कवर्धा पैलेस में बंधक ? : वीडियो शूटिंग को लेकर विवाद.. पैलेस के उपरी हिस्से की शूटिंग को लेकर हुआ विवाद.. गतिरोध के बाद शूटिंग टीम लौटी

रायपुर,3 सितंबर 2021। कवर्धा पैलेस फिर विवादों में आ गया है, हालाँकि जितनी तेज़ी से विवाद ने प्रचार की राह पकड़ी उससे भी तेज गति से उसका समापन हो गया। विवाद बग़ैर अनुमति पैलेस के आंतरिक और उपरी हिस्सों की रिकॉर्डिंग को लेकर उपजा था।शूटिंग टीम से इसके एवज़ में बीस हज़ार माँगे गए जिसके बाद चले मान मनौव्वल के दौर के नतीजे में दस हज़ार के भुगतान को करने के बाद टीम वापस लौट गई।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार प्रीति गाईन नामक युवती टीम के साथ टूरिज़्म का एक प्रोग्राम रिकॉर्ड करने कवर्धा पैलेस पहुँची थी। प्रीति के मुताबिक़ इसके लिए टूरिज़्म विभाग ने निर्देशित किया था। जब शूट शुरु हुआ तो कोई रोक टोक नहीं हुई लेकिन कुछ ही देर बाद आपत्ति की गई और शूटिंग रुकवा दी गई। प्रीति ने बताया है कि पैलेस की ओर से इस शूटिंग को ग़लत बताते हुए बीस हज़ार रुपए माँगे गए, और ना देने पर पैलेस से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई।
पैलेस के भीतर कथित तौर पर बंधक बनाए जाने की सूचना पर कवर्धा पुलिस मौक़े पर पहुँची और महिलाओं को सर्किट हाउस भेजा गया। जबकि शूटिंग टीम के सदस्यों ने पैलेस में बात की। कुछ देर की चर्चा के बाद टीम की ओर से दस हज़ार का भुगतान किया गया और खेद जता दिया गया। जिसके बाद शूटिंग टीम वापस रवाना हो गई।
इधर इस मसले को लेकर पैलेस का पक्ष नहीं आ पाया है। कवर्धा राजपरिवार के योगीराज सिंह से संपर्क करने की कोशिश की जाती रही लेकिन उनका फ़ोन नहीं लगा। सूचना है कि जबकि यह विवाद हुआ तो योगीराज पैलेस में नहीं थे।
अब से कुछ देर पहले कवर्धा राजपरिवार के योगीराज सिंह ने दूरभाष पर संपर्क कर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने बंधक बनाए जाने संबंधी आरोपों को झूठा और प्रायोजित बताते हुए कहा
”लोग शूटिंग के लिए आते हैं, बीस हज़ार उसका निर्धारित शुल्क है.. हमने उन्हें बता दिया था, उन्होंने जमा किया नहीं और शूटिंग शुरु कर दी, उन्हें शूटिंग से रोका गया। इसके अतिरिक्त कुछ भी नहीं हुआ”