Bleach Ke Nuksan:क्या आप भी करवाती है ब्लीच, इन बातों को फिर न करें नजरअंदाज, जानिए क्यों?
Bleach Ke Nuksan:आजकल महिलाए ब्लीच करवाती हैं । जो कि उनके चेहरे के लिए नुकसानदायक है। जानते है चेहरे पर ब्लीच करवाने के नुकसान।
Bleach Ke Nuksan: चेहरे को सुंदर और खूबसूरत बनाने के लिए कई तरह के उपाय किये जाते हैं, इसमे एक है फेशियल और ब्लीच।फेशियल से पहले ब्लीच होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि चेहरे पर ब्लीच करवाने के क्या नुकसानहैं। ब्लीच में इस्तेमाल किये जाने वाले प्रोडक्ट में कई प्रकार के केमिकल डाले जाते हैं जो आपकी सेंसिटिव स्किन के लिए हार्मफुल हो सकते है।
ब्लीचिंग मुंहासे, गंदगी, कालेपन और चेहरे पर दिखने वाले अनचाहे बालों को छिपाने का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है। ब्लीच करने से चेहरे पर इंस्टेंट ग्लो आ जाता है । साथ ही डेड स्किन भी हट जाती है, जिसके बाद चेहरा दमकने लगता है। आजकल महिलाए लगभग हर महीने ब्लीच करवाती हैं । जो कि उनके चेहरे के लिए नुकसानदायक है। जानते है चेहरे पर ब्लीच करवाने के नुकसान।
क्या ब्लीच त्वचा के लिए अच्छा है?
ब्लीच के इस्तेमाल से चेहरे पर निखार आ जाता है। यह चेहरे पर मौजूद अनचाहे बालों को कलर करने का काम करती है। कई महिलाएं महीने में एक या फिर दो बार चेहरे पर ब्लीच जरूर अप्लाई करती हैं, ताकि उनका फेस नेचुरली ग्लो करता रहे। बता दें कि यह एक केमिकल युक्त प्रोडक्ट है, जिसके कई साइड इफेक्ट भी हैं।
ब्लीच कब नहीं करना चाहिए?
अपनी आंखों पर होंठों के आस-पास आदि सेंसिटिव एरियाज में ब्लीच लगाने से बचें। इससे स्किन इरिटेशन ज्यादा हो जाता है। ब्लीच सिर्फ फेस और गले के कॉमन एरिया में ही लगाना चाहिए। अगर आपको स्किन केयर करनी है तो ये ध्यान रखना होगा कि ब्लीच कम से कम 15 दिन के गैप में लगाएं।
फेशियल या ब्लीच कौन सा बेहतर है?
अगर आप त्वचा के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं तो फेशियल एक बेहतर विकल्प है । हालाँकि, यदि आप किसी ऐसे उपचार विकल्प की तलाश में हैं जो आपकी त्वचा को हल्का कर सके, काले धब्बे, मुँहासों आदि को थोड़ी तेजी से कम कर सके, तो ब्लीचिंग का विकल्प चुनें। यदि आप वैक्सिंग या शेविंग के इच्छुक नहीं हैं तो यह चेहरे के बालों को हल्का करने में भी मदद कर सकता है।
चेहरे पर ब्लीच के नुकसान
चेहरे पर ब्लीच करने से पहले अपनी स्किन टाइप जरूर जान लें। ब्लीच के साइड इफेक्ट निम्न होते है।
- ब्लीचिंग प्रोडक्ट में कई प्रकार के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो अपको चेहरे पर ब्लीच करवाने के नुकसान झेलने पड़ सकते है। इसलिए जरूरी है कि पहले आप अपने स्कीन के टाइप को जान लें । उसके बाद ही ब्लीच करवाएं। अगर ब्लीच लगाने के बाद स्किन पर जलन, खुजली, लाल धब्बे और सूजन आदि लक्षण दिखाई देते है तो यह आपकी स्किन पर एलर्जी कर कर रही है।
- ब्लीच में मरकरी का उपयोग किया जाता है जो हमारी स्किन के लिए हार्मफुल है। कई देशों में तो ब्यूटी प्रोडक्ट में मरकरी के उपयोग पर प्रतिबंध भी लगा चुका है। लेकिन कुछ देश ऐसे हैं जहां अभी भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है । जिसकी वजह से यह स्किन के अंदर जाकर जमने लगती है और फिर लिवर या किडनी फेल होने का कारण बन सकती है।
- कुछ कॉस्मेटिक ऐसे होते हैं जो आंखों पर बुरा असर डालते हैं। इसलिए हमेशा प्रोडक्ट को लगाते समय विशेषकर ध्यान दिया जाता है कि आंखों के आस पास की जगह को छोड़ दिया जाए। वहीं ब्लीचिंग प्रोडक्ट को खुशबूदार बनाने के लिए इसमें तीव्र गंध वाले केमिकल का प्रयोग किया जाता है। इससे ब्लीच की कसैली महक तो चली जाती है लेकिन जब इसे फेस पर लगाते समय एक धुंआ सा निकलता जो सीधा आपकी आँखों में जाता है। इससे आपकी आँखों में जलन होने लगती है और आँखे लाल हो जाती है।
ये भी है जरूरी बातें
ब्लीच में अमोनिया जैसे रासायनिक तत्व होते हैं इसलिए 3 सप्ताह या महीने में एक बार से अधिक इस्तेमान नहीं करन चाहिए ।
ब्लीच को चहरे पर लंबे समय तक न लगा रहने दें, त्वचा परो चकत्ते पड़ सकते हैं।
ब्लीच करने से पहले दिये गये दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए ।
सेंसिटिव स्किन वाले लोग ब्लीच से बचें।- अगर आप चेहरे पर ब्लीच इस्तेमाल करती हैं तो पहले अपनी स्किन टाइप को समझे। ब्लीच के साइड इफेक्ट से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहती हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है