Home Remedies for Irritable Bowel Syndrome (IBS): इरिटेबल बाउल सिंड्रोम है सबसे ज्यादा परेशान करने वाली आम बीमारियों में से एक, इन घरेलू उपायों से मिलेगी राहत...
Home Remedies for Irritable Bowel Syndrome (IBS): इरिटेबल बाउल सिंड्रोम है सबसे ज्यादा परेशान करने वाली आम बीमारियों में से एक, इन घरेलू उपायों से मिलेगी राहत...
Home Remedies for Irritable Bowel Syndrome (IBS): इरिटेबल बाउल सिंड्रोम या IBS का सामना बहुत से लोगों को करना पड़ता है। इसके होने के कारण पूर्णतः स्पष्ट नहीं हैं। लेकिन मूल रूप से यह आंतों के संकुचन के कारण होने वाली समस्या है। इसमें पेट दर्द, लूज़ मोशन, पेट में मरोड़,भूख न लगना, वजन का गिरना, मल में म्यूकस आना जैसे लक्षण नज़र आते हैं। आईबीएस से ग्रस्त व्यक्ति के लिए खाना पचाना बहुत मुश्किल हो जाता है। किसी भी काम में उसका मन नहीं लगता है। कम खाने से थकान और कमज़ोरी भी होने लगती है। तनाव इस समस्या को और ट्रिगर करता है। तनाव के दौरान शरीर में रिलीज़ होने वाले हार्मोन बहुत बार इस समस्या की वजह बनते हैं। अगर आप भी इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की समस्या से जूझ रहे हैं तो यहां बताए गए कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं...।
खाना न छोड़ें
अगर आपको इरिटेबल बाउल सिंड्रोम की वजह से लूज मोशन या पेट में दर्द-मरोड़ बना हुआ है तो खाने की मात्रा कम कर दें पर खाते रहें। अधिक बेहतर है कि एक बार में आप रोटी-सब्जी या रोटी -दाल ही खाएं। गेहूं की जगह दूसरे अनाजों की रोटी प्रेफर करें। चावल दूसरे टाइम में ले।यानि एक साथ दाल, चावल, रोटी, सब्जी न लें। आपके लिए इसे पचाना कठिन होगा।
खाने के बाद छाछ लें
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में खाली पेट में छाछ या मठा न लेकर खाने के बाद लें। छाछ में हींग या काला नमक या काली मिर्च मिलाकर सेवन करें।
फाइबर ज्यादा लें
फाइबर युक्त चीज़ों का इंटेक बढ़ा दें। फाइबर पाचन को ठीक करता है और कब्ज़ की समस्या बढ़ गई हो तो उससे भी राहत दिलाता है।
पानी ज्यादा पिएं
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में पानी की मात्रा बढ़ा दें।
खाने के बीच अंतराल रखें
दो टाइम के खाने के बीच कम से कम चार घंटे का अंतराल रखें। बीच में भूख लगने पर पैकेट बंद चीज़ों की ओर हाथ न बढ़ने दें।
एक्टिव रहें
आपका एक्टिव रहना बहुत ज़रूरी है। पाचन उसी से सुधरेगा। ज्यादा देर वाॅक करना संभव नहीं है तो 15-15 मिनट ही तीन-चार बार ज़रूर घूमें।
चाय-काॅफी से परहेज करें
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम से पीड़ित लोगों को चाय-काॅफी आदि कैफीन युक्त पेयों से परहेज करना चाहिए।
इन चीज़ों के सेवन से मिलेगी राहत
शहद
शहद में एमाइलेज, प्रोटीएज सहित कई तरह के पाचक एंजाइम होते हैं। इरिटेबल बाउल सिंड्रोम में कच्चा शहद लेने से पेट दर्द या ब्लॉटिंग से बहुत राहत मिलेगी।
किवी
किवी का सेवन पाचन संबंधी समस्याओं सूजन और कब्ज को कम करने में मदद करता है।
सेब
सेब में पेक्टिन होता है जो आपकी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। यह कब्ज और दस्त से बचाव में मदद करता है। यह आंतों के संक्रमण और सूजन को कम करने में भी मददगार है।
केले
केले में मौजूद एंजाइम कार्बोहाइड्रेट को पचाते हैं। केले से फाइबर भी मिलता है, जो पाचन और आंत के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है।
पपीता
पपीता में मौजूद पपैन कब्ज, सूजन जैसे IBS के लक्षणों को कम कर सकता है। हालांकि यह सभी को नहीं पचता है।
एवोकेडो
एवोकाडो में लाइपेज़ होता है जो अपच और पेट फूलने की समस्या से राहत दे सकता है।
गाय का घी
इस दौरान आपको घी का सेवन करना हो तो गाय के घी का ही सेवन करें।
नींबू पानी
आप नींबू पानी ले सकते हैं। यह पाचन तंत्र को मजबूत करेगा और तकलीफ़ों से तात्कालिक राहत भी देगा।