Eating sprouts In The Monsoon: मानसून में स्प्राउट्स खाने से हो सकते है ये बड़े नुकसान; कही आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती..जानिए सही तरीका
Eating sprouts In The Monsoon: स्प्राउट्स यानी अंकुरित अनाज को हेल्थ का सुपरफूड माना जाता है। ये शरीर को डिटॉक्स करते हैं, इम्यूनिटी बढ़ाते हैं, बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं और बढ़ती उम्र के असर को कम करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मानसून के मौसम में कच्चे स्प्राउट्स खाना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है?

Eating sprouts In The Monsoon
Can We Eat Sprouts In The Monsoon: स्प्राउट्स यानी अंकुरित अनाज को हेल्थ का सुपरफूड माना जाता है। ये शरीर को डिटॉक्स करते हैं, इम्यूनिटी बढ़ाते हैं और बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं और बढ़ती उम्र के असर को कम करते हैं। इसमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन-सी और कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि, मानसून के मौसम में कच्चे स्प्राउट्स खाना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है? तो चलिए आज हम इन्ही सब सवालों के जवाब आपको विस्तार से देने वाले है, जिसे जानने के बाद आपक्से सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे।
स्प्राउट्स क्या होते हैं?
स्प्राउट्स यानी अंकुरित अनाज। जब हम चना, मूंग, गेहूं या किसी भी अनाज को पानी में भिगोकर कुछ घंटों या दिनों के लिए छोड़ देते हैं, तो उनमें से छोटे-छोटे अंकुर निकलने लगते हैं। यही अंकुरित अनाज कहलाते हैं। इन्हें खाने से शरीर को ज्यादा पोषण मिलता है क्योंकि अंकुरित होने के बाद इनमें न्यूट्रिएंट्स की मात्रा बढ़ जाती है।
स्प्राउट्स खाने के फायदे
स्प्राउट्स में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। इनमें विटामिन-सी, फोलेट और प्रोटीन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर की रोग से लड़ने की ताकत यानी इम्यूनिटी को मजबूत बनाते हैं। खासकर मानसून के मौसम में जब वायरल बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है, तब स्प्राउट्स खाने से हम बीमार होने से बचा सकते हैं। इसके अलावा, स्प्राउट्स में फाइबर भरपूर होता है जो हमारे पेट को साफ और स्वस्थ रखने में मदद करता है और कब्ज या गैस जैसी तकलीफों से राहत देता है। तला-भुना खाना ज्यादा खाने के बाद स्प्राउट्स पाचन को सही बनाकर पेट की समस्याएं कम करते हैं।
स्प्राउट्स को नियमित खाने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है, जिससे दिल की सेहत अच्छी रहती है और रक्त से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी घटता है। वहीं, बालों और आंखों के लिए भी स्प्राउट्स बहुत लाभकारी होते हैं, क्योंकि इनमें ऐसे विटामिन्स होते हैं जो बालों को मजबूत और घना बनाते हैं और आंखों की रोशनी बढ़ाते हैं। साथ ही स्प्राउट्स में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे बढ़ती उम्र के असर धीरे-धीरे होते हैं और हम ज्यादा देर तक जवान और स्वस्थ बने रहते हैं। इसलिए स्प्राउट्स को अपनी डाइट में शामिल करना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है।
मानसून में स्प्राउट्स खाने के नुकसान
मानसून में स्प्राउट्स खाने से पहले कुछ जरूरी बातें ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। FDA और CDC जैसी स्वास्थ्य संस्थाओं के अनुसार, स्प्राउट्स को कच्चा खाने से ई.कोलाई और सैल्मोनेला जैसे खतरनाक बैक्टीरिया शरीर में जा सकते हैं, क्योंकि अंकुरण की प्रक्रिया में ये बैक्टीरिया अनाज में पनप सकते हैं। ऐसे कच्चे स्प्राउट्स खाने से पेट में दर्द, उल्टी, दस्त और कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो खासकर उन लोगों के लिए ज्यादा खतरनाक होती हैं जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। इसके अलावा, कई लोगों को बिना पकाए स्प्राउट्स खाने से पेट फूलने और गैस की शिकायत भी होती है, क्योंकि कच्चे स्प्राउट्स को पचाना थोड़ा मुश्किल होता है। इसलिए मानसून में स्प्राउट्स खाने से पहले इन्हें अच्छी तरह पकाना और सावधानी रखना जरूरी होता है।
मानसून में कैसे खाएं स्प्राउट्स?
स्प्राउट्स खाने से पहले उन्हें अच्छे से बहते पानी में धो लेना चाहिए ताकि उनकी सतह पर मौजूद बैक्टीरिया हट जाएं। उसके बाद इन्हें थोड़ा हल्का उबालना या भाप देना चाहिए, जिससे जो भी बैक्टीरिया हों, वे मर जाते हैं और साथ ही पाचन भी आसान हो जाता है।
आप स्प्राउट्स को सूप, ऑमलेट या पैनकेक के बैटर में मिला कर भी खा सकते हैं, इससे स्वाद भी अच्छा होता है और सेहत को भी फायदा मिलता है। स्प्राउट्स के साथ नींबू, टमाटर, अदरक, काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाने से इसका स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाते हैं। ध्यान रखें कि एक दिन में करीब एक कप स्प्राउट्स खाना ही ठीक रहता है, क्योंकि ज्यादा खाने से पेट में परेशानी हो सकती है।
किन लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, जिन लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी कमजोर होती है। छोटे बच्चे, बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएं और जिनका पेट या पाचन संबंधी कोई पुराना रोग होता है, उन्हें स्प्राउट्स खाने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए। क्योंकि ये लोगों का शरीर थोड़ा नाज़ुक होता है और कच्चे स्प्राउट्स में मौजूद बैक्टीरिया से उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए बेहतर होगा कि, वे डॉक्टर की सलाह के बिना स्प्राउट्स का सेवन न करें।
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अमेरिकी हेल्थ एजेंसी CDC और FDA के मुताबिक, स्प्राउट्स को कभी भी कच्चा नहीं खाना चाहिए। अंकुरित होने की प्रक्रिया में इनमें ई.कोलाई और सैल्मोनेला जैसे खतरनाक बैक्टीरिया पनप सकते हैं। ये बैक्टीरिया पेट में जाकर फूड पॉइजनिंग, उल्टी, दस्त, बुखार और कमजोरी जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं। खासकर जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उनके लिए ये और भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। मानसून में नमी ज्यादा होती है, जिससे बैक्टीरिया तेजी से फैलते हैं। ऐसे में कच्ची सब्जियां और स्प्राउट्स खाने से बचना चाहिए।
अगर आप स्प्राउट्स खाना चाहते हैं, तो उन्हें अच्छे से धोकर और पकाकर ही खाएं। उबालकर या हल्का भूनकर खाने से इनमें मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और ये सेहत के लिए सुरक्षित हो जाते हैं। अगर स्प्राउट्स खाने के बाद आपको तीन दिन से ज्यादा दस्त, तेज बुखार, कमजोरी, चक्कर या डिहाइड्रेशन की समस्या हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इन बातों का रखें ख्याल
डॉक्टरों की सलाह है कि, अगर आपको तीन दिन से ज्यादा दस्त, तेज बुखार, डिहाइड्रेशन या कमजोरी महसूस हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही, स्प्राउट्स खाने से पहले पोर्शन साइज का ध्यान रखें और अगर ये आपको सूट नहीं करते तो इनसे परहेज करें। तो अगली बार जब आप हेल्दी डाइट के नाम पर स्प्राउट्स खाने का सोचें, तो उन्हें कच्चा खाने से पहले दो बार सोचें।
सेहत के लिए फायदेमंद तभी हैं जब सही तरीके से पकाकर खाए जाएं। स्प्राउट्स सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, लेकिन मानसून के मौसम में इन्हें कच्चा खाने से नुकसान भी हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि इन्हें सही तरीके से तैयार करें, अच्छे से धोएं, हल्का पकाएं और सही मात्रा में खाएं। अगर आप इन बातों का ध्यान रखते हैं, तो स्प्राउट्स आपकी सेहत को फायदा ही देंगे।
