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Vagina Hygiene: क्या आप इंटीमेट वाॅश का रोजाना इस्तेमाल करती हैं...क्या है वजाइना साफ रखने का तरीका? महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी टिप्स

Vagina Hygiene: क्या आप इंटीमेट वाॅश का रोजाना इस्तेमाल करती हैं...क्या है वजाइना साफ रखने का तरीका? महिलाओं के लिए बेहद उपयोगी टिप्स
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By Divya Singh

Vagina Hygiene: विज्ञापन देखकर खुद को अवेयर और आधुनिक दिखाने के चक्कर में बहुत सी महिलाएं इंटीमेट वाॅश का रोज़ाना इस्तेमाल करने लगी हैं। साबुन को वजाइना क्लीन करने के लिए कठोर बताने वाले ऐड इंटीमेट वाॅश के इस्तेमाल की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आप जानती हैं कि वजाइना सिर्फ साफ पानी से क्लीन करने पर भी सुरक्षित रह सकती है बल्कि कई बार इंटीमेट वाॅश वजाइना का पीएच लेवल बिगाड़ देता है। इससे संक्रमण होने की संभावना और बढ़ जाती है। वजाइना ( योनि) को साफ रखने और ठीक तरह से केयर के टिप्स आपको इस लेख में मिलेंगे।

वजाइना साफ न रखी जाए तो हो सकती हैं ये परेशानियां

आमतौर पर अधिकतर महिलाएं कभी न कभी योनि में खुजली, जलन, सूजन, दाने और लालिमा जैसी समस्याओं से दो-चार होती हैं। पेशाब या संभोग के दौरान जलन या असुविधा और दर्द भी महसूस करती हैं। लेकिन इन समस्याओं के इलाज के लिए डाॅक्टर के पास जाना टालती हैं। कुछेक संकोच के चलते तो कुछ मामूली समस्या मानकर घर पर ही धीरे-धीरे ठीक होने का इंतज़ार करती हैं। इनमें से अधिकतर समस्याएं योनि की ठीक तरह से सफाई न करने के कारण यीस्ट संक्रमण होने से होती हैं। बैक्टीरियल संक्रमण भी एक मुख्य कारण है। यौन संचारित संक्रमण भी इसका कारण हो सकते हैं इसलिए समय अधिक होने पर डाॅक्टर से सलाह लेने में कोताही न करें।

इंटीमेट वाॅश करते हैं इन समस्याओं से मुक्ति दिलाने का दावा

महिलाओं के रवैये को जानकर विज्ञापनों में इंटीमेट वाॅश के प्रोडक्ट छा गए। जिनका दावा होता है कि इन वाॅश के इस्तेमाल से आप 99.9% तक इन समस्याओं से बच सकती हैं। लेकिन डाॅक्टर ऐसा नहीं मानते। उनका कहना है कि वजाइना में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो खुद ही वजाइना को सुरक्षित रखते हैं। योनि का सामान्य पीएच लेवल 3.8 से 4.5 तक होता है। अगर आम दिनों में आप इंटीमेट

वाॅश इस्तेमाल करें भी तो वो इतने पीएच लेवल का ही हो। इससे ज्यादा लेवल वाला इंटीमेट वाॅश वजाइना का पीएच बिगाड़ देगा और आपको फायदे के बजाय नुकसान होगा। लेकिन उससे भी ज़रूरी बात जो ध्यान रखने की है, वो ये है कि इन वाॅश के रोज़ाना इस्तेमाल की ज़रूरत ही नहीं है। बल्कि आपको योनि की सफाई के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। यदि आप साबुन का इस्तेमाल किए बिना संतुष्ट नहीं होती हैं तो माइल्ड और बिना सुगंध वाले साबुन का प्रयोग कर सकती हैं।

ये है वजाइना की सफाई का सही तरीका

आप कभी भी वजाइना को पीछे से आगे की तरफ साफ न करें। क्योंकि इससे एनस (मलद्वार) के आसपास मौजूद बैक्टीरिया के वजाइना में प्रवेश कर जाने का खतरा है जो इन्फेक्शन की वजह बनता है। इसलिए आप वजाइना को आगे से पीछे की ओर साफ करें।

पीरियड्स के दौरान सफाई

अगर आप इंटीमेट वाॅश का इस्तेमाल करती भी हैं और सही पीएच लेवल और कम केमिकल वाला वाॅश लाई हैं तब भी पीरियड्स के दौरान इसे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पीरियड्स के दौरान योनि का पीएच बदलता है, अन्य बदलाव भी होते हैं इसलिए इस दौरान साफ पानी से ही वजाइना को साफ करें।

अन्य सावधानियां

आपने सफाई तो ठीक से की लेकिन वजाइना में नमी रह जाने दी तो भी इन्फेक्शन हो जाएगा। इसलिए जब भी वजाइना को साफ करें, इसे अच्छी तरह सूखने दें। उसके बाद ही अंडरगारमेंट पहनें। बारिश में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि अंडरवियर अच्छी तरह सूखा हो, उसमें नमी बाकी न हो। नमी से इंफेक्शन होता है।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

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