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छत्तीसगढ़ में आयुष्मान कार्ड नन्हीं परी अद्वैता के लिए बनी संजीवनी...

छत्तीसगढ़ में आयुष्मान कार्ड नन्हीं परी अद्वैता के लिए बनी संजीवनी...
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By Sandeep Kumar

रायपुर। केन्द्र सरकार लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सार्थक प्रयास कर रहा है। आयुष्मान कार्ड के माध्यम से जरूरतमंद और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों को स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल रहा है। धमतरी जिले के नगरी विकास खंड के ग्राम छिपली निवासी डिगेन्द्र कुमार के यहां 10 मई 2023 को बेटी का जन्म हुआ, परिवार में खुशी का माहौल था।

बेटी का नामकरण किया गया और बच्ची का नाम अद्वैता रखा गया। जन्म के समय बच्ची का वजन मात्र 1300 ग्राम होने के कारण चिकित्सकों ने उसे बच्चों के विशेष अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी। डिगेंन्द्र ने चिकित्सकों से बातचीत की और आने वाले खर्च के बारे में पूछा! चिकित्सकों ने ईलाज और दवाईयां मिलाकर लगभग 5 लाख रुपए का खर्च बताया।

डिगेन्द्र की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण 5 लाख का खर्च की बात सुनकर बड़ी चिंता सताने लगी कि इतने पैसों का इंतजाम कैसे होगा। उन्होंने बताया कि किसी परिचित ने उसे केंद्र शासन की आयुष्मान कार्ड योजना के बारे में जानकारी दी।

डिगेन्द्र जागरूक नागरिक था उसने अपने और अपनी पत्नी के नाम से आयुष्मान कार्ड पहले से ही बनवा रखा था। उन्होंने चिकित्सकों से बात कर अपनी बच्ची अद्वैता को बच्चों के निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया। लगभग डेढ़ महीने बच्चे का ईलाज करवाने के बाद अद्धैता पूरी तरह स्वस्थ होकर घर लौटी है। अपनी लाडली नन्ही परी को देखकर पिता के आंखों में खुशी के आंसू झलक पड़ते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि आयुष्मान योजना का लाभ लेकर आज उनका आंगन खुशियों से भर गया। उन्होंने अन्य लोगों को भी आयुष्मान कार्ड योजना का लाभ उठाने का आग्रह किया।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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