Halim Seeds Benefits: किशोरावस्था से बुजुर्गियत तक महिलाओं के लिए बेहद फायदेमंद हैं हलीम के बीज, जानिये कैसे...
Halim Seeds Benefits: छोटे-छोटे लाल बीजों में महिलाओं की अनेक समस्याओं का हल छुपा हुआ है। किशोरावस्था में अनियमित पीरियड से बुजुर्गावस्था में मीनोपाॅज और कमजोर हड्डियों तक महिलाओं की तमाम समस्याएं हलीम के बीज दूर कर सकते हैं।
Halim Seeds Benefits: हलीम के छोटे-छोटे लाल बीजों में महिलाओं की अनेक समस्याओं का हल छुपा हुआ है। किशोरावस्था में अनियमित पीरियड से बुजुर्गावस्था में मीनोपाॅज और कमजोर हड्डियों तक महिलाओं की तमाम समस्याएं हलीम के बीज दूर कर सकते हैं। हलीम के बीजों में कैल्शियम, विटामिन A, C और E, फोलिक एसिड, आयरन, प्रोटीन, पोटैशियम, फास्फोरस जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो इन्हें महिलाओं के लिए खास बनाते हैं। आइए जानते हैं हलीम के बीजों के खास फायदे और इनके सेवन की उचित मात्रा।
माहवारी नियमित करें
आज के दौर की एक बहुत बड़ी समस्या है पीरियड्स का अनियमित होना। अस्पतालों में अनियमित पीरियड की समस्या लेकर आने वाली लड़कियों की लाइन लगी हुई है। क्या आपको पता है कि हलीम के बीज पीरियड्स को नियमित करने में बहुत मदद कर सकते हैं। माएं अपनी बेटियों के लिए इनके सेवन की मात्रा के बारे में आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श ले सकती हैं।
कंसीव करने में मददगार
बहुत सी महिलाओं को शादी के बाद कंसीव करने यानी गर्भधारण करने में दिक्कत आती है। हलीम के बीज इस समस्या को कम कर सकते हैं। इन बीजों में पर्याप्त मात्रा में फोलिक एसिड होता है जो महिलाओं की कंसीव करने की क्षमता बढ़ाता है।
नई मांओं में बढ़ाए दूध
बहुत सी नई मांओं के शरीर में बच्चे के लिए पर्याप्त दूध नहीं बन पाता है। ऐसे में बच्चा भूख रह जाता है। और उसे ऊपर का दूध देना पड़ता है। अगर नई मां को दिए जा रहे ताकत के लड्डुओं में हलीम के बीज मिला दिए जाएं या रोटी के आटे में शामिल कर दिए जाएं तो इन बीजों का फायदा नई मां को मिलता है और स्तन में दूध की मात्रा बढ़ती है। इससे बच्चे का पेट भी अच्छे से भर पाता है।
एनीमिया से राहत
बहुत सी महिलाएं खून की कमी यानि एनीमिया से पीड़ित रहती हैं। हलीम के एक टेबल स्पून बीजों के सेवन से 12 मिलीग्राम आयरन की प्राप्ति हो जाती है। इसलिये इनके सेवन से महिलाओं को खून की कमी से उबरने में मदद मिलती है। साथ ही एनीमिया के कारण होने वाली थकान और कमज़ोरी से भी उन्हें निजात मिलती है।
मीनोपाॅज के लक्षण कम करे
मीनोपाॅज के दौरान एस्ट्रोजन की कमी से महिलाओं के शरीर में बहुत से बदलाव आते हैं। वे थकान, कमज़ोरी महसूस करती हैं। उनकी हड्डियों का घनत्व घटता है। बाल तेजी से झड़ते हैं। मूड स्विंग होता है। प्रोटीन, आयरन, फोलेट, कैल्शियम और विटामिन सी वे पोषक तत्व हैं जो हलीम के बीजों में उपलब्ध हैं और इन लक्षणों को कम करने में मददगार हैं।
हड्डियों का घनत्व बढ़ाए
हलीम के बीज कैल्शियम,प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और फास्फोरस से भरपूर हैं जो न केवल हड्डियों को मजबूत बनाने और उनका घनत्व बेहतर करने में मददगार हैं बल्कि उनकी मरम्मत में भी कारगर हैं।
कब्ज से राहत
फाइबर से भरपूर हलीम के बीज पाचन को ठीक करते हैं। बेहतर बाउल मूवमेंट में मदद करते हैं। इससे कब्ज़, गैस, अपचन जैसी दिक्कतों से राहत मिलती है।
वजन घटाने में मददगार
हलीम के बीजों में फाइबर और प्रोटीन होता है जिससे पेट के देर तक भरा होने के साथ संतुष्टि का भी अहसास बना रहता है जिससे आप अनावश्यक चीज़ें खाने से बचती हैं और आपको वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
इम्यूनिटी बूस्टर
जब घर परिवार की सारी जिम्मेदारी आपपर है तो आपका स्वस्थ रहना बहुत ज़रूरी है। हलीम के बीज आपकी इम्यूनिटी बढ़ाते हैं जिससे आप बीमारियों का डटकर सामना कर सकती हैं और कम बीमार पड़ती हैं।
सेवन की मात्रा
प्राप्त जानकारी के अनुसार हलीम के बीज का सेवन सीमित मात्रा में ही करना उचित है। आप इसे एक दिन के अंतराल पर लें तो बेहतर। इसके सेवन की मात्रा को एक टी स्पून से अधिकतम एक टेबल स्पून के बीच रखें।
डिस्क्लेमर : खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है।आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने डाॅक्टर की राय अवश्य ले लें। हमारा मकसद आप तक जानकारी पहुंचाना भर है।