रायपुर। आज बड़ी संख्या में रायपुर और आसपास के अस्पतालों के संचालक स्टेट नोडल एजेंसी कार्यालय के सामने एकत्रित हुए. अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी की अनुपस्थिति में संबंधित स्टेट नोडल एजेंसी के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर भुगतान की वस्तु स्थिति जानने की कोशिश की गई.
आईएमए के प्रेसिडेंट Dr राकेश गुप्ता ने बताया कि पिछले दो वर्षों के भुगतान में आई विसंगतियों और विवादास्पद रिकवरी केसेस के संबंध में जल्द ही स्टेट नोडल एजेंसी के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से मिलने की कोशिश की जाएगी.
उपस्थित अस्पताल के संचालकों ने अपनी व्यथा और रोष व्यक्त करते हुए कहा कि लाखों रुपए के भुगतान जो 2 वर्ष पहले किए गए, अब उन्हें लंबित भुगतान की प्रक्रिया में से राशि काटकर भुगतान दिखाने की कोशिश की जा रही है. इस संबंध में जिला और राज्य शिकायत निवारण समिति की बैठक बुलाने की पहल की जा रही है. एक तरफा रिजेक्शन और रिकवरी से अस्पताल संचालकों में भारी रोष है.
जुलाई अगस्त माह के भुगतान अभी तक न होने से अस्पताल संचालकों में आगे आयुष्मान योजना जारी रखने के बारे में संशय की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से बातचीत में पता चला है कि भुगतान की प्रक्रिया को वित्त विभाग से जल्दी पूरा करने की कोशिश की जा रही है इसमें करीब 348 करोड रुपए की राशि अगले कुछ सप्ताह में मिलने की संभावना है.