उम्र बढ़ने के साथ शरीर की देखभाल अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। 30 साल की उम्र के बाद शरीर में कई बदलाव आने लगते हैं, जिससे सेहत पर असर पड़ सकता है। इस उम्र में थकान, सांस की तकलीफ और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं सामान्य हो सकती हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक साबित हो सकता है। अगर इन लक्षणों पर ध्यान नहीं दिया गया तो यह भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकते हैं। आयुर्वेद के एक्सपर्ट डॉ. रोबिन शर्मा के अनुसार, 30 के बाद शरीर में कुछ अहम बदलाव होते हैं, जिन्हें समय रहते समझकर सही कदम उठाना जरूरी है।
1. लगातार थकान रहना
डॉ. रोबिन शर्मा के मुताबिक, अगर बिना किसी भारी काम के भी लगातार थकान का अनुभव हो तो यह न्यूट्रिशनल डेफिशिएंसी का संकेत हो सकता है। खासतौर पर आयरन और विटामिन बी12 की कमी इसके मुख्य कारण होते हैं। यदि इस समस्या का समाधान समय पर न किया जाए तो यह शरीर की ऊर्जा को और भी कमजोर कर सकता है। ऐसे में आपको अपनी डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियां, मुनक्का, तिल के बीज और आयरन और विटामिन बी12 से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। सुबह के समय 4-5 मुनक्का के दाने और 2 बड़े चम्मच तिल के बीज भिगोकर खाएं, यह शरीर को ऊर्जा देने में मदद करेगा।
2. सांस लेने में तकलीफ
सीढ़ी चढ़ने या तेज चलने पर सांस में भारीपन या तकलीफ महसूस होना दिल के स्वास्थ्य की खराब स्थिति को दर्शा सकता है। यह संकेत हैं कि दिल में किसी प्रकार की समस्या हो सकती है। ऐसी स्थिति में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर आहार का सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। ओमेगा-3 को प्राप्त करने के लिए आप अखरोट, फ्लैक्स सीड्स, चिया सीड्स, और फिश ऑयल कैप्सूल का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, अर्जुन की छाल की चाय का सेवन भी दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। अर्जुन की छाल में दिल को मजबूत करने वाले तत्व होते हैं, जो रक्त संचार को बेहतर करते हैं।
3. अचानक से बाल झड़ना
यदि आपकी उम्र 30 के पार है और आपको अचानक से बालों का झड़ना महसूस हो रहा है, तो यह न्यूट्रिशनल डेफिशिएंसी या हॉर्मोनल इंबैलेंस का संकेत हो सकता है। बालों का झड़ना अगर जेनेटिक नहीं है तो इसका मतलब है कि शरीर में प्रोटीन और बायोटीन की कमी हो सकती है। इस समस्या का समाधान करने के लिए आपको बायोटीन और प्रोटीन से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए। अंडे, नट्स, और मांसाहारी आहार इस समस्या को दूर करने में मदद करते हैं।
30 के बाद शरीर का ध्यान रखना क्यों जरूरी है
30 साल के बाद शरीर की विभिन्न प्रणालियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। यह समय है जब उम्र के साथ होने वाली समस्याओं को सही आहार और लाइफस्टाइल से नियंत्रित किया जा सकता है। यदि समय रहते सही कदम नहीं उठाए गए तो ये समस्याएं बढ़ सकती हैं, जिससे आगे चलकर गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
इसलिए, डॉ. रोबिन शर्मा के मुताबिक, 30 साल की उम्र के बाद शरीर को सही पोषण देना, सही आहार खाना और नियमित रूप से व्यायाम करना आवश्यक है। इसके साथ ही अगर शरीर में कोई असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इस तरह से आप बुढ़ापे में स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।