Raipur News: महिला डॉक्टर हटाई गई, 7 घण्टे वेट कराने के बाद प्रसूता को भेजा प्राइवेट अस्पताल, प्रसूता व नवजात की मौत....
रायपुर। इलाज में लापरवाही के चलते राजधानी के एक सरकारी अस्पताल में प्रसूता की जान चली गई। सीएमएचओ ने जांच कमेटी बनाई थी जिसकी रिपोर्ट मिलने के बाद अस्पताल के प्रमुख डॉ नेहा अग्रवाल को हटा दिया गया है। उनकी जगह शिशु रोग विशेषज्ञ भेनूज कुमार सिन्हा को अस्पताल का प्रभार दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार 9 जून को गुढ़ियारी निवासी गर्भवती महिला को लेकर उसके परिजन सुबह 11 बजे गुढ़ियारी के सरकारी अस्पताल पहुंचे थे। जहां डॉक्टर उन्हें बार-बार डिलीवरी का आश्वासन देते रहे। दोपहर 2 बजे अस्पताल की डॉक्टर चली गई। दिन भर अस्पताल में रहने के बावजूद महिला की ना तो डिलीवरी हुई और ना ही जांच की गई। इलाज में देरी के चलते गर्भवती महिला बेहोश हो गई। लगभग 7 घंटे तक शासकीय अस्पताल में रहने के बावजूद डिलीवरी नहीं कराई गई। 7 घंटे इंतजार करवाने के बाद उसे निजी अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
दो निजी अस्पतालों के चक्कर लगाने के बाद प्रसूता महिला व गर्भ में पल रहे उसके शिशु की मौत हो गई। हमर अस्पताल मे महिला को अनावश्यक रोकने की वजह से महिला की हालत बिगड़ने का आरोप परिजनों ने चिकित्सकीय स्टाफ पर लगाया था। इस मामले में जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मिथिलेश चौधरी ने जांच के लिए टीम बनाई थी। टीम ने मंगलवार को हमर अस्पताल पहुंचकर अपनी जांच की इस दौरान वहां के डॉक्टरों द्वारा बरती गई विभिन्न तरह की लापरवाही भी उजागर की थी। महिला की स्थिति सीजर की हो चुकी थी मगर डॉक्टरों ने उसकी व्यवस्था नहीं की। साथ ही साथ शासकीय अस्पताल भेजने की बजाय उसे निजी अस्पताल रवाना कर दिया गया। तमाम बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार कर उसे सीएमएचओ को सौंपा गया था। जिसके बाद आज कार्यवाही करते हुए अस्पताल की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ नेहा अग्रवाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुढ़ियारी के प्रभार से हटाते हुए शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गुढ़ियारी के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्ट भेनूज कुमार सिन्हा को प्रभारी नियुक्त किया है।