Fasting In Summer: भीषण गर्मी के दिनों में व्रत करने जा रहे हों तो इन खास बातों का रखें ध्यान वरना डिहाइड्रेशन और कमज़ोरी से पहुंच न जाएं हॉस्पिटल...
Fasting In Summer: भीषण गर्मी में पल-पल में मुंह सूखता है।थकान हावी रहती है। इन स्थितियों के बावजूद बहुत से लोगों का आत्मबल इतना मजबूत होता है कि वे तय उपवास नहीं छोड़ते हैं। यहां तक कि निर्जल व्रत करने वाले भी हैं।
Fasting In Summer: भीषण गर्मी में पल-पल में मुंह सूखता है।थकान हावी रहती है। इन स्थितियों के बावजूद बहुत से लोगों का आत्मबल इतना मजबूत होता है कि वे तय उपवास नहीं छोड़ते हैं। यहां तक कि निर्जल व्रत करने वाले भी हैं। यह भी सच है कि उपवास के अपने मानसिक-शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ है जो व्रती को शक्ति देते हैं लेकिन फिर भी गर्मी में विशेष सावधानी रखनी ज़रूरी है।क्योंकि भीषण गर्मी के इन दिनों में थकान-कमज़ोरी के साथ डिहाइड्रेशन अस्पताल पहुंचा सकता है। इसलिये गर्मी में व्रत करने जा रहे हों तो इन बातों का ख्याल रखें।
हाइड्रेटेड रहें
गर्मी बहुत ज्यादा है। ऐसे में व्रत करने का संकल्प लिया ही है तो पानी पीते रहें। लिक्विड के इंटेक में कमी नहीं आनी चाहिए। निर्जल व्रत एकाध महीने बाद भी रखा जा सकता है। क्योंकि इन दिनों में डिहाइड्रेशन आम है। ध्यान रखें, प्यास लगने से पहले ही पानी पीते रहें। अगर सादा पानी नहीं रुच रहा है तो नींबू पानी, नारियल पानी या फलों के जूस ले सकते हैं।
डीप फ्राइड आइटम से बचें
गर्मी के व्रत में डीप फ्राइड आइटम से बचें। इनको खाकर मुंह ज्यादा सूखता है। हाजमा बिगड़ने का भी डर रहता है। और इनके सेवन से कैलोरी इन्टेक तो आम दिनों से भी ज्यादा हो जाता है। इसलिये गर्मी के व्रत के दौरान हल्का भोजन करें। साबूदाना वड़े जैसी चीज़ों से बचें। व्रत अनुकूल उबले खाद्य पदार्थों को चुनें।
कैफीन युक्त पेय कम लें
आम तौर पर चाय-काॅफी की आदत तो हमारे यहां सभी को होती है। व्रत में भी लोग इन्हें लेते हैं। लेकिन आपको एक कप से ज्यादा चाय या कॉफी जैसी कैफीन युक्त चीजें लेने से बचना चाहिए। क्योंकि इनका मूत्रवर्धक प्रभाव होता है और ये बाॅडी में तरल पदार्थ की कमी को भी बढ़ावा देते हैं।
ठंडी तासीर और ज्यादा पानी वाली चीज़ें लें
कोशिश करें कि जो भी थोड़ा-बहुत आपके पेट में जाए वो पोषक तत्वों से भरपूर हो।ऐसी चीज़ें लें जिनमें पानी का प्रतिशत ज्यादा हो और जिनकी तासीर ठंडी हो। भले ही वो आपको उतनी पसंद न हों। क्योंकि स्वाद को वरीयता देना वैसे भी उपवास के दिन सही नहीं है। उपवास का अर्थ ही आत्म नियंत्रण है। फिर गर्मी का उपवास तो और कठिन है। इसलिए फल, सलाद लें।नारियल पानी और जूस पिएं। दही और मट्ठा लें। फलाहार में भी पोषण को प्राथमिकता दें। इससे थकान हावी नहीं होगी और न ही शरीर में पानी की कमी होगी।
रिमाइंडर सैट करें
गर्मी की तीक्ष्णता को देखते हुए सजग रहें और अगर आप पानी पीना भूल जा रहे हों तो मोबाइल पर रिमाइंडर सैट कर लें। जिससे आप लिक्विड लेना न भूलें।
दैनिक गतिविधि में यथासंभव बदलाव करें
अगर संभव हो तो धूप के एक्सपोज़र से बचें। दिन में ऑफिस या घर के भीतर ही रहें। बाहर के ज़रूरी काम सुबह निपटा लें या शाम के लिए छोड़ दें। इससे भयानक गर्मी से आपका बचाव होगा और शरीर व्रत के दिन भी सही-सलामत रहेगा।
एक्टिव रहें
थकना नहीं है, यह सोचकर एक्टिविटी पर टोटली बैन न लगाएं। हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़, स्ट्रेचिंग करते रहें। इससे खुशी और उत्साह बना रहेगा।
डायबिटीज़, बीपी के मरीज़ और गर्भवती उपवास टालें
डाॅक्टर कहते हैं कि भीषण गर्मी के इन दिनों में डायबिटीज़, बीपी और ऐसी अन्य बीमारियों से पीड़ित लोग या गर्भवती स्त्री को उपवास नहीं रखना चाहिए। अन्यथा परेशानी आ सकती है क्योंकि इन लोगों को टाइम टू टाइम प्राॅपर डाइट और केयर की ज़रूरत होती हैं।
व्रत छोड़ते समय भी रखें सावधानी
गर्मी के दिनों में व्रत छोड़ते समय भी विशेष सावधानी रखें। अचानक से बहुत भारी-मसालेदार भोजन न करें। पहले सलाद लें। भोजन हल्का ही रखें। लिक्विड चीज़ें अधिक लें।