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Men's Depression पुरुषों में डिप्रेशन : डिप्रेशन में पुरुषों क्यों जाते हैं?, जानिए कारण और बचाव

Mens Depression पुरुषों में डिप्रेशन : डिप्रेशन में पुरुषों क्यों जाते हैं?, जानिए कारण और बचाव
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By NPG News

भारतीय समाज में परिवार को संभालने में पुरुषों की भूमिका काफी अहम होती है। घर की छोटी चीजों से लेकर बड़ी-बड़ी चीजों की जिम्मेदारियां घर के मुखिया पर होती हैं। वैसे तो आजकल महिलाएं भी पुरुषों के कंधों से कंधा मिलाकर चल रही हैं लेकिन पुरुषों को भारतीय परिवारों में घर परिवार की रीढ़ कहा जाता है। जिम्मेदारियों के बीच पुरुषों में डिप्रेशन की समस्या भी बढ़ जाती है।

असफलता, संघर्ष और किसी अपने से बिछड़ जाने के कारण दुखी होना बहुत ही आम और सामान्य है। परन्तु अगर अप्रसन्नता, दुःख, लाचारी, निराशा जैसी भावनायें कुछ दिनों से लेकर कुछ महीनों तक बनी रहती है और व्यक्ति को सामान्य रूप से अपनी दिनचर्या जारी रखने में भी असमर्थ बना देती है तब यह डिप्रेशन नामक मानसिक रोग का संकेत हो सकता है।

कई बार घरेलू जिम्मेदारियों और सामाजिक प्रेशर के चलते डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। इनका किसी काम में मन नहीं लगता है. ऑफिस हो या पर्सनल, किसी से कुछ कह नहीं पाते।ऐसे में अगर आपके परिवार में कोई मुखिया या पुरुष के व्यवहार में बदलाव देख रहे हैं तो समझ जाइए कि वह डिप्रेशन का शिकार है। ऐसे में उनके मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए आज हम आपको कुछ टिप्स दे रहे हैं, जिनके जरिए पुरुषों के डिप्रेशन को दूर करने में आसानी होगी

पुरुषों में डिप्रेशन का कारण

पुरुषों में सबसे ज्यादा डिप्रेशन की वजह उनकी शारीरिक नहीं बल्कि मानसिक हालत होती है आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कैसे हो सकता है। कई बार पुरुषों की निजी या फिर प्रोफेशनल जिंदगी में पड़ने वाला प्रेशर डिप्रेशन का कारण होता है। अक्सर पुरुष जिम्मेदारियों के चलते अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ में सामने वाले की कही हर चीज के लिए हां बोल देते हैं। जिनसे वह सहमत नहीं होते हैं, फिर भी उन्हें पूरी करने की पूरी जद्दोजहद करते हैं। ऐसे में उन चीजों को पूरा करने का प्रेशर पुरुषों में डिप्रेशन का कारण बन जाता है। हो सके तो पुरुषों को न कहने की आदत डालनी चाहिए। अगर वह किसी बात से सहमत नहीं हैं तो उसके लिए सामने वाले को मना कर सकते हैं।

पुरुषों को करना चाहिए ये काम

डिप्रेशन से बचने के लिए सबसे पहले पुरुषों को अपने ऊपर ध्यान देना चाहिए। उनको अपनी लाइफ स्टाइल में कुछ बदलाव करने चाहिए। अगर उनकी नींद पूरी नहीं होती है तो सबसे पहले उन्हें नींद पूरी करनी चाहिए। इसके साथ ही उन्हें हेल्दी डाइट भी लेनी चाहिए। कई बार पुरुष जिम्मेदारियों को वहन करते-करते अपनी इंटरेस्ट की चीजें करना ही भूल जाते हैं। वह काम के साथ इतना ज्यादा घुलमिल चाहते हैं कि उनकी हॉबीज पीछे छूट जाती हैं। डिप्रेशन से बचने के लिए पुरुषों को अपनी मनपसंद चीजें जरूर करनी चाहिए। उन्हें अगर घूमना पसंद है तो कहीं अकेले लॉन्ग ड्राइव पर निकल जाना चाहिए। हो सके तो अपना पसंदीदा म्यूजिक भी सुनना चाहिए. अगर आप स्वस्थ रहेंगे तो अपने परिवार का और बेहतरी से ख्याल रख पाएंगे।

पुरुष हेल्थ के प्रति लापरवाह

अक्सर देखा जाता है कि पुरुष अपने हेल्थ के प्रति लापरवाह होते हैं। इसका बुरा असर उनकी सेहत पर पड़ता है। कई बार जब उनमें छोटी-मोटी बीमारियों के लक्षण दिखते हैं तो वह डॉक्टर के पास जाना ठीक नहीं समझते हैं। ऐसे में उनकी छोटी-छोटी बीमारियां कई बार बड़ा रूप ले लेती हैं. इसके चलते भी वह डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि डिप्रेशन अपने साथ कैंसर, डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारियों को भी साथ लेकर आता है। ऐसे में चाहिए कि पुरुषों को समय-समय पर डॉक्टर के पास जाकर अपना हेल्थ चेकअप जरूर कराना चाहिए।

जिम्मेदारियों के चलते पुरूष भूल जाते हैं जीना

परिवार की देखभाल और जिम्मेदारियों के चलते पुरुष काम में इतने ज्यादा व्यस्त हो जाते हैं कि उन्हें काम के अलावा कुछ नहीं दिखता है। वह न तो परिवार को टाइम दे पाते हैं और ना ही अपने दोस्तों को। उनका दुख बांटने के लिए कोई नहीं होता है. वह किसी से अपनी बात कहना तो चाहते हैं लेकिन कह नहीं पाते हैं। कई बार उन्हें इन सब चीजों की झल्लाहट के चलते अकेलापन तक महसूस होने लगता है। ऐसे में अगर आपको भी अकेलेपन की शिकायत हो रही है तो अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय गुजारें. उनसे बात करें। उनके साथ घूमने जाएं. परिवार के साथ बिताए गए छोटे-छोटे लम्हों में अपनी खुशी महसूस करेंगे।

शराब से बचें तो अच्छा रहेगा

जब लोग डिप्रेशन का शिकार होते हैं या फिर कोई बात नहीं परेशान करती है तो वह अल्कोहल का सहारा ले लेते हैं। यह बिल्कुल गलत है। अगर आपको जरा भी डिप्रेशन की या फिर किसी अन्य तरह की कोई शिकायत है तो पुरुषों को सबसे पहले डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए।नशीली चीजों के सेवन से दूर रहना चाहिए। इसका सेहत पर तो बुरा असर पड़ता ही है, साथ ही में अल्कोहल लेने वाले इंसान में एंजाइटी और डिप्रेशन बढ़ जाता है। इससे परिवार में भी और भी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं।

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