सावधान! क्या आपको भी चाय-सुट्टा पीने की है आदत; तो हो सकती है ये गंभीर बीमारिया, जानें कैसे छोड़ें ये लत

आज के भागदौड़ भरे जीवन में लोग ढेर सारी चीज़ों को एक साथ करने के चक्कर में अवसाद (डिप्रेशन) में आ जाते हैं और इससे बचने के लिए सिगरेट और शराब जैसे मादक पदार्थों का सेवन करने लगते हैं। इसके अलावा आजकल चाय और सुट्टे का भी चलन (ट्रेंड) काफ़ी ज़ोरों पर है। कॉर्पोरेट ऑफ़िस के बाहर हो या किसी कॉलेज का परिसर, आपको कोई न कोई चाय की टपरी मिल ही जाती है, जिससे धीरे-धीरे आपको चाय और सुट्टा कॉम्बिनेशन की आदत लग जाती है। लेकिन क्या आपको पता है कि ये दोनों चीज़ें आपके शरीर को कितना ज़्यादा नुक़सान पहुँचाती हैं? तो चलिए, आज हम इसी के बारे में आपको कुछ जानकारी देने वाले हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, चाय और सुट्टा दोनों हमारे फेफड़ों (लंग्स) को काफ़ी नुक़सान पहुँचाते हैं। इससे आपके फेफड़ों में कफ़ की समस्या और सीने में जलन जैसी परेशानियाँ हो सकती हैं। आपको बता दें कि सिगरेट का निकोटिन और चाय का कैफ़ीन जब साथ में मिलता है, तो यह आपके शरीर में निकोटिन अवशोषण (ऑब्ज़र्वेशन) की प्रक्रिया को काफ़ी ज़्यादा बढ़ा देता है। इससे आपको फेफड़ों का संक्रमण (लंग्स इंफ़ेक्शन) और सीने में दर्द जैसी समस्याएँ होने की संभावना ज़्यादा रहती है।
वहीं, चाय और सिगरेट साथ पीने से आपके पेट में गैस और बदहज़मी जैसी समस्या भी जन्म ले लेती है। इसके अलावा, आपको चिड़चिड़ापन और सिरदर्द जैसी समस्या भी होने लगती है। चाय और सिगरेट का कॉम्बिनेशन आपकी आँखों और पौरुष शक्ति को धीरे-धीरे कम करने लगता है। ज़्यादा मात्रा में सिगरेट पीने से आपको नपुंसकता और बांझपन का जोखिम, पेट में अल्सर, जीवन प्रत्याशा (लाइफ़ एक्सपेक्टेंसी) कम होना, याददाश्त में कमी की समस्या और ग्रास नली का कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के होने का ख़तरा भी बढ़ जाता है।
चाय-सुट्टे की आदत कैसे छोड़ें?
यदि आपको चाय और सिगरेट की आदत छोड़नी है, तो सबसे पहले आप दृढ़ संकल्प लें और स्वयं से वादा करें कि 'मैं आज से चाय और सिगरेट की इस बुरी आदत को कम कर दूँगा/दूँगी'। ऐसा इसलिए, क्योंकि अगर आप अचानक से चाय और सिगरेट की आदत को बंद करते हैं, तो यह आपके भीतर सिगरेट पीने की तलब को और बढ़ाता है। इसलिए, इसे धीरे-धीरे छोड़ने का प्रयास करें।
इसके अलावा, सुबह उठकर सबसे पहले एक गिलास गुनगुना पानी पिएँ। रात को सोते समय अदरक का एक टुकड़ा मुँह में दबाकर धीरे-धीरे चबाते रहें। इससे आपकी स्मोकिंग की आदत में कमी आएगी। इसके अलावा, आप चने और गुड़ या हल्दी और गुड़ का सेवन कर सकते हैं। इससे आपके फेफड़ों में जमा सारा कफ़ बाहर निकल जाएगा।
तीखी और खट्टी चीज़ों का सेवन करें और मीठा कम से कम खाएँ। दिन में कम से कम चार लीटर पानी पिएँ। इसके साथ ही, आप सुबह उठकर व्यायाम और जिम एक्सर्साइज़ भी कर सकते हैं, इससे आपको मानसिक स्थिरता (मेंटल स्टेबिलिटी) मिलेगी।
