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Broken Heart Syndrome: 'सैयारा' मूवी देख सिनेमा हाॅल में लोगों को आ रहा हार्ट अटैक! जानिए क्या है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम, जो बन रहा वजह...

Broken Heart Syndrome: 'सैयारा' मूवी देख सिनेमा हाॅल में लोगों को आ रहा हार्ट अटैक! जानिए क्या है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम, जो बन रहा वजह...

Broken Heart Syndrome: सैयारा मूवी देख सिनेमा हाॅल में लोगों को आ रहा हार्ट अटैक! जानिए क्या है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम, जो बन रहा वजह...
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By Divya Singh

Broken Heart Syndrome: पहले इंदौर और फिर देहरादून से ऐसी खबरें आ रही हैं कि सैयारा फिल्म देखते समय या देखने के बाद घर पहुंचने पर लोगों को हार्ट अटैक आ गया। बिना हार्ट प्रॉब्लम के अच्छे -खासे इंसान को ऐसे कैसे हार्ट अटैक आ जा रहा है? दरअसल इसके पीछे कारण है ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम। विशेषज्ञों के अनुसार अचानक आया असहनीय तनाव ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का कारण बनता है जिससे दिल की मांसपेशियाँ तेज़ी से कमज़ोर हो जाती हैं और बिल्कुल हार्ट अटैक की तरह के लक्षण दिखते हैं। हालांकि अच्छी बात यह है की ट्रीटमेंट के बाद ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के पेशेंट की जान बच जाती है और वे पूरी तरह ठीक भी हो जाते हैं। आइये विस्तार से जानते हैं इस समस्या के बारे में।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम क्या है?

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक अल्पकालिक स्थिति है जिसमें गहरा सदमा लगने से हृदय की कुछ मांसपेशियाँ तेज़ी से कमज़ोर हो जाती हैं और इंसान में हार्ट अटैक जैसे लक्षण दिखते हैं जैसे सीने में दर्द, घबराहट, साँस लेने में तकलीफ, बेहोशी आदि। ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम में हृदय की मांसपेशियां अस्थायी रूप से सुन्न हो जाती हैं। यह स्थिति तनावपूर्ण घटना(इस केस में फिल्म के दिल दुखाने वाले भावनात्मक दृश्य ) के बाद कुछ ही मिनटों से लेकर कुछ घंटों बाद तक दिखाई दे सकते हैं। ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम को ताकोत्सुबो कार्डियोमायोपैथी या स्ट्रैस कार्डियोमायोपैथी जैसे नामों से भी जाना जाता है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के लक्षण

  • सीने में तेज दर्द
  • साँस लेने में तकलीफ
  • दिल की धड़कन अनियमित या तेज होना
  • चक्कर आना
  • ब्लड प्रेशर का तेजी से डाउन होना
  • बेहोशी आदि

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का खतरा किन लोगों को ज्यादा है?

सैयारा जैसी भावनात्मक मूवी देखने के बाद जिस तरीके से लोग ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का शिकार हो रहे हैं, उसको देखकर कहा जा सकता है कि कमजोर दिल वालों को इस चीज का खतरा ज्यादा है। साथ ही वे लोग जो इस तरह के दौर से गुज़र चुके हैं, उनकी दुखदायी यादें ताज़ा हो जाने से भी उनको इस तरह का अटैक आ सकता है। क्लिनिकली बात करें तो मीनोपॉज़ के दौर से गुजर रही महिलाओं में ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम का खतरा ज्यादा है। या फिर अगर आप पहले से डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं और आपकी मानसिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि आप तीव्र भावनात्मक दृश्यों को झेल सकें। या अगर आपको नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं हैं आदि वजहें हो सकती हैं।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के संभावित कारण

  • तीव्र भावनात्मक पीड़ा
  • बाॅय फ्रैंड/गर्ल फ्रेंड से मिला धोखा या अलगाव
  • प्रियजन की मृत्यु
  • बड़ी रकम का नुकसान, लूट
  • करोड़ों की लाॅटरी लग जाना
  • एक्सीडेंट
  • यकायक गुस्सा भड़क जाना
  • भय आदि

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम, हार्ट अटैक से अलग कैसे है?

हालांकि ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम और हार्ट अटैक के लक्षण एक जैसे लगते हैं लेकिन दोनों में अंतर है। ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम के दौरान हार्ट को स्थाई क्षति नहीं होती। हार्ट में ब्लॉकेज भी नहीं होता। ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम एक अस्थाई क्षति है जिसे ट्रीटमेंट के बाद जल्दी ठीक किया जा सकता है।

ब्रोकन हार्ट सिंड्रोम की स्थिति में क्या करें

इस स्थिति में तुरंत एस्पिरिन जैसी दवा देकर मरीज को डाॅक्टर के पास ले जाएं।

Divya Singh

दिव्या सिंह। समाजशास्त्र में एमफिल करने के बाद दैनिक भास्कर पत्रकारिता अकादमी, भोपाल से पत्रकारिता की शिक्षा ग्रहण की। दैनिक भास्कर एवं जनसत्ता के साथ विभिन्न प्रकाशन संस्थानों में कार्य का अनुभव। देश के कई समाचार पत्रों में स्वतंत्र लेखन। कहानी और कविताएं लिखने का शौक है। विगत डेढ़ साल से NPG न्यूज में कार्यरत।

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