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Urin Infection In Children: बारिश में बच्चों को भी हो जल्दी सकता है गंभीर यूरिन इन्फेक्शन, पहचानिये लक्षण और बचाव के तरीके...

Urin Infection In Children: हर उम्र के बच्चों में यूटीआई का पूरा इलाज कराना ज़रूरी है क्योंकि असावधानी या अधूरे इलाज से यह समस्या बिगड़ सकती है और किडनी को भी डैमेज कर सकती है। यूटीआई का इलाज सरल है और एंटीबायोटिक दवाओं से ही आमतौर पर हफ्ते भर में हो जाता है। इस आर्टिकल में बच्चों में यूरिक इंफेक्शन के लक्षणों के बारे में पढ़िए।

Urin Infection In Children: बारिश में बच्चों को भी हो जल्दी सकता है गंभीर यूरिन इन्फेक्शन, पहचानिये लक्षण और बचाव के तरीके...
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Urine Infection In Children

By Divya Singh

Urin Infection In Children: यूटीआई यानि यूरिनरी ट्रेक्ट इंफेक्शन यूं तो आम समस्या है और पुरुषों और महिलाओं दोनों को होती है। लेकिन यह समस्या बच्चों को भी हो सकती है। खासकर बारिश में इसके मामले ज्यादा आते हैं क्योंकि इस नम मौसम में इंफेक्शन जल्दी होते हैं। बहुत छोटे बच्चों में यूटीआई का पता लगाना मुश्किल ज्यादा मुश्किल होता है। बड़े बच्चों के लिए भी यह बहुत तकलीफ़देह स्थिति होती है। हर उम्र के बच्चों में यूटीआई का पूरा इलाज कराना ज़रूरी है क्योंकि असावधानी या अधूरे इलाज से यह समस्या बिगड़ सकती है और किडनी को भी डैमेज कर सकती है। यूटीआई का इलाज सरल है और एंटीबायोटिक दवाओं से ही आमतौर पर हफ्ते भर में हो जाता है। इस आर्टिकल में बच्चों में यूरिक इंफेक्शन के लक्षणों के बारे में पढ़िए। साथ ही यूरिन इंफेक्शन से बचाव के तरीके भी जानिए और बच्चों को उस हिसाब से ट्रेनिंग दीजिए...।

कयों होता है यूरिन इंफेक्शन

यूरिन इन्फेक्शन का मुख्य कारण बैक्टीरिया ( सामान्यया ई कोलाई बैक्टीरिया ) होते हैं, जो मूत्र मार्ग में प्रवेश कर जाते हैं। ये बैक्टीरिया आंतों में होते हैं जो मलद्वार की सफाई के दौरान या आसपास की त्वचा पर आ जाने के बाद मूत्र मार्ग में प्रवेश कर जाते हैं। ये बैक्टीरिया मूत्राशय या किडनी तक में पहुंच जाते हैं और यूरिन इन्फेक्शन के रूप में सामने आते है जो अत्यधिक कष्टप्रद स्थिति हो सकती है।

बच्चों में यूरिन इंफेक्शन के लक्षण

1. शिशुओं में- चिड़चिड़ापन, रोना, दूध न पीना, बुखार आदि

2. बड़े बच्चों में-

० पेशाब करने की तत्काल आवश्यकता महसूस करना और फिर बहुत कम पेशाब होना, बार-बार पेशाब की इच्छा

० पेशाब में दर्द और जलन

० झागदार या दुर्गंध युक्त पेशाब

० समस्या बढ़ने पर बुखार,मतली या उल्टी

० कंपकंपी लगना

० सिर दर्द होना

० दस्त

० पेट के निचले हिस्से, पीठ या बगल में दर्द

० पेशाब में खून आना, पेशाब का गुलाबी नज़र आना

० अत्यधिक थकान और कमज़ोरी

बच्चों में यूटीआई का इलाज

सामान्य तौर पर डाॅक्टर यूरिन टेस्ट या यूरिन कल्चर रिपोर्ट के आधार पर बच्चों को एंटीबायोटिक दवाएं देते हैं। जिसके सेवन से सप्ताह से लेकर दस दिन के भीतर बच्चों को आराम आ जाता है। पूरा आराम न मिलने पर दोबारा डाॅक्टर को ज़रूर दिखाएं।

बच्चों के लिए यूरिन इंफेक्शन से बचाव के तरीके

1. शिशुओं के प्राइवेट पार्ट की साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखें। डाइपर समय-समय पर बदलें।

2. बच्चों को पानी ज्यादा पीने की आदत डलवाएं। खुलकर पेशाब आने पर बैक्टीरिया सामान्य तौर पर ठहर नहीं पाते।

3. बच्चों को पेशाब रोकने से मना करें। ज़रूरत महसूस होने पर तत्काल पेशाब करने जाने की आदत डालें।

4. लड़कियों में मूत्र मार्ग संक्रमण जल्दी होता है। उन्हें शौच के बाद आगे से पीछे की ओर सफाई करने की ट्रेनिंग दें।

5. बच्चों को अच्छी तरह सूखे हुए अंडरवियर पहनने को दें। काॅटन के अंडरवियर सिंथेटिक से बेहतर होते हैं।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

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