Benefits And Side Effects Of Cloves : लौंग है बेहद गुणकारी, दर्द से दिलाए छुटकारा, सर्दी-जुकाम से राहत, पुरुषों के लिए भी फायदेमंद
लेख में पढ़ें
- लौंग के बारे में सामान्य जानकारी
- लौंग के पोषक तत्व
- लौंग के सेवन की सही मात्रा और समय
- लौंग के फायदे
- लौंग के नुकसान
आजकल कई तरह के माउथ फ्रेशनर घरों में मिलने लगे हैं लेकिन कुछ समय पहले तक हर भारतीय घर में एक पानदान होता था जिसका एक हिस्सा लौंग के लिए सुरक्षित होता था। आज भी खाने के बाद लौंग खाने की आदत गई नहीं है और इसके बहुत से ज्ञात फायदे भी हैं। गांवों में जहां आज भी डाॅक्टर तक पहुंच इतनी सहज नहीं है, वहां लौंग घरेलू दवाई है। रात-बेरात दांत या कान में दर्द हो या फिर पुरुषों की यौन समस्याओं का समाधान ढूंढना हो, लौंग सबसे पहले निकाली जाती है। आज के लेख में लौंग के बारे में बहुत सी काम की बातें हम बता रहे हैं।
लौंग के बारे में सामान्य जानकारी
लौंग वस्तुतः अपने वृक्ष की कली है। जिसे सुखाकर लौंग सहेजी जाती है। इसका वैज्ञानिक नाम सीजिजियम अरोमैटिकम (Syzygium Aromaticum) है। लौंग की तासीर गर्म है। इसका उपयोग आयुर्वेदिक औषधि के रूप में किया जाता है। भारतीय घरों में इसे भोजन के बाद मुखशुद्धि के लिए और मिठाइयों, सब्ज़ियों - पुलाव आदि में अच्छी खुशबू पाने के लिए किया जाता है।लौंग को कच्चा चबाने पर कड़वाहट महसूस होती है लेकिन यह पकवानों में कड़वाहट नहीं लाती है। इसकी खुशबू बेहतरीन है जो इसके इस्तेमाल के लिए प्रेरित करती है।
लौंग के पोषक तत्व
लौंग में आयरन, फास्फोरस, मैंगनीज, मैग्नीशियम, प्रोटीन, फाइबर, जिंक, कैल्शियम, कॉपर, सेलेनियम, थियामिन, सोडियम, पोटेशियम, कार्बोहाइड्रेट जैसे कई पोषक तत्व और विटामिन ए, बी 6, सी, ई और के मौजूद होते हैं।
लौंग के सेवन की सही मात्रा और समय
एक दिन में लौंग की दो या हद से हद तीन कलियां खाना ही उचित है। वैसे तो आप इन्हें एक-एक की मात्रा में दिन में कभी भी खा सकते हैं लेकिन सुबह खाली पेट खाने के फायदे ज्यादा हैं।
लौंग के प्रमुख फायदे
दर्द से राहत दिलाती है लौंग
लौंग में दर्दनिवारक तत्व (एनाल्जेसिक गुण) होते हैं। लौंग में यूजेनॉल नामक तत्व पाया जाता है जो दांतों के दर्द को कम करने में मददगार होता है। लौंग के तेल को दांत में लगाने से दर्द से राहत मिलेगी। आप इसे दर्द करते दांत के नीचे दबा भी सकते हैं। लौंग मुंह और दांतों में सड़न पैदा करने वाले सूक्ष्म जीवों को भी मारती है। लौंग प्लाक और कैविटीज़ से भी दांतों को बचा सकती है। इसलिए ओरल हाइजीन के लिए महत्वपूर्ण है।
वहीं लौंग के तेल को सूंघने से सिरदर्द कम हो सकता है। या आप इसके तेल को नारियल आदि के तेल में मिलाकर माथे पर लेप भी कर सकते हैं। ध्यान रखें कि इसे त्वचा पर डायरेक्ट नहीं लगाना है।
कान दर्द की समस्या हो तो किसी अन्य तेल में मिलाकर इससे काॅटन बाॅल भिगोएं और दर्द कर रहे कान में लगाएं तो कान दर्द के साथ संक्रमण से भी राहत मिलती है।
पुरुषों की यौन समस्याओं को कम करती है लौंग
लौंग पुरुषों की यौन समस्याओं को कम करती है। यह पुरुषों में एनर्जी, स्टेमिना और सेक्स हार्मोन टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाती है जिससे उनकी वैवाहिक जिंदगी पर सकारात्मक असर पड़ता है। लौंग के नियमित सेवन से स्पर्म काउंट और क्वालिटी दोनों में इज़ाफा होता है जिससे पितृत्व हासिल करने की संभावना बढ़ती है। यौन समस्याओं का सामना कर रहे पुरुषों को सुबह खाली पेट लौंग का सेवन करना चाहिए।
सर्दी-खांसी, अस्थमा में लाभदायक
सामान्य सर्दी - खांसी से लेकर अस्थमा के खिलाफ भी लौंग असरदार है। लौंग में एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो सर्दी और खांसी को कम कर सकता है। यह बलगम को ढीला कर निकालने में मददगार है। लौंग के तेल को सूंघने से श्वसन तंत्र को साफ करने और श्वास संबंधी समस्याओं में काफी फास्ट रिलीफ मिलता है। इसके एंटीअस्थमेटिक गुण इसे अस्थमा के मरीजों के लिए उपयोगी बनाते हैं।
हड्डियों को देगी मजबूती
हड्डियों को मजबूत बनाने में भी लौंग सहायक होती है। लौंग में पाए जाने वाले कैल्शियम,फास्फोरस, मैग्नीशियम, मैंगनीज हड्डियों को मजबूत बना सकते हैं। लौंग के अर्क में मौजूद यूजेनॉल ऑस्टियोपोरोसिस के खिलाफ सुरक्षा देता है।
स्किन के लिए फायदेमंद
लौंग में विटामिन सी पाया जाता है जो स्किन के लिए बहुत अच्छा होता है। बैक्टीरिया की वजह से होने वाले स्किन इंफ्लेमेशन को भी कम करने में लौंग सहायक है और इस कारण एक्ने को ठीक कर सकता है। लौंग में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं इसलिए फंगल इंफेक्शन ,घाव हो जाने या त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं के उपचार में इसके तेल का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसके लिए इसे किसी अन्य तेल में मिलाकर ही प्रयोग में लाएं।
मानसिक तनाव से देती है राहत
बताया जाता है कि लौंग का तेल संचार प्रणाली को उत्तेजित करता है जिससे मानसिक थकावट कम होती है। इसमें मौजूद एंटी स्ट्रेस गुण चिंता, तनाव, अवसाद से राहत देते हैं।
कैंसर विकसित होने से बचाव हो सकता है
शोध में पाया गया है कि लौंग में एंटी-ट्यूमर गुण होते हैं। इसलिए यह कैंसर के जोखिम को कम कर सकती है। यह लंग कैंसर, स्किन कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर को पनपने से रोकने में विशेषकर उपयोगी हो सकती है। हालांकि इसे कैंसर का इलाज नहीं माना जाना चाहिए।
पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मददगार
लौंग मेटाबॉलिज्म को बढ़ाती है और पाचन क्रिया को बेहतर करती है। लौंग पाचन संबंधी समस्याओं जैसे पेट फूलना, गैस, अपच, से लेकर डायरिया और उल्टी के लक्षणों से भी राहत दिला सकती है। इसके तेल को पेप्टिक अल्सर के लक्षण को कम करने में उपयोगी पाया गया है। इस तरह वैट मैनेजमेंट में भी मददगार है।
डायबिटीज और लिवर सिरोसिस पेशेंट्स के लिए उपयोगी
लौंग का इस्तेमाल डायबिटीज़ को कुछ हद तक नियंत्रित करना भी शामिल है। इसके एंटीहाइपरग्लाइसेमिक गुण इसे इसके लिए उपयोगी बनाते हैं।
वहीं इसके हाइपोलिपिडेमिक और हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण इसे लिपिड प्रोफाइल को सुधारने और लिवर को स्वस्थ रखने में मददगार बनाते हैं। इसे लिवर सिरोसिस पेशेंट्स के लिए उपयोगी पाया गया है।
लौंग के नुकसान
० लौंग में खून को पतला करने वाले गुण होते हैं इसलिए अगर पहले से खून को पतला करने की दवा ले रहे हैं तो ऐसे में रक्तस्त्राव की समस्या हो सकती है।
० कुछ लोगों में लौंग एलर्जी का कारण भी हो सकती है।
० अधिक मात्रा में सेवन से लिवर और किडनी को नुकसान हो सकता है। इंसान कोमा में भी जा सकता है।
० लौंग ब्लड शुगर का लेवल बहुत तेजी से घटा सकती है।इसलिए डायबिटिक लोग इसे डाॅक्टर की सलाह पर ही लें।
० बच्चों को देने से पहले और मात्रा को लेकर सचेत रहें। अधिक इस्तेमाल पर यह बच्चों के किडनी, लिवर को गंभीर क्षति पहुंचा सकती है।
० पुरुष यदि जरूरत से ज्यादा लौंग का सेवन करें तो इससे उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कम हो सकता है।
० गर्म तासीर के चलते गर्मी में इसे बहुत सीमित मात्रा में लें।