Begin typing your search above and press return to search.

Til Ke Fayde: सर्दियों का सुपरफूड है तिल, शरीर को स्ट्राॅन्ग बनाने के साथ देगा लंबी आयु, रोज़ाना करें सेवन...

Til Ke Fayde:सर्दियों का सुपरफूड है तिल, शरीर को स्ट्राॅन्ग बनाने के साथ देगा लंबी आयु, रोज़ाना करें सेवन...

Til Ke Fayde: सर्दियों का सुपरफूड है तिल, शरीर को स्ट्राॅन्ग बनाने के साथ देगा लंबी आयु, रोज़ाना करें सेवन...
X
By Divya Singh

Til Ke Fayde: सर्दियों का सेहतभरा स्वागत करना है तो तिल को अपनी डेली डाइट का हिस्सा ज़रूर बनाइए। तिल में कैल्शियम और प्रोटीन जैसे तत्वों की तो भरपूर मात्रा होती ही है, साथ ही ओमेगा 3 और ओमेगा 6 जैसे हेल्दी फैट्स भी होते हैं जो आपके पूरे शरीर का कायाकल्प करते हैं। ये बात हम खुद नहीं, बल्कि वरिष्ठ चिकित्सक डाॅ कुलदीप सोलंकी के हवाले से कह रहे हैं। पेट रोग विशेषज्ञ डाॅ सोलंकी ने तिल के बेहतरीन फायदे बताए हैं और सर्दियों में रोज़ाना तिल के लड्डू के सेवन की सलाह दी है। चलिए जानते हैं इसके फायदों के बारे में।

कैल्शियम का बेहतरीन सोर्स है तिल

तिल कैल्शियम का बेहतरीन सोर्स है। आपको बता दें कि 100 ग्राम तिल में 97% कैल्शियम होता है। यानी आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कितना फायदेमंद है।

तिल-गुड़ लड्डू से मिलता है आयरन

तिल और गुड़ के लड्डू सर्दियों में बड़े शौक से खाए जाते हैं। तिल के लड्डू जब गुड़ के साथ बनाए जाते हैं तो ये आयरन का बहुत बढ़िया सोर्स हो जाते हैं। आयरन की शरीर की विभिन्न गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका तो होती ही है साथ ही यह स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण के लिए भी आवश्यक है। गुड़ के साथ बने तिल के लड्डू शरीर में खून की कमी पूरी करते हैं।

हेल्दी फैट्स से भरपूर

तिल पाॅलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और मोनोअनसैचुरेटैड फैटी एसिड से भरपूर होते हैं। ये दोनों हेल्दी फैट्स के प्रकार हैं। पाॅलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड से हमें ओमेगा-3 और ओमेगा 6 फैटी एसिड मिलते हैं जिनके शरीर के लिए अनेक लाभ हैं।

दिल की सेहत रखे दुरुस्त

तिल में पाए जाने वाले पाॅलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड (ओमेगा-3 फैटी एसिड) बैड कोलेस्ट्राॅल और ट्रायग्लिसराइड को कम करता है जिससे ब्लड वेसल्स में जमा प्लाक पिघल जाता है। इस तरह एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुणों से भरपूर ये हेल्दी फैट दिल की सेहत को दुरुस्त रखते हैं। साथ ही बीपी को भी नियंत्रित करते हैं।

सेल्स को करे रिपेयर

तिल में मौजूद पाॅलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और मोनोअनसैचुरेटैड फैटी एसिड शरीर में मौजूद हर एक कोशिका की रिपेयरिंग में मदद करते हैं और नई सेल वाॅल भी बनाते हैं।

ब्लड शुगर घटाने में मददगार

तिल से मिलने वाला ओमेगा 6 फैटी एसिड ब्लड शुगर लेवल को घटाने में मदद कर सकता है। इस तरह यह डायबिटीज़ रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। डाॅ सोलंकी का कहना है कि यदि किसी डायबिटिक पर्सन को मीठा खाने की बिल्कुल मनाही हो तो ऐसे में वे भोजन तैयार करने में तिल के तेल का इस्तेमाल करें। इससे भी उन्हें तिल के सभी फायदे मिलेंगे।

एनर्जी का शानदार सोर्स

तिल एनर्जी का बहुत बढ़िया सोर्स हैं। सौ ग्राम तिल में 573 कैलोरीज़ होती हैं। इसलिए तिल से बने लड्डुओं का सेवन कर घर से निकलने पर हम घंटों एनर्जी से भरे रहते हैं।साथ ही इस गुण के चलते यह दुबलेपन के शिकार लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद हैं। सर्दियों में तिल के लड्डडुओं के नियमित सेवन से उन्हें अपनी सेहत सुधारने में बहुत मदद मिलेगी।

प्रोटीन से भरपूर है तिल

प्रोटीन का ज़िक्र होने पर सबसे पहले अंडे, दूध, पनीर जैसी चीज़ों का ख्याल मन में आता है। पर आपको बता दें कि 100 ग्राम तिल में 18 ग्राम प्रोटीन होता है। इसलिए अपनी बाॅडी बनाने पर मेहनत कर रहे लोगों के साथ-साथ तिल सामान्य लोगों के लिए भी प्रोटीन की भरपाई का शानदार सोर्स है।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

Read MoreRead Less

Next Story