Trifala Side Effects In Summer: गर्मियों में त्रिफला के अधिक मात्रा में सेवन से है डिहाइड्रेशन का खतरा, खाने से पहले विशेषज्ञ से लें मात्रा के बारे में राय...
Trifala Side Effects In Summer: गर्मियों में त्रिफला के अधिक मात्रा में सेवन से है डिहाइड्रेशन का खतरा, खाने से पहले विशेषज्ञ से लें मात्रा के बारे में राय...
Trifala Side Effects In Summer: इसमें दो राय नहीं कि पाचन से लेकर शरीर की अनेक समस्याओं को सुलझाने के इस्तेमाल किया जाने वाला त्रिफला चूर्ण गज़ब की आयुर्वेदिक औषधि है। यह वात, पित्त और कफ तीनों दोषों को संतुलित करता है और शरीर की अनेक पीड़ाएं हरता है। आंवला, हरड़ और बहेड़ा के सूखे फलों के चूर्ण से बनने वाला त्रिफला गुणों की खान है। बावजूद इसके कई परिस्थितियों में यह शरीर पर नकारात्मक असर भी डाल सकता है। इसलिये इसे विशेषज्ञ की सलाह से ही लेना चाहिए, खासकर गर्मी में। हम ऐसा क्यों कह रहे हैं यह आपको विस्तार से बताएंगे। साथ ही किन लोगों को इसके सेवन से विशेष सतर्क रहना चाहिए,यह भी बताएंगे।
गर्मी में डिहाइड्रेशन का शिकार बना सकता है त्रिफला
त्रिफला का मुख्यतः इस्तेमाल पाचन की समस्याओं के समाधान के लिए किया जाता है और यह इस काम को बखूबी करता भी है। लेकिन पाचन को सुगम बनाने के दौरान यह पानी का इस्तेमाल कुछ अधिक मात्रा में कर लेता है और इसी वजह से गर्मियों में इसके सेवन से डिहाइड्रेशन का खतरा हो सकता है।
बढ़ जाता है शरीर का तापमान
त्रिफला चूर्ण की तासीर काफी गर्म होती है इसलिए इसके अधिक मात्रा में सेवन से पेट के साथ पूरे शरीर का तापमान बढ़ जाता है। जिससे गर्मी की समस्याएं बढ़ सकती हैं। आपको दस्त भी लग सकते हैं।
स्किन पर दिख सकते हैं ये असर
गर्मी में त्रिफला के अधिक मात्रा में सेवन से स्किन पर भी बुरे असर दिख सकते हैं जैसे कि खुजली, लाल चकत्ते, सूजन आदि। इसलिये गर्मियों में त्रिफला की सीमित मात्रा का सेवन करें।
शुगर लेवल डाउन हो सकता है
गर्मी के मौसम के अलावा भी सामान्य दिनों में त्रिफला कुछ नकारात्मक असर दिखा सकता है जैसे कि हाइपोग्लाइसीमिया या शुगर लेवल डाउन कर देना। यदि आप शुगर की दवा ले रहे हैं तो त्रिफला के सेवन की मात्रा आयुर्वेद चिकित्सक से पूछ कर ही तय करें। अधिक मात्रा में त्रिफला के सेवन से ब्लड शुगर अचानक से लो हो सकती है।
गर्भवती न लें त्रिफला
गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिलाएं अपच और कब्ज़ से परेशान रहती हैं क्योंकि इस दौरान पाचन तंत्र कमजोर हो जाता और चलना-फिरना, एक्टिविटी भी अपेक्षाकृत काफी कम हो जाती है। लेकिन यदि आप गर्भवती हैं तो भूल से भी त्रिफला न लें।खासकर हरड़ की हिस्सेदारी के चलते त्रिफला की तासीर बहुत गर्म हो जाती है। ऐसे में त्रिफला के सेवन से मिसकैरेज तक हो सकता है। स्तनपान कराने वाली माताओं को भी इससे बचना चाहिए वरना नवजात को दस्त लग सकते हैं।
नियमित दवा लेने वाले रहें सचेत
अगर आप किसी बीमारी की नियमित दवाएं ले रहे हैं तो त्रिफला का सेवन चिकित्सक के परामर्श पर ही शुरु करें। क्योंकि त्रिफला के सेवन से यह संभव है कि कुछ दवाओं का सही रिजल्ट न मिल पाए, वे ठीक तरह अपना काम न कर पाएं जबकि उनकी आपको अधिक ज़रूरत हो।
ब्लड प्रेशर लो कर सकता है त्रिफला
अगर आप हाई बीपी नियंत्रित करने की दवा पहले से ले रहे हैं तब भी त्रिफला लेना शुरू करने से पहले चिकित्सक की सलाह लें। वरना दोनों साथ में लेने से आपका बीपी लो भी हो सकता है।
अनिद्रा के मरीज न लें त्रिफला
बहुत से मामलों में यह भी देखा गया है कि अनिद्रा से पीड़ित लोगों ने जब त्रिफला लेना शुरू किया तब उनकी परेशानी बढ़ गई। इसलिए अनिद्रा की शिकायत है तो भी आपको त्रिफला के सेवन से बचना चाहिए।
बारहों महीने न लें त्रिफला
त्रिफला के सेवन से यदि आपको कोई परेशानी न हो रही हो फिर भी आयुर्वेद चिकित्सकों के अनुसार ढाई से तीन महीने तक त्रिफला का सेवन करने के बाद कुछ दिन का ब्रेक ज़रूर लेना चाहिए। लगातार बारहों महीने त्रिफला के सेवन की सलाह आयुर्वेद नहीं देता है।