Yoga Asanas for Thyroid: थायराइड के मरीजों के लिए 5 योगासन जो लाएंगे राहत
Yoga Asanas for Thyroid: अगर आप थायरॉइड की समस्या से परेशान हैं, तो आप दवा जरूर लेते होंगे। यह एक लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है, जो न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में कई लोगों को प्रभावित करती है।
Yoga Asanas for Thyroid: अगर आप थायरॉइड की समस्या से परेशान हैं, तो आप दवा जरूर लेते होंगे। यह एक लाइफस्टाइल से संबंधित बीमारी है, जो न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में कई लोगों को प्रभावित करती है। खासतौर पर महिलाएं इस बीमारी से जूझती हैं। हालांकि, थायरॉइड की समस्याओं को नियंत्रित करने और स्वस्थ रहने के लिए योग एक प्रभावी और सुरक्षित उपाय हो सकता है। योग के अभ्यास से शरीर पर किसी तरह के साइड इफेक्ट नहीं होते, और यह शरीर को कई लाभ भी प्रदान करता है। बाबा रामदेव ने अपने कई योग सत्रों में थायरॉइड के लिए विशेष आसनों और प्राणायामों के बारे में बताया है। यहां हम उन्हीं आसनों के बारे में बता रहे हैं, जो थायरॉयड के मरीजों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
1. सिंहासन (Lion Pose)
सिंहासन गले और गर्दन के एरिया के लिए बेहद फायदेमंद है। यह आसन थायरॉइड ग्रंथि की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। जब आप इस आसन को करते हैं, तो गले की मांसपेशियों पर खिंचाव होता है, जो थायरॉइड ग्रंथि को उत्तेजित करता है और उसकी कार्यप्रणाली को सुधारता है। इससे मानसिक शांति भी मिलती है और गले के तनाव में कमी आती है।
2. ऊष्टासन (Camel Pose)
ऊष्टासन भी थायरॉइड ग्लैंड्स को सक्रिय करने में मदद करता है। यह आसन गर्दन और गले के आसपास के क्षेत्र को फायदा पहुंचाता है, जिससे थायरॉइड ग्रंथि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही, हार्मोनल इंबैलेंस भी संतुलित रहता है, और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
3. मत्स्यासन (Fish Pose)
मत्स्यासन एक प्रभावशाली आसन है जो थायरॉइड और पैराथायरॉयड ग्लैंड्स को सक्रिय रखने में मदद करता है। यह आसन थायरॉइड ग्रंथि को उत्तेजित करता है और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार लाता है। इसके अलावा, यह आसन गर्दन और कंधों में लचीलापन बढ़ाता है और मानसिक शांति प्रदान करता है।
4. सर्वांगासन (Shoulder Stand)
बाबा रामदेव के अनुसार, सर्वांगासन थायरॉइड के दर्द को कम करने में बेहद प्रभावी है। यह आसन थायरॉइड और अन्य ग्रंथियों के ब्लड सर्कुलेशन को सही बनाए रखता है, जिससे उनकी कार्यप्रणाली बेहतर होती है। साथ ही, यह आसन तनाव और चिंता को भी कम करता है।
5. हलासन (Plow Pose)
हलासन थायरॉइड ग्रंथि को उत्तेजित करने के लिए एक महत्वपूर्ण आसन है। यह खासकर गर्दन और गले के क्षेत्र को सक्रिय करता है, जिससे थायरॉइड के मरीजों को राहत मिलती है। हलासन रीढ़ की हड्डी में लचीलापन लाता है और शरीर के अन्य हिस्सों में खिंचाव को बढ़ाता है।
स्वामी रामदेव का कहना है कि थायरॉइड के मरीजों को इन आसनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। इन आसनों को कम से कम 5 बार करना चाहिए और साथ ही कपालभाती प्राणायाम का अभ्यास भी करना चाहिए। इसके अलावा, धनिए का पानी पीना भी लाभकारी रहेगा।
अगर आप थायरॉइड की समस्या से जूझ रहे हैं, तो इन आसनों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके बेहतर परिणाम पा सकते हैं।