Why Mango Is The King of Fruits: गुरु विश्वामित्र से लेकर मुगल बादशाह बाबर तक ने माना आम को सबसे खास, पोषक तत्वों से भरपूर 'फलों के राजा' आम की खासियत जानिए यहां
Why Mango Is The King of Fruits : अगर गर्मी के मौसम का किसी वजह से खासा इंतज़ार किया जाता है तो वो इस मौसम में 'आम' की आवक है।'आम ' खास और आम, हरेक की जान है। कोई 6000 साल से भी पहले भारतीयों ने ही इसकी खासियत को पहचाना और यहीं से यह पूरी दुनिया में ले जाया गया।यहां तक कि मुगल बादशाह बाबर ने भी इसे चखकर कहा था कि भारत का सबसे बेहतरीन फल यही है। इसका रसीलापन, खट्टा-मीठा स्वाद और गुण इसे 'फलों का राजा' बनाते हैं । दुनिया भर में सबसे ज्यादा आम का उत्पादन हमारे देश में ही होता है। यह देश का राष्ट्रीय फल भी है। इसकी किस्में तो इतनी हैं कि सबके नाम याद रखना मुश्किल। अपनी पसंद की किस्म के आम के अफोर्डेबल रेट में आने का इंतज़ार लोग बेसब्री से करते हैं और फिर इससे एक से एक स्वादिष्ट चीज़ें बनाते हैं। आम के बारे में खास बातें हम आपको बताते हैं।
० ऐतिहासिक ग्रंथों में दर्ज है आम की ख्याति
आम को देश में फलों का राजा कहा जाता है। बच्चे हों या बड़े, अमूमन सभी को इसका स्वाद बहुत भाता है। आप को बताएं कि देश के ऐतिहासिक ग्रंथों और विदेशी यात्रियों के वृतांतों में भी आम का गुणगान दिल खोलकर किया गया है। रामचरितमानस में उल्लेख है कि गुरू विश्वामित्र श्री राम से कहते हैं 'देखि अनूप एक अंवराई, सब सुपास सब भांति सुहाई’, यानी कि आमों का एक अनुपम बाग देख कर विश्वामित्र राम से कहते हैं,कि रघुवीर मेरा मन कहता है कि यहीं रहा जाए।
इतिहास में इस बात का भी ज़िक्र मिलता है कि सन 327 ईसा पूर्व में सिकन्दर के सैनिकों ने सिंधु घाटी में आम के पेड़ देखे।632 से 645 ईस्वीं में भारत की यात्रा पर आए ह्वेनसांग ने अपने वृतांत से बाहर के लोगों तक आम की तारीफ़ पहुंचाई।
सूफ़ी कवि अमीर ख़ुसरो ने फ़ारसी काव्य में आम की बेहद तारीफ़ की और इसे 'फ़क्र-ए-गुलशन' का नाम दिया। तो वहीं मुगल वंश के संस्थापक जलालुद्दीन बाबर ने बाबरनामा में लिखा है, ‘हिन्दुस्तान के अपने फलों में आम लाजवाब है।... यहां का सबसे बढ़िया फल यही है। ' अमीर खुसरो से लेकर कालीदास जी, ग़ालिब और फिर गुलज़ार साहब ने भी इसकी तारीफ में कसीदे पढ़े हैं।
अब तो आप भी मान ही गए होंगे कि आप के पसंदीदा आम को सदियों से सबका कितना प्यार मिल रहा है। तभी तो इसे फलों का राजा कहा जाता है। आम को संस्कृत में आम्र कहते हैं, वहीं इसका वैज्ञानिक नाम' मैंगिफ़ेरा इंडिका' है जो इसकी भारत से मिली पहचान को दर्शाता है। आयुर्वेद में भी इसे बेहद महत्वपूर्ण फल माना जाता है।
० आम है पोषक तत्वों का खजाना
अगर पोषक तत्वों की बात करें तो आम में भरपूर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, प्रोटीन, फैट, पोटैशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर, ज़िंक, फोलेट, मैंगनीज, और ढेर सारे विटामिन जैसे विटामिन ए, C, E, विटामिन B के विभिन्न प्रकार और विटामिन K और एंटीऑक्सिडेंट भी पाए जाते हैं। जो इसे सेहत के लिहाज से बहुत खास बनाते हैं।
भारत में ये हैं आम की प्रमुख किस्में
भारत में आम की लगभग 1500 किस्में उगाई जाती हैं। इनमें दशहरी, लंगड़ा, चौसा, फज़ली, बादाम, बम्बई ग्रीन, अलफ़ॉन्ज़ो,हापुस आम, तोतापुरी, बैंगन पल्ली, हिम सागर, केशर, किशन भोग, मनकुरद, मुसरद, मलगोवा, नीलम, सुर्वन रेखा, वनराज, जरदालू मल्लिका, आम्रपाली खास पसंद की जाती हैं।
० अब संक्षेप में जान लेते हैं आम के फायदे
1. आम में भरपूर विटामिन 'ए' होता है, जो आपकी आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
2. आम में मौजूद विटामिन 'सी' रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने का काम करता है। जिसकी वजह से आप बीमारियों से अच्छी तरह लड़ पाते हैं।
3. आम खाने से लू से बचाव हो सकता है क्योंकि आम शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता हैं।
4. गर्मियों के मौसम डायरिया यानी उल्टी-दस्त होना आम समस्या है। आम में फाइबर और डायजेस्टिव एंजाइम्स पाए जाते हैं जो पाचन को दुरुस्त रखते हैं।
इसके लैक्सेटिव गुण पेट साफ करने में मदद करते हैं। इससे कब्ज की समस्या से भी आराम मिलता है।
5. आम खाने से ब्लड प्रेशर सामान्य बना रहता है। आम ब्लड प्रेशर घटने या बढ़ने की दर को नियंत्रण में रखता है।
6. आम में न्यूट्रासिटिकल पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में मदद करता है।
7. आम में पाए जाने वाले फाइबर, पोटैशियम और विटामिन्स हमारी धमनियों को किसी भी तरह के ब्लॉकेज से बचाते हैं।
8. आम में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत व स्वस्थ रखने में मदद करता है।
9. आम में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। इसलिए इसके नियमित सेवन से एनीमिया से छुटकारा मिलता है।
10. आम विटामिन-B6 से भरपूर होता है। किडनी स्टोन से बचाव के लिए आम का सेवन किया जा सकता है।
11. आम को मीठा मानकर इसे डायबिटीज़ पेशेंट अवाॅइड करते हैं। लेकिन सीमित मात्रा में इसे खाया जा सकता है। क्योंकि आम में फाइबर भी होता है, जो चीनी के अवशोषण को धीमा कर देता है।