How To Produce Glutathione Naturally: ग्लूटाथियोन इंजेक्शन लेने की नहीं पड़ेगी ज़रूरत, गोरी-बेदाग, एजलैस ब्यूटी के लिए इन नेचुरल तरीकों से बढ़ाएं ग्लूटाथियोन...
How To Produce Glutathione Naturally: ग्लूटाथियोन इंजेक्शन लेने की नहीं पड़ेगी ज़रूरत, गोरी-बेदाग, एजलैस ब्यूटी के लिए इन नेचुरल तरीकों से बढ़ाएं ग्लूटाथियोन...

How To Produce Glutathione Naturally: ग्लूटाथियोन आईवी ड्रिप के बारे में आजकल हर कोई जान गया है। शेफाली ज़रीवाला की अकाल मृत्यु के साथ ग्लूटाथियोन का नाम भी आम लोगों की ज़ुबान पर आ गया है। खूबसूरती बनाए रखने के लिए सेलिब्रिटी तो सालों से इसे ले ही रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि ग्लूटाथियोन हमारी बाॅडी में नेचुरली होता है। हमारी लाइफस्टाइल, डाइट, स्ट्रैस लेवल और एज बढ़ने के साथ ग्लूटाथियोन का उत्पादन भी धीरे-धीरे घटने लगता है। लेकिन खुशी की बात यह है कि थोड़े से प्रयासों से हम अपने शरीर में ग्लूटाथियोन का उत्पादन बढ़ा सकते हैं। इसके लिए डाॅ मनोज दास ने बेहद ज़रूरी जानकारी शेयर की है। आइए 11 प्वाइंट्स में जानते हैं सब कुछ।
ग्लूटाथियोन क्या है
ग्लूटाथियोन एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो सिस्टीन, ग्लाइसिन और ग्लूटामिक एसिड से मिलकर शरीर में नेचुरली बनता है। लेकिन हमारी लाइफस्टाइल, डाइट, ज्यादा स्ट्रैस और एज बढ़ने के साथ ग्लूटाथियोन का उत्पादन धीरे-धीरे घटने लगता है। ऐसे में अपनी ब्यूटी को लेकर अधिक सचेत लोग डाॅक्टर से ग्लूटाथियोन का इंजेक्शन लेते हैं। माना जाता है कि यह इंजेक्शन स्किन ब्राइटनिंग में मदद करता है। दाग-धब्बे होने से रोकता है। एजिंग को स्लो करता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है।फ्री रेडिकल्स का असर कम करता है और ओवरऑल हेल्थ को बेहतर बनाता है। लेकिन ये भी जानना ज़रूरी है कि ऐसे इलाज न केवल महंगे होते हैं बल्कि असावधानी से प्रयोग करने पर गलत प्रभाव भी छोड़ सकते हैं।
इसलिए बेहतर है कि शरीर में नेचरली ग्लूटाथियोन के उत्पादन को बढ़ाने का प्रयास किया जाए जिससे हेल्दी एजिंग हो और आप अधिक उम्र तक जवां रह सकें। और यह कैसे संभव होगा, आइये जानते हैं।
इन 11 तरीकों से बढ़ेगा ग्लूटाथियोन
सल्फर रिच डाइट लें
ग्लूटाथियोन नेचुरली बने इसके लिए आप अपनी डाइट में सल्फर रिच चीजें शामिल करें। जैसे कि आप ब्रोकली और फूलगोभी खाएं। लहसुन खाएं। विनेगर वाला प्याज सलाद में लें। इनमे सल्फर का अमाउंट काफी अच्छा होता है इसलिए ये वो तीनों अमीनो एसिड बनाने में मदद करते हैं जो मिलकर ग्लूटाथियोन का उत्पादन करते हैं।
विटामिन सी रिच डाइट लें
बाॅडी में ग्लूटाथियोन बढ़ाने के लिए विटामिन सी रिच डाइट लें। विटामिन सी स्किन ब्राइटनिंग में मदद करता है । इसमें एंटी एजिंग प्रॉपर्टी होती हैं। यह कोलेजन का उत्पादन बढ़ाता है। विटामिन सी का इंटेक बढ़ाने के लिए आप कीवी, स्ट्रॉबेरी, ऑरेंज, नींबू, आंवला जैसी चीजें ले सकते हैं।
सेलेनियम रिच डाइट लें
सेलेनियम से युक्त चीजें भी ग्लूटाथियोन का उत्पादन बढ़ाती हैं। इसके लिए नाॅनवेजिटेरियन्स चिकन, मटन फिश, अंडे आदि ले सकते है। लेकिन अगर शाकाहारी हैं तो आपके लिए उबला हुआ राजमा इसका बेस्ट सोर्स है। इसके अलावा आप दालें, सनफ्लाॅवर सीड्स आदि ले सकते हैं।
ग्लूटाथियोन रिच चीज़ें लें
कुछ ऐसी भी चीजें हैं जिसमें ग्लूटाथियोन ऑटोमेटेकली पहले से ही अवेलेबल है जैसे कि पालक और अवोकेडो। पालक को बिना उबाले आप सलाद के तौर पर अपनी डाइट में शामिल करें। 20 से 25 पालक के पत्ते रोजाना आपके लिए लेना बहुत फायदेमंद है। इसी तरह ग्लूटाथियोन बढ़ाने के लिए आप चार एवोकाडो रोज ले सकते हैं।
दुग्ध उत्पाद लें
बाॅडी में ग्लूटाथियोन नेचुरली बढ़ाने के लिए आपको मिल्क प्रोडक्ट लेने चाहिए। दूध, पनीर, खोवा, मठा, छाछ आदि जो आपको सूट करता है, वो लें। आप सोया मिल्क भी ले सकते हैं।
व्हे प्रोटीन
व्हे प्रोटीन ग्लूटाथियोन का उत्पादन बढ़ाने में मदद करता है। इसके लिए चाहे तो आप दूध को फाड़ कर उसका बचा हुआ पानी लें या फिर वह प्रोटीन पाउडर का एक स्कूप लें। इससे ग्लूटाथियोन का उत्पादन बढ़ेगा और मसल्स भी मजबूत होंगी।
हल्दी सत्व लें
करक्यूमिन से भरपूर हल्दी आपके लिए बहुत फायदेमंद होगी। शुद्ध हल्दी यदि आपको आसानी से ना मिले तो मार्केट में हल्दी के एक्सट्रैक्ट लिक्विड फॉर्म में अवेलेबल हैं। आप खाना खाने के आधा घंटे बाद आधा कप पानी में इसकी 20 बूंदें डालें। अच्छे से मिलाएं और पी लें। यह ग्लूटाथियोन का उत्पादन बढ़ाने में बहुत मदद करेगी। ध्यान रहे कि इसके आधे घंटे बाद तक कुछ और खाएं-पिएं नहीं।
अच्छी नींद लें
यह तो हम सभी जानते हैं कि सोने के दौरान हमारी बॉडी अपना रिकवरी का काम करती है। अच्छी नींद हमारे शरीर में ग्लूटाथियोन के अच्छे उत्पादन के लिए भी जरूरी है। इसलिए अपने लिए सात-आठ घंटे की नींद का बंदोबस्त जरूर करें और एक अच्छी अबाधित नींद लेने के लिए सभी प्रयास करें।
एक्सरसाइज़ करें
आधे-पौन घंटे एक्सरसाइज जरूर करें। आप रनिंग, वॉकिंग, योग, जिमिंग, स्विमिंग आदि कुछ भी कर सकते हैं जिसमें आप थकें। आपको पसीना आए। एक्सरसाइज करने से बॉडी की फंक्शनिंग बेहतर होती है और ग्लूटाथियोन भी ज्यादा बनता है।
स्ट्रैस को मैनेज करें
स्ट्रेस होना लाज़मी है लेकिन ऐसे तरीके ढूंढें जिससे आपको स्ट्रेस को मैनेज करने में मदद मिले। क्योंकि स्ट्रेस का शरीर पर बहुत ही नुकसानदायक असर पड़ता है और परिणामस्वरूप ग्लूटाथियोन भी कम बनता है।
ड्रिंकिंग-स्मोकिंग छोड़ें
ड्रिंकिंग और स्मोकिंग की लत अगर आपको है तो इन्हें तुरंत छोड़ें। क्योंकि इनका शरीर पर बुरा असर पड़ता है और ग्लूटाथियोन का उत्पादन भी प्रभावित होता है। और अगर आप उसके बाद ऊपर से ग्लूटाथियोन के इंजेक्शन लें तो भी वे काम नहीं करते। इसलिए इन बुरी आदतों से तुरंत पीछा छुड़ाएं।
