Mother Needs Care Too: ढल रही है माँ की उम्र, अब उसे भी है केयर की ज़रूरत, बच्चे बढ़ा सकते हैं मदद का हाथ...
Mother Needs Care Too : माँ पर जब उम्र अपने निशान छोड़ने लगती है तो उसका शरीर थकने लगता है। बीमारियां शरीर में घर करने लगती हैं। जीवन भर हर हारी-बीमारी में परिजनों का ध्यान रखती आई माँ को उम्र के इस दौर में मदद और केयर की ज़रूरत होती है। हो सकता है कि बच्चे उसकी परेशानियों की गहराई न समझते हों तो अपनी भूमिका न समझ पा रहे हों। माँ की कुछ ऐसी ही समस्याओं के बारे में हम यहां आपको बता रहे हैं। पढ़िए और प्यार भरा मदद का हाथ आगे बढ़ाइए।
वजन बढना
35 से 40 की उम्र के बाद महिलाओं का वज़न तेजी से बढ़ता देखा गया है। बढ़ता हुआ वज़न और मोटापा अपने आप में तो एक समस्या है ही, साथ ही यह दूसरी अनेक बीमारियों का भी कारण बनता है। अगर माँ अपने बढ़ते मोटापे को लेकर सचेत नहीं है या खुद के लिए समय नहीं निकाल पा रही है तो कम से कम सुबह के आधे घंटे आप उन्हें अपने साथ वाॅक पर ले जाएं। पीछे पड़कर माँ को इसकी आदत डलवाएं। साथ में घूमेंगे तो माँ के लिए नई आदत डालना बोरिंग भी नहीं होगा।
हाई बीपी
बढ़ती उम्र में होने वाली एक काॅमन प्राॅब्लम है हाई बीपी की। इसपर समय रहते ध्यान न दिया तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए बहुत ध्यान से 40 के बाद माँ का ब्लड प्रेशर हर साल चैक ज़रूर करवाएं।
डायबिटीज़
प्रायः माँ सबकी ज़रूरतों का तो ख्याल रखती है लेकिन खुद के प्रति लापरवाह हो जाती है। मोटापा और तनाव बढ़ने और अनियमित खानपान के कारण डायबिटीज की बीमारी हो सकती है। अगर माँ को बार-बार और जल्दी थकान महसूस हो रही हो या चिड़चिड़ापन हो रहा हो तो साथ जाकर ब्लड शुगर लेवल ज़रूर चेक करवा लीजिए। और डाॅक्टर की सलाह के मुताबिक उनकी दिनचर्या और खानपान तय करने और काम में यथासंभव मदद कीजिए।
वीक बोन्स की प्राॅब्लम और आर्थराइटिस
जैसे-जैसे महिला की उम्र बढ़ती है, शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर घटता है जो कि हड्डी के घनत्व को प्रभावित करता है। ऐसे में जोड़ों में दर्द, जकड़न और सूजन की दिक्कत होने लगती है। घुटनों को मोड़ने में दिक्कत होने लगती है। माँ की ऐसी डाइट का ध्यान रखिए जिसमें भरपूर कैल्शियम हो। विटामिन डी के लेवल का भी ध्यान रखें। डाॅक्टर की सलाह से सप्लीमेंट्स शुरू करवा सकते हैं।
थायरॉइड
बढ़ती उम्र के साथ माँ खुद को कमजोर महसूस करने लगी है, थकने लगी है। अचानक से वजन बढ़ने या घटने लगा है तो माँ थायरॉइड की मरीज हो सकती है। माँ को साथ ले जाएं और टेस्ट करवाएं।
विटामिन की कमी
बढ़ती उम्र के साथ बहुत सी महिलाओं के शरीर में विभिन्न विटामिनों की कमी हो जाती है। जिसके कारण शरीर जल्दी थकने लगता है। आँखों की धुंधली रौशनी, कमजोर हड्डियां जैसी बहुत सी समस्याएं विटामिन की कमी के कारण होती हैं। डाॅक्टर से सलाह लेकर आप सप्लीमेंट शुरू करवा सकते हैं या डाइट में बदलाव करवाएं।
बढ़ता कोलेस्ट्रॉल
कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर कोरोनरी डिसीज़, हृदय रोग और स्ट्रोक का जोखिम बढ़ा देता है। ऐसे में 40 की उम्र के बाद कोलेस्ट्रॉल का परीक्षण ज़रूर करवा दें।
मीनोपाॅज
ढलती उम्र की सभी महिलाएं मीनोपाॅज के दौर से गुजरती हैं। इस दौरान हार्मोन परिवर्तन के कारण तनाव बढ़ने लगता है। मूड स्विंग होता है और आपको लग सकता है कि माँ तो हर समय चिड़चिड़ाती रहती है। इसके लिए नियमित प्राणायाम, अच्छा खानपान और नियमित जीवन शैली अपनाने के लिए माँ को प्रेरित करें।
ब्रेस्ट कैंसर
ब्रेस्ट कैंसर बहुत सी महिलाओं को जकड़ता है। अगर आप बेटी हैं तो माँ को इस उम्र में साल में एक बार मैमोग्राम टेस्ट करवाने के लिए प्रेरित करें। जल्दी पकड़ में आ जाने पर शुरुआती इलाज से ही इसे ठीक करने में मदद मिल सकती है।