Is Ghee Good For Diabetes Patients: डायबिटीज में घी खाएं या न खाएं, खाएं तो कितना और कौन सा खाएं, जानिए यहां...
Is Ghee Good For Diabetes Patients: डायबिटीज़ में घी खाएं या न खाएं, खाएं तो कितना और कौन सा खाएं, जानिए यहां...

Is Ghee Good For Diabetes Patients
Is Ghee Good For Diabetes Patients: डायबिटीज़ है तो स्ट्रिक्ट डाइट को फाॅलो करना ज़रूरी है क्योंकि शुगर लेवल कब तेजी से बढ़ जाएगा और कब आपको हाॅस्पिटल पहुंचा देगा, कहना मुश्किल है। ऐसे में चिंता होना लाज़मी है। इसी डर के चलते डायबिटिक लोग बहुत सी चीज़ें छोड़ देते हैं। घी भी उन्हें में से एक है। लेकिन क्या वाकई डायबिटीज में घी खाना छोड़ देना चाहिए या फिर इसे खाया जा सकता है। खाया जाए तो कितना खाया जाए और कौन सा खाया जाए? इस जैसे सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे।
डायबिटीज़ में फायदेमंद घी
घी के बारे में लोगों की अवधारणा है कि यह फैट है और कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देगा। जबकि डायबिटीज में तो कोलेस्ट्रॉल की समस्या बढ़ ही जाती है। इसलिए लोग डर के मारे घी से परहेज करते हैं। लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक घी से इस तरह डरने की जरूरत नहीं है बल्कि घी की विशेषताओं को जानने की जरूरत है। आइए जानते हैं डायबिटीज में घी किस तरह फायदेमंद है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम करे
भारतीय भोजन में रोटी, चावल जैसी चीजों को अवॉइड करना लगभग असंभव है। आखिर इनसे ही तो हमारी थाली बनती है। क्या आप हर समय भूखे रह सकते हैं? नहीं। आप खाना कम कर सकते हैं लेकिन खाना तो आपको खाना ही है। ऐसे में अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो घी इन्फैक्ट आपकी मदद कर सकता है। एक्सपर्ट्स के अनुसार घी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। जब हम इसका सेवन हाई कार्बोहाइड्रेट वाली चीज़ों जैसे रोटी और चावल के साथ करते हैं (जिनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी हाई है ) तो घी एक खास भूमिका निभाता है और इन चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम करने में मदद करता है। जिससे खाना खाने के बाद ब्लड में शुगर का स्तर धीरे-धीरे बढ़ता है यानी कि शुगर स्पाइक्स नहीं होते। इसलिए शुगर के मरीजों को घी छोड़ना नहीं चाहिए बल्कि खाने के साथ इसे एक चम्मच मात्रा में खाना चाहिए। इससे उन्हें फायदा ही होगा।
घी बढ़ाता है इम्यूनिटी
डायबिटीज पेशेंट्स के साथ एक बहुत बड़ी समस्या 'कमजोर इम्यूनिटी' की होती है। घी में बहुत से फैट सॉल्युबल विटामिन होते हैं जैसे कि विटामिन ए, डी, ई और के। ये विटामिन आपकी इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं। इसलिए डायबिटीज पेशेंट्स को खाने के साथ एक चम्मच घी जरूर खाना चाहिए।
इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ाता है घी
घी खाने से इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है और इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होता है। और डायबिटीज़ पेशेंट्स के लिए इस बात का कितना महत्व होता है ये तो वे जानते ही हैं।
पाचन बेहतर करे
घी पाचन और आंतों की कार्यप्रणाली को बेहतर करके भी डायबिटीज पेशेंट के लिए फायदेमंद साबित होता है। घी में ब्यूटिरिक एसिड होता है जो आंतों के गुड बैक्टीरिया को फीड करता है। जब गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं तो पाचन अपने आप सुधरता है इससे डायबिटीज में फायदा होता है। इससे शरीर में पोषक तत्वों का बेहतर अवशोषण भी होता है। वजन नियंत्रण में रहता है और इंसुलिन सेंसिटिविटी भी सुधरती है। यानी बेहतर पाचन का फायदा डायबिटीज में होता ही है, साथ ही हार्ट डिजीज का भी रिस्क इससे कम होता है।
कौन सा घी खाएं
घी खाना है तो कौन सा खाना है, यह भी पता होना चाहिए। यूं तो आप गाय के दूध से बना घी और भैंस के दूध से बना घी दोनों ही खा सकते हैं लेकिन अगर आपका मेटाबॉलिज्म स्लो है, आपको खाए हुए भोजन को पचाने में दिक्कत आती है तो आपके लिए गाय के दूध से बना घी बेहतर है क्योंकि इसे पचाना आसान होता है वहीं भैंस के दूध से बना घी थोड़ा भारी होता है यानी इसे पचाना थोड़ा सा मुश्किल होता है। इसलिए डायबिटीज पेशेंट अपनी पाचन क्षमता के हिसाब से एक चम्मच घी हर रोज बिना झिझक खा सकते हैं।
