Gonorrhea kya hai: गोनोरिया (The Clap) क्या है: क्लैप के कारण, लक्षण, इलाज और बचाव की पूरी जानकारी हिंदी में
Sexually Transmitted Infection The Clap: सेक्स एक शानदार अनुभव हो सकता है, लेकिन कई बार यह सिर्फ सुख नहीं बल्कि कुछ परेशानियां भी साथ ला सकता है। सेक्स के दौरान होने वाला एक आम यौन संचारित संक्रमण (STI) है — “द क्लैप”, जिसे आम भाषा में गोनोरिया कहा जाता है।

Gonorrhea kya hai: सेक्स एक शानदार अनुभव हो सकता है, लेकिन कई बार यह सिर्फ सुख नहीं बल्कि कुछ परेशानियां भी साथ ला सकता है। सेक्स के दौरान होने वाला एक आम यौन संचारित संक्रमण (STI) है — “द क्लैप”, जिसे आम भाषा में गोनोरिया कहा जाता है। नाम से मत धोखा खाइए —इसमें कोई ताली बजाना नहीं होता. यह संक्रमण कई बार दर्दनाक लक्षण देता है या फिर बिना किसी संकेत के भी शरीर में छिपा रह सकता है। इसका मतलब है कि कई लोग इस बीमारी को जाने-अनजाने दूसरों में फैला सकते हैं।
अगर आपको कभी गोनोरिया हो जाए या आपको शक हो कि हो सकता है, तो घबराने या शर्मिंदा होने की ज़रूरत बिल्कुल नहीं है। “अगर आप सेक्स कर रहे हैं तो STI का खतरा हमेशा रहेगा, इसलिए इसे लेकर शर्म महसूस करने की ज़रूरत नहीं है।”
जागरूक रहना बहुत ज़रूरी है — चाहे आप सुरक्षा के सही उपाय समझें या गोनोरिया के लक्षण पहचानें। इससे आप अपनी सेहत का बेहतर ख्याल रख सकते हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि “द क्लैप” क्या है, इसे ये नाम क्यों मिला और आप इससे कैसे बच सकते हैं।
गोनोरिया क्या है?
गोनोरिया एक जीवाणु जनित संक्रमण है, जो आमतौर पर योनि, लिंग, मुंह या गुदा के माध्यम से फैलता है। Cleveland Clinic के अनुसार, इसे Neisseria gonorrhoeae नामक बैक्टीरिया फैलाता है। यह जीवाणु गर्म और नमी वाली जगहों पर जल्दी पनपता है, इसलिए यह प्रजनन अंगों के श्लैष्मिक झिल्ली (mucous membrane) को संक्रमित करता है।
डॉ. रेनीटा एफ. व्हाइट, जो जॉर्जिया ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनोकॉलजी से जुड़ी हैं, कहती हैं — “महिलाओं में यह गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब्स तक पहुंचकर PID यानी पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज पैदा कर सकता है। अगर समय पर इलाज न हो तो इससे बांझपन, एक्टॉपिक प्रेग्नेंसी या पुराना पेल्विक दर्द हो सकता है।”
गोनोरिया आम तौर पर संक्रमित व्यक्ति या सेक्स टॉय से होता है। गर्भवती महिलाओं को अगर गोनोरिया हो तो डिलीवरी के दौरान बच्चा भी इससे संक्रमित हो सकता है।
गोनोरिया कितना आम है?
CDC के अनुसार, यह अमेरिका में दूसरा सबसे ज्यादा रिपोर्ट होने वाला बैक्टीरियल STI है। हर साल अमेरिका में करीब 11 लाख 40 हजार नए केस सामने आते हैं। इनमें से आधे मामले 15 से 24 साल के युवाओं में मिलते हैं।
इसे “द क्लैप” क्यों कहा जाता है?
इस नाम को लेकर कोई पक्की जानकारी नहीं है, क्योंकि गोनोरिया बहुत पुरानी बीमारी है। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन की डॉ. अन्ना पॉवेल बताती हैं — “एक थ्योरी के मुताबिक यह नाम फ्रेंच शब्द ‘Les Clapiers’ से आया है, जिसका मतलब खरगोशों के घर या कोठे माने जाते थे, जहां सेक्स वर्कर्स रहती थीं।”
दूसरी थ्योरी कहती है कि पुराने समय में लोग इस रोग से होने वाले स्राव को हटाने के लिए लिंग पर भारी चीज पटकते थे, जिसे ‘क्लैपिंग’ कहा जाता था। एक और मान्यता यह भी है कि पेशाब के दौरान दर्द के कारण कुछ लोगों को ‘क्लैप’ जैसी सनसनाहट महसूस होती थी, इसलिए इसका नाम “द क्लैप” पड़ा।
गोनोरिया के आम लक्षण कौन से हैं?
गोनोरिया को पहचानना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि इसके लक्षण अक्सर दूसरे संक्रमणों जैसे दिखते हैं या फिर कई बार कोई लक्षण होते ही नहीं। उदाहरण के तौर पर, लगभग 50% महिलाओं में लक्षण नजर आते हैं, जबकि पुरुषों में सिर्फ 10–15% मामलों में ही लक्षण नहीं दिखते। लक्षण आम तौर पर संक्रमण के 7 दिनों के भीतर दिखने लगते हैं, लेकिन कई बार इसमें एक महीना भी लग सकता है।
गोनोरिया के संभावित लक्षण इस प्रकार हैं:
- • पेशाब में जलन — पेशाब करते वक्त जलन या दर्द महसूस होना, या पेशाब का रंग दूधिया या गाढ़ा दिखना।
- • योनि स्राव में बदलाव — स्राव का रंग पीला या गाढ़ा हो सकता है, कई महिलाएं इसे यीस्ट इंफेक्शन समझ लेती हैं और OTC दवाएं ले लेती हैं।
- • पीरियड के बीच स्पॉटिंग —कुछ महिलाएं इसे पीरियड की अनियमितता मान लेती हैं, लेकिन यह गोनोरिया का संकेत हो सकता है।
- • मलद्वार में परेशानी — अगर गुदा में संक्रमण हो जाए तो खुजली, दर्द, डिस्चार्ज या पाइल्स जैसे लक्षण दिख सकते हैं।
- • गले में खराश — ओरल सेक्स से गले में संक्रमण भी हो सकता है, जिससे persistent खराश या लालिमा बनी रहती है।
- • अंडकोष में दर्द — पुरुषों में संक्रमण अंडकोष तक पहुंचकर एपिडीडिमाइटिस नामक सूजन पैदा कर सकता है।
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं।
क्या “द क्लैप” खुद ठीक हो जाएगा?
गोनोरिया खुद से ठीक नहीं होता। अगर आप इसे नजरअंदाज करेंगे तो यह गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले आपको STI टेस्ट कराना होगा — यह मूत्र जांच या संक्रमित हिस्से से स्वाब लेकर किया जाता है। अक्सर गोनोरिया के साथ क्लेमाइडिया भी होता है, इसलिए डॉक्टर उसकी भी जांच करवाने की सलाह देते हैं।
इलाज के लिए आमतौर पर सेफ्ट्रायक्सोन नामक एंटीबायोटिक दी जाती है, जो मांसपेशियों में इंजेक्शन के रूप में दी जाती है। CDC के मुताबिक कुछ गोनोरिया स्ट्रेन अब मौखिक एंटीबायोटिक्स से ठीक नहीं होते।
अगर मुंह में संक्रमण है तो इलाज के 7 से 14 दिन बाद दोबारा टेस्ट कराना जरूरी है। साथ ही पिछले 60 दिनों में आपके जितने भी पार्टनर हैं, उन्हें भी टेस्ट और इलाज कराना होगा। पार्टनर के लिए Expedited Partner Treatment (EPT) की सुविधा भी ली जा सकती है। इलाज पूरा होने के बाद कम से कम 7 दिन तक सेक्स न करें, ताकि संक्रमण फिर से न फैले। इलाज के 3 महीने बाद फॉलो-अप टेस्ट जरूर कराएं।
गोनोरिया से कैसे बचें?
सेक्स न करना ही 100% बचाव है, लेकिन सही तरीके से कंडोम या डेंटल डैम का इस्तेमाल करने से जोखिम काफी हद तक कम किया जा सकता है। अगर आप यौन सक्रिय हैं तो नियमित STI जांच कराते रहें, ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत इलाज हो सके।
CDC के मुताबिक, 25 साल से कम उम्र के यौन सक्रिय लोगों को हर साल गोनोरिया की जांच करानी चाहिए, खासकर नए पार्टनर होने पर। अगर आप 25 साल से बड़े हैं और नए पार्टनर या एक से ज्यादा पार्टनर हैं, तो सालाना जांच जरूर कराएं।
