Chips Harmful Effects : जापान में 14 छात्र "भारतीय चिप्स" खाकर अस्पताल में भर्ती...संभलकर अब बारी आपके बच्चों की...जानें क्या कह रहे एक्सपर्ट
Chips Harmful Effects : अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड बनने की प्रक्रिया में तीन लेयर से होकर गुजरती है. कई रिसर्च में दावा किया जा रहा है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड शरीर में ब्लड प्रेशर, मोटापा, हार्ट डिजीज, डाइजेशन प्रोब्लम आदि को बढ़ा रहा है.
chips harmful effects for health : हमारी जीवनशैली में चिप्स-कुरकुरे जीवन का एक हिस्सा हो गया है. बच्चे-बड़े सब इसे बड़े चाव से खा रहे है. बच्चों में खासकर यह प्रवृति ज्यादा है. ये सारी चीजें अल्ट्रा प्रोसेस्ड होती है. यानी इन चीजों को बनाने से पहले इसकी कच्ची सामग्री को तीन-चार बारे केमिकली ट्रीट किया जाता है. इस कारण जो कच्चा पदार्थ होता है, उसका कुदरती गुण खत्म हो जाता है और उसमें कई हानिकारक केमिकल समाहित हो जाते हैं. इसे ही अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड कहते हैं.
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड बनने की प्रक्रिया में तीन लेयर से होकर गुजरती है. कई रिसर्च में दावा किया जा रहा है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड शरीर में ब्लड प्रेशर, मोटापा, हार्ट डिजीज, डाइजेशन प्रोब्लम आदि को बढ़ा रहा है. और ऐसा ही वाकया फ़िलहाल हुआ है, जिसकी सब तरफ चर्चा हो रही है और डॉ से लेकर पेरेंट्स अपने बच्चों को लेकर इस बात से चिंतित है.
बीते मंगलवार जापान से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां कुछ छात्रों ने भारत की सबसे तीखी मिर्च से बने चिप्स खा लिए, जिसके उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह चिप्स इतने ज्यादा तीखे थे, कि छात्रों की तबियत अचानक बिगड़ने लगी थी, जिसके बाद कुल 14 छात्रों को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। आइये जानते हैं क्या था पूरा मामला।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो चिप्स खाने के अचानक बाद करीब 30 छात्रों को एक साथ पेट और मुंह में दर्द होने लगा था। इसके अलावा कुछ छात्रों ने जी मचलाने की भी शिकायत की। दरअसल, हाई स्कूल की कक्षा के एक छात्र ने 30 छात्रों को यह चिप्स खिलाए थे।
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार चिप्स-कुरकुरे जैसे अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के कारण लिवर धीरे-धीरे डैमेज हो सकता है लेकिन कई रिसर्च में यह साबित हो चुका है कि आंत की लाइनिंग का सीधा संबंध दिमाग से जुड़ा हुआ है और अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड सीधे दिमाग को नुकसान पहुंचा रहा है.
लिवर होने लगता है खराब
अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से धीरे-धीरे लिवर डैमेज हो सकता है. दरअसल, पैकेटबंद चीजों में कई ऐसे हानिकारक केमिकल मिले होते हैं जिनके बारे में कंपनी सही तरीके से नहीं बताती. इनमें आर्टिफिशियल कलर और फूड रेगुलेटर मिलाया जाता है. इसके साथ ही इसमें कलर के रूप में -2, ई-21 या ई-26 जैसे शब्द लिखे होते हैं. ये हानिकारक रसायन हैं. इसी तरह एसिड रेगुलेटर के रूप में आईएनएस 330 लिखा होता है. इसे साइट्रिक एसिड के रूप में भी लिखा होता है लेकिन यह नेचुरल साइट्रिक एसिड से बहुत अलग है. डॉ. प्रियंका ने बताया कि इन एडेड कंपाउड सबसे ज्यादा लिवर को नुकसान पहुंचाता है. इससे नॉन-अल्कोहलकि फैटी लिवर डिजीज हो सकता है. यह पेट में पहुंचकर गुड बैक्टीरिया को मार देता है जिसके कारण आंत की लाइनिंग खराब होने लगती है. यही लाइनिंग दिमाग को सिग्नल देता है. लिवर के अलावा ये चीजें किडनी पर भी असर करती हैं. यानी पैकेटबंद प्रोसेस्ड फूड लिवर के साथ-साथ किडनी को भी खराब करने लगता है.
छुपा हुआ नमक सबसे अधिक घातक
पैकेटबंद चिप्स कुरकुरे में बहुत अधिक नमक रहता है. खाते हुए ही इस बात का पता चल जाता है. दरअसल, केक, पेस्ट्री, चॉकलेट, ड्राइड फ्रूट, बैरी आदि को जब बनाया जाता है तब इसे बहुत अधिक समय तक ताजा रखने के लिए इसमें एडेड सोडियम डाला जाता है. यदि आप चॉकलेट खा रहे हैं और यह मीठा लग रहा है तो इसका मतलब यह नहीं कि चॉकलेट सिर्फ मीठा ही है बल्कि इसमें नमक की मात्रा में बहुत अधिक होती है. पैकेटबंद ड्राइड फ्रूट, फास्ट फूड, सिंथेटिक फूड में भी ऐसा होता है. ज्यादा नमक के कारण सोडियम का डिपॉजिशन आर्टरीज में होने लगता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा देता है. यह सबसे अधिक हार्ट को नुकसान पहुंचाता है. इससे हार्ट के मसल्स प्रभावित हो सकते हैं. ऐसे में इन चीजों का ज्यादा सेवन बिल्कुल भी नहीं करना ही समझदारी है.
ज्यादा तीखा खाना क्यों नुकसानदायक होता है?
- ज्यादा तीखा या मसालेदार चीजें खाना सेहत को कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकती है।
- तीखी चीजें खाना सबसे पहले आपके लिए एलर्जिक रिएक्शन का कारण बनती है। ऐसी चीजें खाने के बाद आपको सबसे पहले जी मचलाने, बेचैनी होने के साथ-साथ कई बार ठीक तरह से सांस लेने में भी कठिनाई महसूस हो सकती है।
- यही नहीं, बहुत ज्यादा तीखा खानाे से भोजन की नली में जलन होने लगती है, जिससे कई बार भोजन नलिका डैमेज तक हो सकती है।
- कुछ मामलों में इससे व्यक्ति को छाती में दर्द आने के साथ ही हार्ट अटैक की भी समस्या हो सकती है।