Foods To Avoid During Pregnancy: प्रेगनेंसी के दौरान इन चीज़ों के सेवन से बचें, वरना है गर्भपात का खतरा...
Foods To Avoid During Pregnancy: गर्भावस्था यानि उम्मीदों का दौर। एक शिशु का घर में आगमन जीवन के सबसे बड़े सुखों में से एक है। लेकिन नौ महीने के इस पीरियड के दौरान बहुत ज्यादा सावधानियां भी रखनी होती हैं, खासकर शुरुआती महीनों में,वरना पल में हालात बदलते देर नहीं लगती और कम से कम अपनी चूक से कोई भी भावी माँ ऐसा होते देखना नहीं चाहती।
Foods To Avoid During Pregnancy: गर्भावस्था यानि उम्मीदों का दौर। एक शिशु का घर में आगमन जीवन के सबसे बड़े सुखों में से एक है। लेकिन नौ महीने के इस पीरियड के दौरान बहुत ज्यादा सावधानियां भी रखनी होती हैं, खासकर शुरुआती महीनों में,वरना पल में हालात बदलते देर नहीं लगती और कम से कम अपनी चूक से कोई भी भावी माँ ऐसा होते देखना नहीं चाहती। अपनी गोद में एक स्वस्थ शिशु को थामने के लिए बहुत ज़रूरी है कि आप खानपान में कुछ चीज़ों को अवाॅइड करें और कम से कम डाॅक्टर से इस बारे में बात ज़रूर कर लें। क्योंकि आपके खानपान का सीधा असर आपके गर्भस्थ शिशु पर पड़ता है। इस लेख में आपको ऐसे फूड आइटम्स के बारे में पता चलेगा जिनका सेवन इस दौरान खतरनाक हो सकता है।
कटहल
कटहल की तासीर गर्म होती है और गर्म तासीर वाली चीज़ों का अधिक सेवन प्रेग्नेंसी में उचित नहीं है क्योंकि ये गर्भाशय के संकुचन का कारण बनकर गर्भपात करा सकती हैं। साथ ही कटहल में फाइबर भी ज्यादा होता है जिसके अधिक सेवन से पेट में मरोड़ आदि तकलीफ़ें होती हैं।
करेला
औषधीय गुणों वाला करेला भी प्रेग्नेंसी के दौरान आपके लिये सही नहीं है। खासकर इसके बीज। करेले में क्विनीन, ग्लाइकोसाइड जैसे तत्व होते हैं जो गर्भवती के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
बैंगन
बैंगन भी गर्म तासीर का होता है। साथ ही इसमें अधिक मात्रा में फाइटोहोर्मोन्स पाए जाते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान समस्या की वजह बन सकते हैं। अधिक मात्रा में बैंगन के सेवन से इस दौरान एलर्जी, गैस, रैशेज़ एसिडिटी से लेकर ब्लीडिंग,प्री मैच्योर डिलीवरी और गर्भपात तक का खतरा है।
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियों को कीड़ों से बचाने के लिए भारी मात्रा में कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है। इन्हें अच्छी तरह न धोया जाए तो इन कीटनाशकों के पेट में जाने का खतरा रहता है। और कई तो ऐसे होते हैं जो पकाने के बावजूद बचे रहते हैं। इसलिये गर्भवती को भाजियों के साथ पत्तागोभी जैसी सब्जियों के सेवन से भी बचना चाहिए।
पपीता
गर्भावस्था में पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए। पपीते में लेटेक्स और पेपैन पाया जाता है जो भ्रूण के लिए नुकसानदायक होता है और उसके विकास को बाधित कर देता है।
कच्चा या अधपका अंडा और मांस
कच्चा या अधपका अंडा भी प्रेग्नेंसी के दौरान आपको नहीं खाना चाहिए। ऐसे अंडे के सेवन से साल्मोनेला के असर का खतरा होता है। वहीं कुछ महिलाओं में हीस्टीरिया के लक्षण दिख सकते हैं। इसलिये प्रेगनेंसी के दौरान कभी भी कच्चा या अधपका अंडा ना खाएं। यदि खाना चाहती हैं तो अंडे को बहुत अच्छी तरह पका कर खाएं। इसी तरह कच्चा या अधपका मांस खाना भी नुकसानदायक है।
अंकुरित अनाज न खाएं
सामान्य तौर पर अंकुरित अनाज सेहत के लिये बहुत फायदेमंद होते हैं लेकिन यह बात गर्भवती पर लागू नहीं होती। दरअसल अंकुरित अनाज में बैक्टिरिया भी होते हैं। जैसे कि ई कोलाई और साल्मोनेला। गर्भवती इनके सेवन से फूड पाॅइज़निंग की शिकार हो सकती है।
चाय-काॅफी से बनाएं दूरी
प्रेग्नेंसी में चाय-काॅफी का भी जहां तक हो सके,कम से कम सेवन करना चाहिए। कुछ महिलाओं को दिन भर में कई कप चाय या काॅफी पी लेने की आदत होती है। लेकिन यह आदत प्रेग्नेंसी के दौरान सही नहीं है। ज्यादा कैफीन के चलते बीपी हाई हो सकता है। साथ ही इससे जहां एक तरफ शिशु का पर्याप्त विकास बाधित हो सकता है, उसका वजन कम रहने की आशंका रहती है वहीं कुछ मामलों में इससे गर्भपात का भी डर रहता है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्ते भी भ्रूण के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकते हैं। ये ब्लीडिंग का कारण बन सकते हैं और गर्भपात करवा सकते हैं।
अनानास
प्रेगनेंसी के दौरान अनानास के सेवन से भी बचना चाहिए। अनानास में ब्रोमेलिन होता है, जिसके कारण प्रीमेच्योर डिलीवरी की सभांवना बढ़ जाती है।
सिगरेट-शराब से दूरी
वैसे तो सिगरेट और शराब या किसी भी और तरह का नशा हर किसी के लिए नुकसानदायक ही होता है लेकिन गर्भावस्था में तो भूल कर भी इन चीज़ों को हाथ न लगाएं। इनसे गर्भपात का खतरा है। गर्भपात न भी हो तो गर्भस्थ शिशु का शारीरिक और मानसिक विकास अवरुध्द होने का खतरा है।