Nipah Virus-अब इस वायरस का बढ़ा खतरा: दो लोगों की मौत के बाद लॉकडाउन जैसे हालात, स्कूल, कॉलेज बंद...
डेस्क। केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस से हुई मौतों के बाद तमिलनाडु के सार्वजनिक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशालय ने सीमावर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया है। तमिलनाडु सरकार के सार्वजनिक स्वास्थ्य और निवारक चिकित्सा निदेशक डॉ. टीएस. सेल्वनिवायगम ने एक बयान में कहा, "केरल से सामने आए निपाह वायरस के दो मामलों के मद्देनजर, हम स्वास्थ्य टीमों द्वारा सीमा चौकियों पर केरल से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग करेंगे। केरल के साथ सीमा साझा करने वाले तमिलनाडु के छह जिलों में चौबीस घंटों के लिए एक अलग टीम तैनात की है।
केरल के कन्नूर, वायनाड और मलप्पुरम में अलर्ट जारी कर दिया गया है। 7 ग्राम पंचायतों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। इन इलाकों और यहां के अस्पतालों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके अलावा कोझिकोड के जिला अधिकारी ने उपरोक्त 7 पंचायतों के सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, आंगनबाड़ी केंद्र, बैंक और सरकारी संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है।
स्वास्थ्य सेवाओं के उप निदेशकों को आवश्यक सुरक्षात्मक उपकरणों के साथ सीमाओं पर सभी लक्षण वाले बुखार के मामलों की जांच करने का निर्देश दिया गया है।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यम ने नीलगिरि जिले के गुडलूर में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लोगों को केरल में निपाह के प्रकोप से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। मंत्री ने यह भी कहा कि जिन लोगों में बुखार के लक्षण होंगे उनकी स्क्रीनिंग की जाएगी।
मालूम हो कि निपाह वायरस की पहचान पहली बार साल 1999 में हुई। पहली बार मलेशिया में सुअर पालने वाले किसानों में इस वायरस का अटैक दिखा था। साल 2001 में बांग्लादेश में भी निपाह वायरस के मामले सामने आए थे। बीते 20 सालों में भारत में पांच बार निपाह वायरस ने दस्तक दी है। निपाह वायरस का पहला आउटब्रेक वेस्ट बंगाल के सिलीगुड़ी में हुआ था।
निपाह वायरस का फैलाव
निपाह वायरस इंसानों को सीधे संपर्क से संक्रमित करता है। अगर संक्रमित जानवर के शारीरिक द्रव्यों (लार, खून आदि) के संपर्क में आए तो इंफेक्शन हो सकता है।फ्रूट बैट्स को निपाह वायरस का मेन कैरियर माना जाता है।इंसानों को चमगादड़ों के मुंह लगाए फल खाने से भी निपाह वायरस हो सकता है।इंसानों से इंसानों में संक्रमण फैलने के भी मामले आए हैं।
लक्षण जाने
इंसानों में निपाह वायरस के लक्षण संक्रमण के 5-14 दिनों में दिखता है। शुरू में सिरदर्द और बुखार होता हैं। फिर सांस से जुड़ी बीमारी भी होती है। इसके बाद थकान, मानसिक भ्रम जैसे लक्षण दिखने लगते है। 24-48 घंटों में ये लक्षण मरीज को कोमा में पहुचा सकते हैं। निपाह वायरस से आखिर में इंसेफेलाइटिस (दिमाग फूल जाना) और एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम बीमारी होती है। मरीज की मौत इन्हीं दो बीमारियों से होती है।