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Hichakee: अगर बार-बार आ रही हो हिचकी, तो करें ये उपाय, जानें हिचकी आने पर पानी पीना क्यों होता है फायदेमंद

हम सभी को कभी न कभी हिचकी आती है। कई बार ये इतनी ज्यादा आने लगती है कि हम बहुत परेशान हो जाते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग पानी पीते हैं, जिससे हिचकी में लाभ मिलता है। आज हम आपको बताएंगे कि हिचकी आने की वजह क्या है और इसे किन उपायों से रोक सकते हैं।

Hichakee: अगर बार-बार आ रही हो हिचकी, तो करें ये उपाय, जानें हिचकी आने पर पानी पीना क्यों होता है फायदेमंद
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By Pragya Prasad

रायपुर, एनपीजी डेस्क। हम सभी को कभी न कभी हिचकी आती है। कई बार ये इतनी ज्यादा आने लगती है कि हम बहुत परेशान हो जाते हैं। ऐसे में अधिकतर लोग पानी पीते हैं, जिससे हिचकी में लाभ मिलता है। आज हम आपको बताएंगे कि हिचकी आने की वजह क्या है और इसे किन उपायों से रोक सकते हैं।

हिचकी आने की वजह

हिचकी डाइजेस्टिव डिसऑर्डर के कारण आती है। अधिकतर खाते-पीते समय हिचकी आने लगती है। गले में कुछ अटक जाने पर भी हिचकी आती है। हिचकी आना कई गंभीर बीमारियों के संकेत हो सकते हैं, जैसे- एन्सेफलाइटिस, किडनी फेलियर, ब्रेन ट्रॉमा, स्ट्रोक, नर्व डैमेज, ब्रेन ट्यूमर, स्ट्रेस या मेटाबॉलिक प्रॉब्लम।

ये भी वजह है हिचकी आने की

वहीं शरीर के सबसे निचले हिस्से डायाफ्राम से बॉडी में फेफड़े और पेट के बीच में गुंबद जैसे आकार की मांसपेशियां होती हैं। हम सांस लेते हैं, तो डायाफ्राम इन मांसपेशियों को नीचे की ओर खींचता है। वहीं सांस छोड़ने के दौरान ये वापस से आराम की स्थिति में आ जाता है। डायाफ्राम में कोई दिक्कत होने पर इसमें ऐंठन होने लगती है। वहां हवा गले में रुकने लगती है, इससे आवाज निकलने में एक अड़चन आने लगती है। वोकल कॉर्ड में अचानक आने वाली इस अड़चन की वजह से हिच की आवाज आती है।

बहुत स्पीड से खाना नहीं खाएं

नर्वस सिस्टम में कोई दिक्कत आने पर भी हिचकी आ सकती है। बहुत तेज खाना नहीं खाएं, इससे भी आपको हिचकी आ सकती है। वैसे तो हिचकी अपने आप एकाध मिनट में ठीक हो जाती है, लेकिन अगर ये बहुत देर तक भी ठीक नहीं हो रही हो, तो डॉक्टर को जरूर दिखा लेना चाहिए, ये गंभीर शारीरिक समस्या का संकेत हो सकता है।


ठंडा पानी पीने से हिचकी में मिलता है आराम

वहीं हिचकी आने पर ठंडा पानी पीने से भी आराम मिलता है। दरअसल ठंडा पानी पीने से वेगस तंत्रिका को अधिक उत्तेजित किया जाता है। हिचकी एक अनैच्छिक संकुचन होता है। इसके चलते डायाफ्राम में जलन तक होने लगती है। ठंडा पानी पीने से जलन से राहत मिलती है।

हिचकी से छुटकारा पाने के लिए ये तरीके भी अपनाएं

  • सांस को थोड़ी देर तक रोककर रखें
  • शहद खाएं
  • पीनट बटर खाएं
  • पेपर बैग में सांस लें
  • नाक पकड़कर सांस लें
  • नींबू का टुकड़ा चबाएं

हिचकी रोकने के कुछ घरेलू उपाय

चीनी खाने से मिलती है राहत

हिचकी आ रही हो, तो एक चम्मच चीनी खाएं। एक चम्मच चीनी लेकर उसे जीभ पर रखें। इसके अलावा चीनी को निगला भी जा सकता है। कहते हैं ऐसा करने पर गले की नर्व्स स्टिम्यूलेट होती है, जिससे हिचकी बंद होने में मदद मिलती है।

शहद खाएं

हिचकी आने पर एक बड़ा चम्मच शहद खाएं। शहद को मुंह में डालकर तुरंत निगलने से हिचकी की समस्या बंद हो जाती है।

दही में नमक मिलाकर खाएं

दही में नमक मिलाकर खाने से भी हिचकी आना रुक सकता है। दही डायफ्राम को शांत करता है, जिससे हिचकी बंद हो जाती है। दही एल्कलाइन होती है, जिससे एसिडिटी के कारण आने वाली हिचकी को दूर किया जा सकता है।

नींबू चबाना या चूसना

नींबू को चबाने या चूसने से भी हिचकी की समस्या में राहत मिलती है।

Pragya Prasad

पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव। दूरदर्शन मध्यप्रदेश, ईटीवी न्यूज चैनल, जी 24 घंटे छत्तीसगढ़, आईबीसी 24, न्यूज 24/लल्लूराम डॉट कॉम, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने के बाद अब नया सफर NPG के साथ।

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