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Fart Walk: क्या है तेज़ी से वायरल होते 'फार्ट वाॅक' का काॅन्सैप्ट और फायदे, आइए जाने...

Fart Walk: क्या है तेज़ी से वायरल होते 'फार्ट वाॅक' का काॅन्सैप्ट और फायदे, आइए जाने...

Fart Walk: क्या है तेज़ी से वायरल होते फार्ट वाॅक का काॅन्सैप्ट और फायदे, आइए जाने...
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By Divya Singh

Fart Walk: वाॅक तो प्रायः सभी करते हैं और इसके फायदे भी जानते हैं लेकिन क्या आपने 'फार्ट वाॅक' का नाम सुना है? फार्ट वाॅक सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होता एक नया ट्रेंड है। टोरंटो की कुकबुक लेखिका मैरलिन स्मिथ ने यह शब्द गढ़ा है। फार्ट वॉक डिनर के करीब एक घंटे बाद की जाने वाली नाइट वाॅक है जिसका उद्देश्य है आंतों में फंसी गैस को बाहर निकालना और पाचन में सुधार करना। अंततः जिसका फायदा पूरे शरीर को मिलता है। इस अनोखे हल्के-फुल्के नाम 'फार्ट वाॅक' ने लोगों को इसके प्रति आकर्षित किया है और वे इसपर बात कर रहे हैं, आज़मा भी रहे हैं।

क्या है फार्ट वाॅक

हम सीधा या उल्टा, टहलने या चलने, ब्रिस्क वाॅक-जाॅगिंग जैसे अनेक शब्दों से परिचित हैं लेकिन फार्ट वाॅक एक नया टर्म है। जो टिकटॉक से ट्रेंड में आया है। इसका नाम ही ऐसा है जिसे सुनकर कोई भी हंसे बिना नहीं रह सकता। और इसे गढ़ने वाली लेखिका मैरलिन स्मिथ का उद्देश्य भी यही है कि लोग नाम सुनकर ठिठकें। काॅन्सैप्ट को समझें और उसे अपनाएं क्योंकि खाने के बाद पेट में भारीपन या गैस बनना किसी एक की नहीं, बहुतों की समस्या है जो फार्ट वाॅक से ठीक हो सकती है।

स्मिथ का कहना है " खासकर अगर आप मेरी तरह उच्च फाइबर वाला डिनर लेते हैं तो आपके पेट में बहुत गैस बनती है। ऐसे में भोजन के बाद, अपने बगीचे या अपनी बालकनी में थोड़ी देर टहलना आपके लिए चमत्कार कर सकता है।"

कैसे होता है फायदा

पाचन क्रिया होती है तेज़

लेखिका के अनुसार डिनर के करीब एक घंटे बाद टहलने से भोजन को तोड़ने और पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद मिलती है। यह आपके जीआई (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल) ट्रैक्ट के लिए एक छोटा सा व्यायाम है। फार्ट वॉक गैस्ट्रिक की प्रक्रिया को तेज करता है, जो पेट से भोजन को छोटी आंत में ले जाने की प्रक्रिया है।

गैस होती है पास

लेखिका का कहना है कि जब हम डिनर के बाद चलते हैं तो पेट में आंतरिक दबाव बनता है और फंसी हुई गैस को बाहर निकालने में मदद मिलती है... और निस्संदेह हम फार्ट करते हैं। जिससे पेट में हल्कापन महसूस होता है।

ब्लड शुगर भी होगी कम

लेखिका के अनुसार फार्ट वाॅक का फायदा उन लोगों को भी मिलता है जिन लोगों की शुगर हाई रहती है। यह वाॅक ब्लड शुगर के लेवल को नीचे लाती है। स्मिथ के अनुसार "रात के खाने के बाद टहलने से ब्लड शुगर को आपकी मांसपेशियों में ले जाने में मदद मिलती है, जिससे इंसुलिन का उत्पादन कम होता है जो टाइप 2 मधुमेह के विकास के आपके जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।"

दिल को इस तरह होता है फायदा

फार्ट वाॅक हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाती हैं। इससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है। साथ ही इससे पूरे शरीर में ऑक्सीजन युक्त ब्लड की सप्लाई भी बेहतर होती है।

मानसिक स्वास्थ्य भी होगा बेहतर

फार्ट वाॅक आपकी मानसिक सेहत पर भी सकारात्मक असर डालती है। जब आप घर से बाहर और यथासंभव प्रकृति के बीच टहलने जाते हैं तो आपको स्वयमेव अच्छा फील होता है। आपके अंदर खुश करने वाले हार्मोन पैदा होते हैं। आप परिजन के साथ तनाव रहित समय बिताते हैं। और थोड़ा थकते भी हैं जिससे आपको नींद भी अच्छी आती है। ये सब चीज़ें मिलकर आपकी मानसिक सेहत पर भी सकारात्मक असर करती हैं।

वज़न कम करने में मदद

फार्ट वाॅकिंग से वजन कम करने में भी मदद मिलती है। रात का खाना खाने के बाद जब आप टहलते हैं तो सोने से पहले खाना पच जाता है। इससे गैस पास हो जाती है। पेट की सूजन भी ठीक होती है। चलने से मेटाबॉलिज्म भी बढ़ता है। साथ ही कैलोरी बर्न होती है जिससे आपको वजन कम करने में मदद मिलती है।

ऐसे करें फार्ट वाॅक की शुरुआत

लेखिका के अनुसार खाने के लगभग 40 से 60 मिनट बाद टहलना या फार्ट वाॅक शुरू करें। धीरे-धीरे और आराम से चलें। शुरूआत में 10-15 मिनट चलना भी पर्याप्त है। तेज़ न चलें क्योंकि इससे असुविधा हो सकती है। सैर के पहले और बाद में पानी ज़रूर पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।अच्छा रिज़ल्ट पाने के लिए कम से कम 20 से 30 मिनट तक पैदल चलें।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

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