद जवानों का अपमान?… लेखिका ने नक्सली हमले के शहीदों को बताया ‘वेतनभोगी पेशेवर’, हुई गिरफ्तार
नईदिल्ली 7 अप्रैल 2021। असम की लेखिका शिखा शर्मा को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये मामला मंगलवार का है और गुवाहाटी से लेखिका को गिरफ्तार किया गया है। लेखिका ने छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले में शहीद हुए 22 जवानों को लेकर एक फेसबुक पोस्ट लिखी थी, जिसके आधार पर उनके खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है।
लेखिका शिखा शर्मा के पोस्ट को सोशल मीडिया पर यूजर्स ने जमकर आलोचना की थी। अपनी पोस्ट में शर्मा ने हमले में शहीद हुए जवानों को ‘वेतनभोगी पेशेवर’ बताया था। साथ ही शहीद शब्द का इस्तेमाल नहीं करने की बात कही थी। द इंडियन एक्स्प्रेस के अनुसार, उन्होंने लिखा ‘ड्यूटी के दौरान मारे गए वेतनभोगी पेशेवरों को शहीद नहीं कहा जा सकता। इस तर्क से जाएं, तो बिजली विभाग के कर्मियों को भी शहीद कहा जाना चाहिए।
सोमवार को गौहाटी हाईकोर्ट के दो वकीलों उमी डेका बरुआ और कंगकना गोस्वामी ने दिसपुर पुलिस स्टेशन में मामले के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ताओं ने शिखा के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने की मांग करते हुए लिखा कि यह हमारे सैनिकों के बलिदान का अपमान है। उन्होंने कहा कि यह पोस्ट राष्ट्र की सेवा की भावना और पवित्रता पर मौखिक हमला है। दिसपुर पुलिस स्टेशन के प्रफुल्ल कुमार दास ने कहा कि मामला दर्ज कर लिया गया है और FIR के आधार पर गिरफ्तारी की गई है।