Home Remedies for Jaundice: बारिश के साथ गंदगी, जर्म्स और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। दूषित खाना और गंदा पानी शरीर में जाने से जाॅन्डिस यानी पीलिया होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है। वैसे तो पीलिया किसी भी मौसम में हो सकता है लेकिन बारिश के दिनों में इसके मामले ज्यादा आते हैं। कई बार पूरे मोहल्ले और छोटी बस्तियों के रहवासी पीलिया की चपेट में आ जाते हैं। पीलिया होने पर त्वचा, आँखों और नाखूनों का रंग पीला पड़ जाता है। लिवर से जुड़ी इस बीमारी के कारण बुखार बना रहता है और पेट दर्द, उल्टी, कमजोरी जैसी समस्याएं होती है। पीलिया के इलाज के लिए तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करना चाहिए। कुछ घरेलू उपाय भी पीलिया ठीक करने में मददगार होते हैं।जिनके बारे में आप यहां जानेंगे।
क्यों होता है पीलिया
जब शरीर में बिलीरुबिन नाम का पीला पदार्थ बहुत अधिक हो जाता है तब पीलिया होता है। दरअसल रक्त कोशिकाओं मे पाए जाने वाले बिलीरुबिन की मृत कोशिकाओं को लिवर फिल्टर कर शरीर से बाहर करने आगे बढ़ा देता है। जब लिवर अपने इस काम को ठीक से नहीं करता तो शरीर में बिलीरुबीन बढ़ने लगता है और उसके साथ ही पीलापन भी बाहरी तौर पर झलकने लगता है। आँखें, नाखून और त्वचा का हल्दी की तरह पीला पड़ना स्पष्ट रूप से बताता है कि पीलिया हो गया है।
पीलिया का होता है ऐसा असर
पीलिया होने पर मरीज को बुखार बना रहता है। उसकी आँखें, त्वचा और नाखून पीले नजर आने लगते हैं। उसका वजन घटने लगता है। उसे गाढ़ा और पीला पेशाब होने लगता है। लगातार थकान महसूस होती है। भूख नहीं लगती और पेट में दर्द बना रहता है। मितली लगती है। उल्टियां भी शुरू हो सकती हैं।
यूं तो पीलिया किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है लेकिन शिशुओं पर इस बीमारी का खतरनाक असर होता है। क्योंकि उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बहुत कम विकसित हुई होती है। इसलिए बिना देरी डाॅक्टर से इलाज कराना चाहिए।
इन घरेलू उपायों से दीजिए पीलिया को मात
नीम के पत्तों का रस- नीम के ताजे पत्तों को पीस लीजिए और इनका रस निकाल लीजिए। सप्ताह भर यह रस रोगी को देने से पीलिया उतर जाता है।
गन्ने का रस- गन्ने का रस पीना पीलिया के रोगी के लिए रामबाण इलाज है। या तो सादा गन्ने का रस पिलाएं या चावल के दाने बराबर खाने वाला चूना डालकर दें, जल्द से जल्द पीलिया का असर कम होगा।
गिलाॅय का रस- पीलिया का असर रहने तक रोजाना सुबह-सुबह गिलोय का रस शहद में मिलाकर सेवन करने से पीलिया दूर होता है।
प्याज-नींबू का सेवन- एक कांच के गिलास में प्याज के छोटे-छोटे टुक़ड़े काटकर डालें। अब इसमें इतना नींबू का रस निचोड़ें कि प्याज के टुकड़े उसमें अच्छी तरह डूब जाएं।ऊपर से थोड़ा सेंधा नमक और कालीमिर्च का पाउडर डालें और मरीज को दें। पीलिया जल्द उतर जाएगा।
अजवाइन का पानी- अजवाइन का पानी भी पीलिया उतारने में बहुत काम का है। आप एक कप गर्म पानी में 2 बड़े चम्मच अजवायन मिला दें। ठंडा होने के बाद इसे छान लें और मरीज को दें।
धनिया के बीज- धनिया के बीजों को रात भर के लिए एक गिलास पानी में भिगो कर रखें। सुबह इस पानी को छान लें और मरीज को दें।
टमाटर का रस- सुबह खाली पेट टमाटर का रस लेने से पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है। टमाटर का रस लिवर को डीटॉक्सीफाई करता है और बिलीरुबिन को शरीर से निकालने में मदद भी करता है।
जौ का पानी- पीलिया के दौरान भरपूर पानी पीते रहें। आप जौ का पानी तैयार करें तो और फायदा होगा। इसके लिए आप एक कप जौ को 3 से 4 लीटर पानी में उबाल लें। इसे ठंडा होने दें और छान कर रख लें। पीलिया का मरीज अगर दिन भर में इसी पानी का सेवन करे तो बहुत फायदा होगा।
त्रिफला का पानी पिएं- एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को रात भर एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें औऱ सुबह सुबह इस पानी को छान कर पी लें।
मूली का रस- मूली का रस भी पीलिया के मरीज के लिए बहुत फायदेमंद है। आप मूली के साथ उसके पत्ते के रस का भी सेवन कर सकते हैं। रस निकालकर काला नमक छिड़कें और पी जाएं। जल्दी फायदा होगा।
कुछ अन्य सरल उपाय- इनके अलावा सेंधा नमक डालकर छाछ या मठा ले सकते हैं। पका हुआ पपीता खाएं। दो से तीन बार नारियल पानी पी सकते हैं। संतरे या मौसंबी खाएं। हल्दी घोलकर पानी पिएं। नींबू का रस और आंवले का रस एक साथ मिलाकर सेवन करें। मुलेठी को पीसकर शहद के साथ चाटें। इनमें से जिस भी उपाय को अपनाना आपके लिए सहज हो उसे आजमा कर देख सकते हैं।
मरीज इन बातों का भी ध्यान रखें
1. ताजा व शुद्ध भोजन करें।
2. नींबू, संतरे जैसे खट्टे फलों का रस पिएं।
3. ज्यादा पानी पिएं।
4. एक साथ ज्यादा न खाकर छोटे-छोटे मील लें।
5. दलिया, खिचड़ी जैसा हल्का भोजन लें।
6. बाहर का खाने से बचें।
7. भारी भोजन न करें। तला-भुना न खाएं।
8. पानी उबाल कर ही पिएं।
9. धूप सेंकें।