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Raw Turmeric Benefits:सर्दी-जुकाम ही नहीं, प्रोस्टेट और स्तन कैंसर के जोखिम को कम करने में भी मददगार हो सकती है कच्ची हल्दी

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Raw Turmeric Benefits:सर्दी-जुकाम ही नहीं, प्रोस्टेट और स्तन कैंसर के जोखिम को कम करने में भी मददगार हो सकती है कच्ची हल्दी
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By NPG News

Raw Turmeric Benefits:; हमारे देश में सदियों से कच्ची हल्दी का प्रयोग स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम समस्याओं से बचने के लिए किया जाता रहा है। सर्दियों के मौसम में तो हल्दी के दूध का सेवन सर्दी-खांसी से बचने के लिए रामबाण उपाय माना जाता है। अगर हम मार्केट में मिलने वाले हल्दी पाउडर की जगह कच्ची हल्दी का प्रयोग करें तो फायदे कई गुना ज्यादा मिलते हैं। आइए जानते हैं कि कच्ची हल्दी को गुणों का भंडार क्यों कहा जाता है।

1.सर्दी, जुकाम और खांसी से बचाव

हल्दी एक ऐसी जड़ी बूटी है जिसका उपयोग सदियों से सर्दी, खांसी जैसी कई स्थितियों से बचने के लिए किया जाता रहा है।क्योंकि इससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। कच्ची हल्दी में मौजूद करक्यूमिन श्वसन तंत्र विकारों, जैसे – सर्दी, खांसी, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस आदि को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है। कच्ची हल्दी को दूध में उबाल कर पीने से गले की खराश के उपचार में मदद मिल सकती है। कच्ची हल्दी से बनी चाय भी खांसी दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद है।

2. कैंसर से लड़ने के गुण

कच्ची हल्दी बेनिफिट्स में कैंसर से बचाव भी शामिल है। इस विषय से जुड़े एक अध्ययन से पता चलता है कि हल्दी में मौजूद करक्यूमिन नामक यौगिक में एंटी-कैंसर गुण पाया जाता है। यह गुण कई तरह के कैंसर, जैसे प्रोस्टेट कैंसर, स्तन कैंसर, पेट के कैंसर और अग्नाशय के कैंसर के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।

3.त्वचा के लिए

हल्दी का उपयोग त्वचा को चमकदार और स्वस्थ रखने में बहुत कारगर है। इसके इन्हीं गुणों के कारण भारतीय संस्कृति में विवाह के पूर्व पूरे शरीर पर हल्दी का उबटन लगाया जाता है।

4. डायबिटीज़ कंट्रोल करने के लिए

कच्ची हल्दी के सेवन से डायबिटीज को कंट्रोल में रखा जा सकता है।हल्दी में मौजूद करक्यूमिन एंटी हाइपरग्लाइसेमिक खून में ग्लूकोज के स्तर को कम करने में उपयोगी हो सकता है।

5. बालों के लिए

हल्दी का उपयोग अगर नारियल के तेल में मिलाकर किया जाए तो इससे डैंड्रफ की समस्या के साथ खुजली और बालों के झड़ने की समस्या से भी राहत मिल सकती है।

6.न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग से बचाने में सहायक

न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग यानी तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं । इसमें अल्जाइमर रोग (भूलने की बीमारी) और पार्किंसंस रोग (नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या ) आदि शामिल हैं। कच्ची हल्दी के फायदों में इन समस्याओं से बचाव भी शामिल है।

7. मोटापे की समस्या को नियंत्रित करने के लिए

हृदय रोग, स्ट्रोक और डायबिटीज़ जैसी समस्याओं के लिए कई बार मोटापा भी ज़िम्मेदार होता है। एक शोध में कच्ची हल्दी का सेवन कमर की चौड़ाई, वजन और बॉडी मास इंडेक्स को कम करने में कारगर पाया गया है।

8. ब्लड प्यूरिफाई करने के लिए

कच्ची हल्दी का उपयोग खून को साफ करने के लिए भी किया जा सकता है। इससे शरीर तो स्वस्थ रहता ही है। साफ खून तमाम तरह की स्किन डिसीज़ से भी बचाता है।

ये ध्यान रखा जाना चाहिए कि हल्दी के सेवन की सही मात्रा व्यक्ति की उम्र और उसके स्वास्थ्य के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। ऐसे में संबंधित डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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