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Star Anise Benefits And Side Effects: मसाला ही नहीं, औषधि है चक्र फूल, लंग्स की सूजन दूर करेगा, इम्यूनिटी भी बढ़ायेगा, झुर्रियां-फाइन लाइंस करेगा कम, जानिए अन्य फायदे और नुकसान...

Star Anise Benefits And Side Effects: मसाला ही नहीं, औषधि है चक्र फूल, लंग्स की सूजन दूर करेगा, इम्यूनिटी भी बढ़ायेगा, झुर्रियां-फाइन लाइंस करेगा कम, जानिए अन्य फायदे और नुकसान...
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By Divya Singh

Star Anise Benefits And Side Effects: जब बात भोजन को खुशबूदार और मसालेदार बनाने की हो तो खड़े मसालों का प्रयोग किया जाता है। चक्र फूल या स्टार अनीस ऐसा ही एक खड़ा मसाला है। जिसकी अपनी एक खास सुगंध होती है। इसलिए सब्जी, पुलाव, बिरयानी, सांबर, रसम से लेकर सूप,और बेकरी आइटम आदि बनाने में भी इसका दुनिया भर में इस्तेमाल किया जाता है। यही नहीं इसमें औषधीय गुण भी हैं। बरसों से भारत में इसका औषधि के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता रहा है। यह इम्यूनिटी बूस्ट करता है, सर्दी-खांसी दूर करता है और इसमें एंटी एजिंग गुण भी हैं। आज बात करते हैं चक्र फूल के ढेर सारे फायदे और नुकसान की। साथ ही जानते हैं इसके बारे में बहुत सी दूसरी बातें भी।

लेख में आगे पढ़ें

  • चक्र फूल का वैज्ञानिक नाम
  • चक्र फूल के पोषक तत्व
  • चक्र फूल के फायदे
  • चक्र फूल के नुकसान
  • चक्र फूल का वैज्ञानिक नाम
  • चक्र फूल (Star Anise) का वैज्ञानिक नाम इलिसियम वर्म है। स्टार ऐनिस को इलीसिएसी (Illiciaceae) परिवार का पौधा माना गया है।

चक्र फूल के पोषक तत्व

चक्र फूल में सोडियम, कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, सैचुरेटेड फैट जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं।

चक्र फूल के फायदे

मांसपेशियों की ऐंठन दूर करें चक्र फूल में एंटीस्पास्मोडिक गुण पाए जाते हैं। इसलिए आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल मांसपेशियों की ऐंठन को दूर करने के लिए किया जाता है। जब कभी आपको मांसपेशियों में खिंचाव और ऐंठन महसूस हो आप चक्र फूल की चाय बनाकर पी सकते हैं इससे आपको काफी राहत मिलेगी। इसके लिए आपको एक कप पानी में 4 से 5 चक्र फूल मिलाकर उबाल लेने हैं। उबालने के बाद पानी को छानकर ठंडा होने के लिए छोड़ दें। आपकी चक्र फूल की चाय तैयार है।

इम्यूनिटी बूस्टर है चक्र फूल

विटामिन ए और सी से भरपूर चक्र फूल शरीर को संक्रमण से लड़ने सक्षम बनाता है। इसलिए विभिन्न तरह के वायरल संक्रमण, सर्दी-जुकाम के खिलाफ यह बहुत कारगर है। चक्र फूल की चाय सर्दी-जुकाम,खांसी, गले की जकड़न को दूर करने में मदद करती है।

चक्र फूल में है एंटी ट्यूमर गुण

शोध के अनुसार चक्र फूल में एंटी-ट्यूमर गुण पाया जाता है। जो ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में मददगार हो सकता है। दरअसल चक्र फूल में फ्री रेडिकल्स से लड़ने की क्षमता होती है इसलिए यह कैंसर के खिलाफ काम कर सकता है।

पाचन की समस्याएं दूर करें

चक्र फूल में कार्मिनेटिव यानी गैस को बनने से रोकने वाला गुण पाया जाता है। साथ ही यह गैस को रिलीज करने में भी मददगार है। यह एंटी-डायरियल (दस्त को रोकने) के तौर पर काम कर सकता है।

सूजन कर दूर

चक्र फूल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह सूजन के कारण शरीर में होने वाली दिक्कतों से बचाता है। यहां तक कि यह फेफड़ों की गंभीर सूजन भी दूर करता है। साथ ही दिल की नलियों में और जोड़ों मैं होने वाली सूजन को भी ठीक करता है। यही नहीं इसमें एनाल्जेसिक (दर्द से राहत देने वाले ) गुण भी पाए जाते हैं। इसलिए यह शरीर के विभिन्न हिस्सों में हो रहे दर्द से राहत देने की क्षमता भी रखता है।

सुंदरता बढ़ाने के लिए करें इस्तेमाल

नैचरल स्किन टोनर का काम करता है। यह एजिंग की समस्याओं से चेहरे को बचाता है। यह स्किन को टाइट करता है। इस वजह से फाइन लाइंस, झुर्रियां आसानी से नजर नहीं आती हैं। चक्र फूल का पेस्ट बनाकर चेहरे पर लगाने से फंगल इंफेक्शन से त्वचा का बचाव होता है और कील-मुहांसों से राहत मिलती है।

बनाए एनर्जेटिक

यह एक स्टिम्युलेंट के तौर पर काम कर सकता है। जो हमें एनर्जेटिक और आत्मविश्वास से भरा हुआ महसूस कराता है।

नींद बेहतर करे

चक्र फूल एक सेडेटिव की तरह काम कर सकता है। यानी इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो नींद लाने में मदद करते हैं। चक्र फूल के तेल का उपयोग अरोमोथेरेपी के लिए भी किया जा सकता है। इसे सूंघने से दिमाग को शांति मिलती है।

चक्र फूल के नुकसान

चक्र फूल का इस्तेमाल हमेशा आयुर्वेद विशेषज्ञ से पूछ कर करना चाहिए। इसके अधिक सेवन से कई दुष्प्रभाव देखने पड़ सकते हैं।

1. इसके अधिक मात्रा में इस्तेमाल से उल्टी दस्त की समस्या सामने आ सकती है।

2. यह नशा जैसा असर भी कर सकता है।

3. यह हृदय की गति को सामान्य से धीमा कर सकता है।

4. कुछ लोगों को इससे दौरे भी आ सकते हैं।

5. बच्चों को चक्र फूल नहीं देना चाहिए। क्योंकि कुछ मामलों में यह विषाक्त हो सकता है।

6. गर्भावस्था में और स्तनपान कराने वाली माताओं को इसके प्रयोग से पहले डाॅक्टर से पूछ लेना चाहिए।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

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