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Children's Eye Care: बच्चों की आँखों का ऐसे रखें ध्यान, आँखों की एक्सरसाइज और ये ड्रिंक होगा मददगार

Childrens Eye Care: बच्चों की आँखों का ऐसे रखें ध्यान, आँखों की एक्सरसाइज और ये ड्रिंक होगा मददगार
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By NPG News

NPG डेस्क

Children's Eye Care:; बीते कुछ समय में बच्चों की आँखों में समस्याओं के केस बहुत बढ़े हैं। कोविड के दौरान ऑनलाइन क्लासेज़ के लिए दिलाए गए मोबाइल को उन्होंने अपना बैस्ट फ्रैंड बना लिया और अब उससे दूर होने के लिए तैयार नहीं। गेम्स के शौक के आगे टीवी के कार्टून्स भी फेल हो गए। आउटडोर एक्टिविटी कम होने और मोबाइल से चिपके रहने से उनकी आँखों में तरह-तरह की परेशानियाँ होने लगी हैं। अब भी अगर बात चश्मे की अनिवार्यता तक न पहुंची हो तो नीचे दिए उपाय कर आप बच्चों की आँखों को स्वस्थ रख सकते हैं। आइए जानते हैं कि ये कैसे किया जाए।

हैल्दी डाइट लेने की आदत डालें

बच्चों के खाने में पौष्टिक चीजों जैसे फल, सब्जियां, एग्स, फिश और डेयरी प्रोडक्ट्स को शामिल करें। ये सभी चीज़े बच्चे की आंखों को स्वस्थ रखने के साथ कई हेल्थ बेनिफिट्स देती हैं। विटामिन ए, सी, और ई, ओमेगा -3 फैटी एसिड और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों को बच्चों की डाइट में शामिल करने का प्रयास करें।

गाजर, पपीता, आंवला, शिमला मिर्च, हरी और पत्तेदार सब्जियाें को जरूर शामिल करें।ये विटामिन ए के अच्छे स्रोत हैं। गाज़र में सबसे ज्यादा रोडोस्परिन होता है, जो आंखों के लिए अच्छा होता है। इसे नियमित तौर पर खाएं।

बादाम बढ़ाता है आंखों की रोशनी, सौंफ और मिश्री मिलाकर लेने से होगा फायदा

4-5 बादाम रात में भिगो दें। बच्चे को सुबह चबाकर खाने को कहें। विटामिन ई, विटामिन ए, ओमेगा 3 फैटी एसिड, ओमेगा 6 फैटी एसिड, कैल्शियम, फॉस्फाेरस, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, कॉपर आदि जैसे पोषक तत्व आंखों को स्वस्थ रखते हैं।

सौंफ में भी पोटैशियम, फोलेट, विटामिन सी, विटामिन बी-6 और फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं। बादाम, सौंफ और मिश्री का पाउडर बना लें। 1 चम्मच पाउडर रोज रात में सोने से पहले एक गिलास दूध में डालकर बच्चों को दें। यह ड्रिंक आँखों के लिए बहुत फायदेमंद है।

नियमित व्यायाम

संतुलित आहार के साथ-साथ रोजाना व्यायाम करना भी जरूरी है। ऐसा करने से बच्चे को पूरे शरीर में रक्त और ऑक्सीजन के प्रवाह को बनाए रखने में मदद मिल सकती है और आंखों के स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है। नियमित कसरत के अलावा, आंखों के व्यायाम भी कर सकते हैं और दृष्टि को बढ़ा सकते हैं। आंखों के व्यायाम के बारे में किसी विशेषज्ञ से बात करें जो आपके बच्चों के लिए उपयुक्त हों।यदि संभव हो, तो किशोरों को शीर्षासन जरूर सिखाएं।ये आँखों के लिए काफी फायदेमंद होता है।

कम करें इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल

अपने बच्चे के भले के लिए आपको थोड़ा सख्त होना होगा और बच्चे के स्क्रीन टाइम को सीमित करना होगा। लगातार वीडियो गेम खेलना, वीडियो देखना और दोस्तों को टेक्स्ट मैसेज करना आपके बच्चे को नीली रोशनी के संपर्क में लाता है। जिससे आंखों पर डिजिटल दबाव पड़ता है।

पढ़ने का तरीका हो ऐसा

बच्‍चों को झुककर या लेटकर न पढ़ने दें, हमेशा टेबल-कुर्सी का इस्‍तेमाल करने के लिए कहें।आंखों का फोकसिंग पॉवर सीमित होता है; अत: बच्‍चों को हर आधे घंटे के बाद पांच मिनिट का ब्रेक लेने दें।उन्हें देर रात तक कृत्रिम रोशनी में न पढ़ने दें। पढ़ते समय किताबों को कम से कम एक फीट की दूरी पर रखने के लिए कहें।

आउटडोर एक्टिविटी बढ़ाएं

बच्चों को बाहर निकलने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें प्रकृतिक प्रकाश में समय बिताने दें। विटामिन डी की कमी से भी आँखें कमज़ोर होती हैं। बाहर जाकर खेलने से पूरी बाॅडी को फायदा होता है। हाँ, पर बेहद तेज धूप में खेलने ना भेजें। हल्की धूप और शाम का वक्त मिलाकर 2 घंटे बाहर खेलने की छूट बच्चों को दें।

पर्याप्त पानी पीने की आदत डलवाएं

बच्चों को प्रतिदिन 6-8 गिलास पानी पीने के लिए प्रेरित करें, पानी आंखों में नमी और ताज़गी बनाए रखता है।

जांच करवाएं

अगर बच्च बार-बार आँखों को रगड़ रहा है , या आँखों में आँसू आने की शिकायत कर रहा है,तो उपचार कराने में देरी न करें। धुंधला दिखने की बात पर भी तुरंत ध्यान दें।

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