Nautapa Home Remedies : 25 मई से शुरू हो रहा नौतपा...आइये जानें कैसे बचे लू से व इसके घरेलू उपाय
लू लगने पर शरीर का तापमान बढ़ जाता है। पूरा शरीर तपने लगता है। साथ ही बेहोशी आना, तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, उलटी आना, चक्कर आना, दस्त, सिरदर्द, शरीर टूटना, बार-बार मुंह सूखना और हाथ-पैरों में कमजोरी आना लू लगने के मुख्य लक्षण हैं।
नौतपा शुरू होने वाले हैं. इन दिनों में लोग गर्मी से बेहाल हो जाते हैं. बता दें कि 25 मई से नौतपा की शुरुआत हो रही है. ये 9 दिन गर्मी का प्रकोप बहुत ज्यादा होता है. 25 मई से 2 जून तक का नौतपा रहेगा. माना जाता है कि सबसे ज्यादा गर्मी नौतपा के दौरान ही पड़ती है। इन दिनों सूरज आग उगलता है और तापमान अपने शबाब पर होता है।
ऐसे में हवा के गर्म थपेड़ों और बढ़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में लू से बचाव उन लोगों के लिए ज्यादा जरूरी हो जाता है जिनकी पूरी दोपहरी भागदौड़ में गुजरती है। लेकिन यदि थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो नौतपा की भीषण गर्मी में भी अपने आप को महफूज रखकर लू को छू किया जा सकता है। बस जरूरत है थोड़ी सी सावधानी की।
लू लगने के लक्षण
लू लगने पर शरीर का तापमान बढ़ जाता है। पूरा शरीर तपने लगता है। साथ ही बेहोशी आना, तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, उलटी आना, चक्कर आना, दस्त, सिरदर्द, शरीर टूटना, बार-बार मुंह सूखना और हाथ-पैरों में कमजोरी आना लू लगने के मुख्य लक्षण हैं।
लू लगने पर क्या करें
लू लगे व्यक्ति को ठंडी और छायादार जगह पर रखें। शरीर के तापमान को कम करने के लिए खूब पानी पिलाएं और ठंडा कपड़ा उसके शरीर पर रखें। लगातार तरल और ठंडे पदार्थ देकर उसके शरीर में पानी की कमी न होने दें। उसके हाथ-पैरों की हल्के हाथों से मालिश करें। नमक व चीनी मिला हुआ पानी, शर्बत आदि दें। इसके अलावा कच्चे प्याज, चने की भाजी एवं रीठा के बीच को पानी में भिंगोकर हथेली व पैरों के तलवे में मालिस करने से लू का असर कम हो जाता है साथ ही चिकित्सक की भी सलाह लें।
लू से बचने के घरेलू उपाय
* पानी और ग्लूकोज – गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में भरपूर पानी पीएं साथ ही रसीले फलों, सलाद आदि का सेवन करें. साथ ही एनर्जेटिक रहने के लिए पानी में ग्लूकोज मिलाकर पीएं।
* आम का पना – कच्चे आम से तैयार किया गया पना गर्मी का सबसे अच्छा पेय पदार्थ माना जाता है। इसके अलावा शिकंजी, खस का शर्बत आदि भी समय समय पर लेते रहें। इससे शरीर में ठंडक बनी रहती है।
* धनिया - धनिए का इस्तेमाल गर्मी के दिनों में काफी फायदेमंद होता। धनिए को पानी में भिगो लें फिर उसे अच्छी तरह मसलकर तथा छानकर उसमें थोड़ी सी चीनी मिला लें. इस मिश्रण का रोजाना सेवन करने से गर्मी में राहत मिलती है।
* नींबू - पानी में नींबू और नमक मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीते रहने से लू लगने का खतरा कम रहता है।
* प्याज - यह तो सर्वविदित है कि कच्चा प्याज लू से बचाने में मददगार होता है। भोजन के साथ कच्चे प्याज को अपने सलाद में शामिल करें। साथ ही एक थोड़ी प्याज को हमेशा अपने जेब में डालकर रखें।
*सत्तू – चने से बने सत्तू में लू से बचाव के गुण होते हैं। यह पेट को शीतलता प्रदान करने के साथ ही पेट की कई तरह की व्याधियों को भी दूर करता है। चने के सत्तू को पानी, काला नमक और नींबू के साथ सेवन करने से शरीर तरावट मिलने के साथ ही पाचनतंत्र ठीक रहता है।
* पुदीना और तुलसी - एक गिलास ठंडे पानी में दोनों पोदीना और तुलसी के पत्तों का पाउडर और थोड़ी सी चीनी मिलाकर पीने से गर्मी में लू के खतरे से बचा जा सकता है।
जरा सी सावधानी, बड़ी सुरक्षा
अक्सर धूप और गर्मी में काम करने वाले और घूमने वाले यदि थोड़ी सी कुछ सावधानियां बरतें तो लू और गर्मी से होने वाली परेशानियों से बचा जा सकता है। इसके लिए बस यह करें…
* तेज गर्म हवाओं में बाहर जाने से बचें। नंगे बदन और नंगे पैर धूप में न निकलें।
* घर से बाहर निकले तो ढीले-ढाले कपड़े पहनकर निकलें, ताकि शरीर को हवा मिलती रहे।
* ज्यादा टाइट और डार्क रंग के कपड़े कतई न पहनें। साथ ही सूती कपड़े ज्यादा पहनें जो पसीने को आसानी से सोख लेते हैं।
* ज्यादा देर भूखे रहने से बचें और खाली फेट घर से न निकले। साथ ही तेज गर्मी से आकर एक दम से फ्रिज आदि का ठंडा पानी न पीएं।
* धूप से बचने के लिए चश्मा एवं टोपी पहनकर बाहर जाएं। साथ ही चेहरे को कपड़े से ढक कर रखें।