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Mulberry Benefits for Women: शहतूत के फायदे महिलाओं के लिए - पीरियड क्रैम्प्स से लेकर मेनोपॉज और खूबसूरती बढ़ाने तक उपयोगी।

Mulberry Benefits for Women: शहतूत को अंग्रेजी में Mulberry कहा जाता है। यह फल विटामिन C, विटामिन K, आयरन और कैल्शियम का समृद्ध स्रोत है। इसकी ठंडी तासीर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसे महिलाओं के लिए खास बनाते हैं। गर्मी के मौसम में यह फल स्वास्थ्य की कई समस्याओं से राहत देने वाला माना जाता है।

Mulberry Benefits for Women: शहतूत के फायदे महिलाओं के लिए - पीरियड क्रैम्प्स से लेकर मेनोपॉज और खूबसूरती बढ़ाने तक उपयोगी।
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By Ragib Asim

Mulberry Benefits for Women: शहतूत को अंग्रेजी में Mulberry कहा जाता है। यह फल विटामिन C, विटामिन K, आयरन और कैल्शियम का समृद्ध स्रोत है। इसकी ठंडी तासीर, एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इसे महिलाओं के लिए खास बनाते हैं। गर्मी के मौसम में यह फल स्वास्थ्य की कई समस्याओं से राहत देने वाला माना जाता है।

उम्र के साथ बदलते पीरियड्स | Period Changes with Age

हर महिला की माहवारी उम्र के साथ बदलती रहती है। किशोर अवस्था में कुछ लड़कियों को पीरियड्स के दौरान अधिक दर्द होता है। वहीं, मां बनने के बाद कुछ महिलाओं को कमजोरी और दर्द की समस्या अधिक होती है। उम्र के हर दशक में पीरियड्स का पैटर्न बदल सकता है। कुछ महिलाओं को कम दिन के पीरियड होते हैं लेकिन ऐंठन और दर्द अधिक रहता है। ऐसे में शहतूत एक छोटा लेकिन असरदार उपाय हो सकता है।

शहतूत की विशेषता | Speciality of Mulberry

शहतूत को Morus के नाम से भी जाना जाता है। इसके रंग के अनुसार इसे अलग-अलग नामों से पुकारा जाता है जैसे सफेद शहतूत – Morus Alba, लाल शहतूत – Morus Rubra, और काला शहतूत – Morus Nigra। यह फल कैल्शियम, फाइबर, विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो इसे और अधिक उपयोगी बनाता है।

शहतूत बढ़ाता है खून | Mulberry Increases Hemoglobin

गर्भावस्था और प्रसव के बाद अधिकतर महिलाओं को खून की कमी की समस्या होती है। शहतूत आयरन का अच्छा स्रोत है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाने में सहायक होता है। अगर किसी महिला को हैवी पीरियड्स होते हैं, तो उसे गर्मियों में शहतूत का सेवन जरूर करना चाहिए।

शरीर को ठंडक देता है शहतूत | Mulberry Cools the Body

गर्मियों में शहतूत की ठंडी तासीर शरीर में ठंडक बनाए रखती है। यह उन महिलाओं के लिए उपयोगी है, जिन्हें गर्मियों में पाचन से जुड़ी दिक्कतें होती हैं। अगर आप दिनभर घर से बाहर रहते हैं या पाचन तंत्र कमजोर है तो रोजाना मुट्ठीभर शहतूत खाना लाभकारी होगा।

चिड़चिड़ापन करता है दूर | Controls Mood Swings

शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी से मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन अधिक होता है। खासतौर पर आयरन की कमी से यह समस्या बढ़ जाती है। बढ़ते तापमान में यह और गंभीर हो सकती है। शहतूत में आयरन प्रचुर मात्रा में होता है, जिससे मूड को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। इसके सेवन से शरीर को ठंडक भी मिलती है।

त्वचा को बनाए सुंदर | Mulberry for Glowing Skin

झाइयां, झुर्रियां, पिगमेंटेशन और बेजान त्वचा की समस्या उम्र बढ़ने के साथ आम है। लेकिन नियमित रूप से शहतूत खाने से त्वचा को कोलेजन मिलता रहता है। इसमें मौजूद विटामिन C त्वचा की चमक बनाए रखता है और उम्र के निशानों को कम करता है। इससे चेहरा हेल्दी और फ्रेश दिखता है।

पीरियड क्रैम्प्स में राहत | Mulberry for Period Cramps

यदि आपको पीरियड के दौरान दर्द या ऐंठन अधिक होती है तो शहतूत को डाइट में शामिल करें। इसकी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर में सूजन और दर्द को कम करते हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम, विटामिन C और K हार्मोनल संतुलन को ठीक रखने में सहायक हैं। इससे पीरियड दर्द, ऐंठन और मूड स्विंग्स कम होते हैं।

बालों के लिए भी लाभकारी | Mulberry for Healthy Hair

शहतूत में मौजूद विटामिन C त्वचा की लोच को बढ़ाता है और आयरन बालों की जड़ों को मजबूत करता है। इससे बालों का गिरना और टूटना कम होता है। शहतूत मूड को भी बेहतर करता है, जिससे तनाव कम होता है और हार्मोनल असंतुलन से होने वाला हेयर फॉल भी कंट्रोल में रहता है।

मेनोपॉज में सहायक | Mulberry Eases Menopause

मेनोपॉज एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन पेरिमेनोपॉज से मेनोपॉज तक की यात्रा कई महिलाओं के लिए मुश्किल होती है। इस दौरान हॉट फ्लैश, थकान, मूड स्विंग्स, कमजोरी जैसी समस्याएं आती हैं। शहतूत की ठंडी तासीर हॉट फ्लैश को नियंत्रित करती है और विटामिन K हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसलिए मेनोपॉज के दौरान शहतूत का सेवन फायदेमंद है।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

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