तेज़ गर्मी के दिन आ गए हैं। अब दोपहर में बाहर निकलना मतलब गर्म हवा के थपेड़ों का सामना करना। ऐसे में लू लगने की संभावना बहुत ज्यादा है। लू लगने पर मरीज की हालत बहुत खराब हो जाती है।शरीर एकदम तपने लगता है। तेज सिरदर्द-बदन दर्द होता है। कमजोरी लगती है। मरीज घबराहट होने का जिक्र करता है। लू लगना एक गंभीर स्थिति है। बदतर हालात में मौत तक हो सकती है। इसलिए अवस्था गंभीर लगे तो बिना देर किए डाॅक्टर को दिखाना चाहिए। लू लगने पर प्राथमिक उपचार के लिए आप कुछ आज़माए हुए घरेलू उपचार अपना सकते हैं जो इस तरह हैं-
1. लू लगने पर मरीज के सारे कपड़े तुरंत उतार कर गीले तौलिए से पोंछना चाहिए। याद रहे तौलिया लपेटे नहीं, बल्कि पूरे शरीर पर फेरें। इससे शरीर का बढ़ा हुआ तापमान कम होगा। थोड़ी-थोड़ी देर बाद गीला तौलिया सिर पर रखें। फिर उसे नॉर्मल पानी पीने को दें। कुछ समय बीतने के बाद नाॅर्मल पानी से नहाने दें। एकदम पतले कपड़े पहनने को दें। दिन भर में गीले तौलिये से कम से कम 4-5 बार शरीर को पोंछे।
2. अब बात दादी माँ के नुस्खों की। हमारे यहां सदियों से लू के उपचार के लिए कई जतन किए जा रहे हैं। लू से बचने और लू लगने दोनों ही मामलों में प्याज को बहुत उपयोगी पाया गया है। गीले कपड़े से पोंछने के बाद रोगी को तुरंत प्याज का रस शहद में मिलाकर देना चाहिए।
3. जौ के आटे को प्याज के साथ पीसकर उसे शरीर पर लगाएं, इससे रोगी को काफी आराम मिलता है।
4. तलवे पर कच्ची लौकी घिसें। दादी माँ कहती हैं कि लौकी कुम्हला जाए तो समझो कि लू की गर्मी उतर रही है।
5. कच्चे आम के पेस्ट को पूरे शरीर पर मलना भी एक अच्छा उपाय है। आप आम की गुठली पैर के तलवों पर रगड़ें।
6. कच्चे आम का पना रोगी को थोड़ी-थोड़ी देर में देते रहें।
7. लू लगी है मतलब शरीर में पानी और नमक की बहुत कमी हो गई है। ऐसे में रोगी को बार-बार नाॅर्मल पानी पिलाना चाहिए। मिट्टी के घड़े का पानी हो तो और अच्छा।
8. पानी में नींबू का रस निचोड़ें। चुटकी भर नमक और थोड़ी शक्कर घोलकर पिलाएं।
9. चाय-कॉफी आदि गर्म पेय पदार्थों का सेवन न ही कराएं तो बेहतर।
10. धनिया और पुदीने के रस में चुटकी भर शक्कर मिलाकर पिला सकते हैं।
11. रात में सौंफ को एक गिलास पानी में भिगो लें फिर अगली सुबह रोगी को पिलाएं। इससे भी लू में आराम मिलता है।
12. रोगी को ठंडी चीजें ( एकदम फ्रिज से निकली नहीं) खिलाने की जरुरत होती है। आप तरबूज-खरबूज, ककड़ी- खीरा जैसी चीज़ें खिलाएं।
13. छाछ, दही, जूस, गन्ने का रस, शिकंजी, आदि जो उपलब्ध हो सके, पिलाते रहें।
14. आप किसी ठंडे तेल से शरीर की मालिश भी कर सकते हैं।
15. शरीर पर लाल चकत्ते पड़ गए हों तो बेसन में पानी मिलाकर पतला लेप बनाएं और लगाएं। आप इसमें जौ का आटा भी मिला सकते हैं।