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World Pneumonia Day today (12 November): निमोनिया है खतरनाक, शुरुआती लक्षण महसूस होने पर इन 10 उपायों को आजमाइए, मिलेंगी गारंटेड राहत

World Pneumonia Day today (12 November): निमोनिया है खतरनाक, शुरुआती लक्षण महसूस होने पर इन 10 उपायों को आजमाइए, मिलेंगी गारंटेड राहत
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World Pneumonia Day

By NPG News

NPG DESK

World Pneumonia Day today: निमोनिया सांस से जुड़ी समस्या है और शरीर को बेहद कष्ट देती है। वायरस और बैक्टीरिया आदि के संक्रमण से निमोनिया होता है। इससे फेफड़ों में सूजन आ जाती है। कई बार इनमें पानी और मवाद भी भर जाता है। कई बार ये जानलेवा भी बन जाता है। छोटे बच्चों और 65 पार के लोगों के लिए ये बीमारी विशेष रूप से घातक है। हर साल 12 नवंबर को विश्व निमोनिया दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों में जागरुकता आए और वे समय से इलाज कराएं।

निमोनिया होने पर अस्पताल जाकर विधिवत इलाज कराना तो ज़रूरी है ही

साथ ही घर में सावधानी रखकर भी निमोनिया के लक्षणों के मैनेज किया जा सकता है। इसके लिए खानपान पर ध्यान देने और खास केयर की जरूरत है। विशेषज्ञों के अनुसार निमोनिया से बचने के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को विकसित करना बहुत जरूरी होता है।हरी सब्जियां, ताजे और मौसमी फलों का जूस, अंडा, तरल पदार्थ जैसे गर्म सूप और गर्म पानी पिलाना चाहिए। संतुलित और पौष्टिक आहार भी निमोनिया से बचाने में मददगार हो सकता है। कुछ घरेलू उपाय सर्दी-खांसी की समस्या को बिगड़ने में प्रभावी तरीके से मदद कर सकते हैं।

ये 10 उपाय हो सकते हैं काम के

निमोनिया की स्थिति में पहुंचने पर आपको

खांसी (बलगम वाली खांसी भी)होती है।

कमजोरी और बहुत अधिक थकान लगती है। बुखार के साथ पसीना और कंपकंपी महसूस होती है। सांस लेने से परेशानी,छाती में दर्द, बेचैनी लगती है।भूख कम हो जाती है। ये स्थिति क्रमशः बढ़ती है। शुरुआती दौर में आप नीचे दिए उपाय अपना कर देख सकते हैं। समस्या बढ़ने पर बिना देर किए डाॅक्टर से परामर्श लें।

1. हल्दी का प्रयोग करें

हमारे यहां बड़े-बुज़ुर्ग सर्दी - खांसी की समस्या होने पर हल्दी के विभिन्न प्रयोग सुझाते आए हैं। आयुर्वेद भी हल्दी के इस्तेमाल की सलाह देता है। हल्दी में एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से ब्रोन्कियल नलिकाओं से बलगम और पित्त को हटाने में मदद मिल सकती है। हल्दी वाला गुनगुना दूध, या हल्दी ड्रिंक का सेवन करने से निमोनिया संक्रमण से बचा जा सकता है. अधिक कफ की स्थिति में कच्ची हल्दी या हल्दी की जड़ की चाय बनाकर पी सकते हैं। कुछ लोग हल्दी के साथ अदरक को कूट कर उसे पानी के साथ उबालकर हर्बल टी तैयार करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस हर्बल टी को पीने से निमोनिया में होने वाले चेस्ट पेन और खांसी से राहत मिलती है।

2. तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल करें

तुलसी को आयुर्वेद में बहुत ही गुणकारी माना जाता है। तुलसी के पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं जो खांसी, जुकाम, सर्दी जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाते हैं और सांस प्रणाली को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। तुलसी ड्रिंक का रोजाना सेवन करने से सर्दी-खांसी होने की संभावना कम हो जाती है।

3.गुनगुना सेक लगाएं

शरीर को आराम देने और उसके तापमान को कम करने के लिए गुनगुना सेक दिया जाता है। इसलिए बेहतर है कि आप पीड़ित व्यक्ति को सिर और ऊपरी शरीर पर धीरे-धीरे गुनगुना सेक दें। इस सेक को देने के लिए आप तौलिये का इस्तेमाल कर सकते हैं। पहले गर्म तवे पर सूती कपड़ा रख कर, उसे गर्म कर सिकाई का चलन था। आप गर्म आयरन का भी इस्तेमाल कपड़ा गर्म करने के लिए कर सकते हैं।

4.गर्म पुदीने की चाय

पुदीना निमोनिया के लिए एक बहुत अच्छा उपाय है क्योंकि इसमें एक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है जो गले और शरीर से बलगम को बाहर निकालने में मदद करता है।यह खराब खांसी के इलाज के लिए प्रभावी उपाय है और गले और शरीर के अन्य हिस्सों में दर्द के लिए दर्द निवारक के रूप में भी काम करता है। खांसी और संबंधित समस्याओं से राहत पाने के लिए आप दिन में दो बार पुदीने की चाय पी सकते हैं।

5.शहद

शहद को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। शहद में भी एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सिडेंट होते हैं। शहद को अदरक के साथ कीस कर मिला कर खाने या अदरक वाले गर्म पानी में शहद डालकर पीने से निमोनिया के लक्षणों से राहत मिल सकती है।

6. खारे पानी से गरारे करें

खांसी से राहत के लिए गरारे करना हमेशा फायदेमंद माना जाता है।ये निमोनिया के दौरान होने वाले गले के रैश से भी राहत देते हैं।खारे पानी का गरारा दिन में कभी भी किया जा सकता है। यह आपके गले में बलगम बाहर निकालता है।

7. लहसुन खाएं

लहसुन को निमोनिया संक्रमण से बचने के लिए लाभदायक माना जाता है। लहसुन में मैंगनीज, विटामिन बी, विटामिन सी, सेलेनियम और फाइबर पाए जाते हैं। जो वायरल और फंगल इंफेक्शन से बचाने में मददगार हो सकते हैं।

8.साबुत अनाज तापमान को रखते हैं कंट्रोल में

साबुत अनाज जैसे क्विनोआ, ब्राउन राइस, जई, जौ में उपलब्ध सामग्री इस समय के दौरान शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है। उनमें मौजूद बी-विटामिन ऊर्जा के उत्पादन और शरीर के तापमान को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। इन अनाजों में मौजूद सेलेनियम इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है।

9. सरसों के तेल की मालिश

हेल्दी फैट्स से भरपूर सरसों के तेल से मालिश भी निमोनिया का एक लोकप्रिय नुस्खा है। इस तरीके में सरसों के तेल में हल्दी का चूर्ण मिलाकर पकाया जाता है और इससे छाती पर लगाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि तेल और हल्दी निमोनिया में होनेवाली तकलीफों से राहत दिलाते हैं।

10.प्रोटीन से भरपूर फूड्स

प्रोटीन की मात्रा लिए फूड आइटम्स का सेवन भी निमोनिया के बढ़ते लक्षणों को रोकने के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन बहुत ज्यादा मात्रा में इनका सेवन न करें। वरना पाचन की दिक्कत भी हो सकती है। प्रोटीन रिच फूड्स डैमेज सेल्स की मरम्मत करने के साथ नए सेल्स को बनाने में भी करते हैं।

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