Daily Habits For Better Eye Health: जानें आंखों को लंबी उम्र तक स्वस्थ रखने के लिए क्या करें, कहां सतर्कता बरतें...
Daily Habits For Better Eye Health: जानें आंखों को लंबी उम्र तक स्वस्थ रखने के लिए क्या करें, कहां सतर्कता बरतें...

Daily Habits For Better Eye Health: बड़ा हुआ स्क्रीन टाइम, खानपान में लापरवाही आदि आज के दौर की बहुत बड़ी समस्या है जो आंखों पर बहुत बुरा प्रभाव डाल रही हैं और आंखें उम्र से पहले से ही कमज़ोर हो रही हैं। ऑफिस हो या घर पर मनोरंजन की बात हो, स्क्रीन को देखते-देखते ही दिन कट रहे हैं। ऐसे में आंखों पर हद से ज्यादा स्ट्रेन पड़ रहा है। वहीं पोषण के बजाय स्वाद पर अधिक ध्यान देने से शरीर की ही नहीं, आंखों के स्वास्थ्य की भी अनदेखी हो रही है। यहां हम आपको लंबी उम्र तक आंखों की बेहतर रौशनी बरकरार रखने के लिए कुछ आसान उपाय बता रहे हैं। अपनी आदतों में छोटे से बदलाव कर आप इन्हें अपना सकते हैं।
पहला बदलाव - बेहतर खानपान
अपनी आंखों की रौशनी लंबी उम्र तक अच्छी रखने के लिए आपको आंखों को ध्यान में रखकर अपने खानपान को डिसाइड करना होगा। और आपके लिए जो चीज़े महत्वपूर्ण है वे यह हैं-
1. विटामिन ए से भरपूर चीज़ें
गाजर, पालक, शकरकंद जैसी विटामिन ए से भरपूर चीज़ें न केवल आंखों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी हैं बल्कि साथ ही रोडोप्सिन के सिंथेसिस को बेहतर करती हैं जो रेटिना में एक लाइट सेंसिटिव प्रोटीन है और हमें कम रौशनी में भी बेहतर विज़न देता है।
2. ल्यूटिन और जियाजेंथिन
ये हमें हरी पत्तेदार सब्जियों, ब्रोकोली, केल आदि से मिलते हैं और हमें बेहतर सेंट्रल विज़न देते हैं और स्क्रीन की हार्मफुल ब्लू लाइट से हमारा बचाव करते हैं। ये हमारे लिए नेचुरल सनग्लासेस की तरह काम करते हैं और सूरज की हानिकारक किरणों से आंखों का बचाव करते हैं।
3. ओमेगा 3 फैटी एसिड
ये नाॅनवेजिटेरियन्स को फैटी फिश से मिल सकता है तो वेजिटेरियन को अखरोट, फ्लेक्स सीड्स और सोयाबीन जैसी चीजों से मिल सकता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड रेटिना को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाता है और रेटिना में सूजन को कम करता है। साथ ही यह उम्र से संबंधित मैक्यूलर डिजनरेशन, ड्राई आइज़ और ग्लूकोमा जैसी आंखों की बीमारियों को रोकने में मदद करता है। ये आंखों के फोटो रिसेप्टर सेल्स को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है जो ब्रेन को सिग्नल भेजते हैं।
विटामिन C और E
आंखों के लिए विटामिन सी और आईबी बहुत जरूरी है विटामिन सी आपको खट्टे फलों सेंटर नींबू आंवला आदि से मिल सकता है वह विटामिन ए आपको बादाम सनफ्लावर सीड शादी से मिल सकता है। ये आपकी आंखों को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
दूसरा बदलाव - स्क्रीन टाइम कम करना और आंखों की एक्सरसाइज़ करना
दूसरा बदलाव यह है कि आप अपना स्क्रीन टाइम कम करें और ब्लू लाइट से अपनी आंखों को बचाएं। इसके साथ ही बहुत जरूरी है कि आप बीच-बीच में ब्रेक लें। इसके लिए आप 20-20-20 रूल को फॉलो करें ।यानी हर 20 मिनट बाद 20 सेकंड के लिए 20 फीट की दूरी पर किसी बिंदु को एकटक देखें। इससे आपकी आंखों पर पड़ने वाला प्रेशर कम होगा। आंखों को बार-बार झपकाने का विशेष ध्यान रखें क्योंकि प्रायः हम एकटक स्क्रीन को देखते रहते हैं जिससे ड्राई आइज़ की प्रॉब्लम शुरू हो जाती है। इसके अलावा क्लाॅकवाइज ओर एंटीक्लाॅकवाइज आंखों को घुमाना और इस तरह की दूसरी एक्सरसाइज़ करें जिससे आंखों की मांसपेशियां मज़बूत हों।
तीसरा बदलाव - भरपूर पानी पिएं
दिन भर में भरपूर पानी पिए जिससे आपकी आंखें हाइड्रेटेड रहें। इस बात का खास ख्याल रखें कि शरीर के साथ आंखों को भी हाइड्रेटेड रखने जरूरी है। आपको बता दें कि इससे न केवल विज़न बेहतर होता है बल्कि यह आंखों के लिए कंफर्ट को भी बढ़ाता है।
चौथा बदलाव - लाइटिंग व्यवस्था बेहतर हो
इस बात का भी ध्यान करें कि जब भी आप पढ़ें या लैपटॉप-कंप्यूटर पर कम करें तो उस रूम में लाइटिंग की अच्छी व्यवस्था हो। लाइटिंग की व्यवस्था अच्छी ना हो तो आंखों पर अधिक प्रेशर पड़ता है।
पांचवा बदलाव - अच्छी नींद लें
आंखों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है कि आप पर्याप्त और अच्छी नींद लें इससे आंखों को रेस्ट करने का समय मिलता है और हीलिंग प्रोसेस के लिए समय मिलता है।
छठंवा बदलाव - सतर्क रहें
1. स्मोकिंग न करें। स्मोकिंग से मैक्युलर डिजनरेशन, मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और अन्य आंखों की बीमारियां हो सकती हैं।
2. बाहर निकलने से पहले अपनी आँखों को UV किरणों से बचाने के लिए हमेशा सनग्लास पहनें।
3. सफाई के काम के दौरान कैमिकल्स के छीटों से अपनी आंखों को बचाएं।
4. अपनी आँखों को बहुत ज़्यादा रगड़ना उनके लिए हानिकारक है।
5. व्यस्क हर दो साल में एक बार आंखों का चेकअप जरूर कराएं। 40 की उम्र के बाद हर साल आंखों का चेकअप कराएं।