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Paan Khane Ke Fayde: भारी लंच के बाद चबा कर खा लिया एक पान तो ब्लोटिंग, एसिडिटी से तुरंत मिलेगी राहत, पेट हो जाएगा हल्का, जानिये पान खाने के कमाल के फायदे और कुछ परहेज...

Paan Khane Ke Fayde: भारी लंच के बाद चबा कर खा लिया एक पान तो ब्लोटिंग, एसिडिटी से तुरंत मिलेगी राहत, पेट हो जाएगा हल्का, जानिये पान खाने के कमाल के फायदे और कुछ परहेज...

Paan Khane Ke Fayde: भारी लंच के बाद चबा कर खा लिया एक पान तो ब्लोटिंग, एसिडिटी से तुरंत मिलेगी राहत, पेट हो जाएगा हल्का, जानिये पान खाने के कमाल के फायदे और कुछ परहेज...
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By Divya Singh

Paan Khane Ke Fayde: भारत में खाना खाने के बाद पान खाने-खिलाने की जो परंपरा रही है, उसके पीछे इसका रिफ्रेशिंग स्वाद ही कारण नहीं हैं बल्कि इसके वे जबरदस्त स्वास्थ्य लाभ भी है जिन्हें बुजुर्गों ने समझा और इसे एक परंपरा में तब्दील किया। पान खाने से पाचन तो बेहतर होता ही है, दिल की सेहत भी दुरुस्त रहती है और कफ़ नाशक तो ये है ही। इसके अलावा भी पान खाने के अनेकों लाभ हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में।

बेहतर पाचन

खाना खाने के बाद एक पान खाने से पाचन अच्छी तरह होता है। पान का पत्ता हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को स्टिम्युलेट करता है। खाना खाने के बाद पान का पत्ता चबाने से यह हमारे डाइजेस्टिव एंजाइम को एक्टिवेट करता है जिससे खाना अच्छी तरह पचता है। इसलिए जिन लोगों को खाने के बाद एसिडिटी, ब्लोटिंग जैसी समस्याएं होती हैं उन्हें पान का पत्ता खाने से बहुत लाभ मिलता है। पान खाने से कब्ज से राहत मिलती है और बावल मूवमेंट बेहतर रहता है।

दिल के लिए फायदेमंद

दिल के आकार का पान का पत्ता दिल के लिए भी बेहद फायदेमंद है ।आयुर्वेद के अनुसार पान का पत्ता स्वाद में कटु- तिक्त होता है जो हाई कोलेस्ट्रॉल को कम करता है। इसका नेचर अल्केलाइन होता है जो हमारी आर्टरीज में ब्लॉकेज नहीं होने देता है और अगर ब्लॉकेज हो भी जाए तो उसे हटाने में मदद करता है।

लिवर के लिए फायदेमंद

पान के पत्ते में यूजेनाॅल होता है जो लिवर की हेल्थ के लिए फायदेमंद है।लिवर लिपिड मेटाबॉलिज्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और लिपिड को संसाधित करता है। पान का पत्ता बढ़े हुए लिपिड को कम करता है। इससे फैटी लिवर की समस्या नहीं होती। साथ ही यह ट्राइग्लिसराइड लेवल को भी घटाता है। अंततः इससे हार्ट हेल्थ भी ठीक रहती है।

कफ़ से राहत

सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर क्रोनिक कफ और अस्थमा तक में पान का पत्ता फायदेमंद है क्योंकि पान के पत्ते में कफ नाशक गुण होते हैं। साथ ही यह फेफड़ों और सांस की नलियों को साफ करता है। पान का पत्ता चबाने से कफ़ ढीला होकर निकल जाता है। छोटे बच्चों के लिए भी पान के पत्ते का उपाय असरकारक है। आप पान के पत्ते को सरसों का तेल या घी लगाकर तवे पर हल्का सा सेंके और हल्का गर्म रहने पर उनके सीने पर बांध दें। ऊपर से कपड़े पहना दें और रात को ढंक कर सुला दें। इससे उन्हें कफ़ से राहत मिलेगी।

ओरल हेल्थ के लिए फायदेमंद

पान का पत्ता हमारी ओरल हेल्थ के लिए भी फायदेमंद है। पान के पत्ते में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। खाना खाने के बाद पान का पत्ता चबाने से न केवल मुंह से आने वाली दुर्गंध दूर होती है बल्कि दांत और मसूड़े को भी फायदा होता है। पान का पत्ता चबाने से बैक्टीरियल इंफेक्शन का खतरा टलता है, मसूड़ों की सूजन कम होती है और दांतों पर मसूड़ों की पकड़ भी मजबूत होती है।

दर्द से राहत

मसल पेन हो या जोड़ों का दर्द, पान का पत्ता खाने से आपको इन सभी से राहत मिलती है। पान के पत्ते के नेचुरल एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण आपको सूजन से राहत देते हैं और जोड़ों के दर्द को कम करते हैं। अकड़न को कम करते हैं।

सिर दर्द से राहत

तेज़ सिर दर्द या माइग्रेन में भी आपको पान के पत्ते राहत दिला सकते हैं। इसके लिए पान के पत्तों का पेस्ट बनाइये और अपने माथे पर लगाइए। आपको काफी राहत मिलेगी।

स्किन इंफेक्शन से राहत

डाॅ सलीम जैदी के अनुसार स्किन इन्फेक्शन में भी पान का पत्ता कारगर है। आप इसके पत्ते का जूस निकाल कर उसे कॉटन बॉल से प्रभावित हिस्से पर लगा सकते हैं। इससे आपको काफी राहत मिलेगी। वहीं अगर आपको चोट लग जाए तो आप पान के पत्ते को उबालकर पानी छान लें। इस पानी से घाव को धोएं। आप पान के पत्ते का पेस्ट भी घाव पर लगा सकते हैं। इससे हीलिंग प्रोसेस फास्ट होगी और घाव जल्दी भरेगा क्योंकि पान के पत्ते में नेचुरल एंटीसेप्टिक गुण होते हैं।

फैट कम करने में मदद

पान का पत्ता खाने से हमारा मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है जिससे कैलोरी तेजी से बर्न होती है। यही नहीं यह बॉडी में स्टोर्ड फैट को भी गलाने में मदद करता है।

ये लोग करें पान से परहेज

1. जिन लोगों को गैस्ट्रिक अल्सर की प्राॅब्लम है, उन्हें पान से परहेज करना चाहिए।

2. जिन लोगों को ब्लीडिंग डिसऑर्डर है,जिनका खून बहना नहीं रुकता, उन्हें भी पान से परहेज करना चाहिए।

3. पीरियड में हैवी फ्लो से जूझने वाली महिलाओं को भी पान खाने से परहेज करना चाहिए।

4. इसी तरह गर्भवती और दूध पिलाने वाली मां को भी पान से परहेज करना चाहिए।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

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