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Balgam Ko Kaise Nikale: छाती में जमा बलगम निकालने के 3 असरदार देसी नुस्खे, खांसी और खराश में मिलेगा चुटकियों में आराम

Balgam Ko Kaise Nikale: सर्दियों में खांसी, गले की खराश और छाती में जमा बलगम से राहत चाहते हैं? अदरक-तुलसी का काढ़ा, हल्दी-काली मिर्च और भाप लेना जानिए तीन असरदार घरेलू नुस्खे जो देंगे तुरंत आराम।

Balgam Ko Kaise Nikale: छाती में जमा बलगम निकालने के 3 असरदार देसी नुस्खे, खांसी और खराश में मिलेगा चुटकियों में आराम
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By Ragib Asim

Balgam Ko Kaise Nikale: सर्दियों की शुरुआत के साथ ही खांसी-जुकाम, बुखार और गले में बलगम की समस्या आम हो जाती है। खासकर दिल्ली-NCR जैसे प्रदूषित इलाकों में स्मॉग और ठंडी हवा के कारण छाती में बलगम जमना और सांस लेने में तकलीफ होना बेहद सामान्य है।

कई लोग कफ सिरप या दवा का सहारा लेते हैं, लेकिन राहत कुछ समय के लिए ही मिलती है। ऐसे में कुछ आसान और प्राकृतिक देसी नुस्खे (home remedies) आपकी मदद कर सकते हैं।
1. अदरक-तुलसी का काढ़ा (Ginger-Tulsi Kadha)
सर्दियों में जमे हुए बलगम को पिघलाने के लिए यह सबसे असरदार नुस्खा माना जाता है।
कैसे बनाएं:
एक पैन में 1½ कप पानी उबालें।
उसमें 5–6 तुलसी की पत्तियां और थोड़ा कद्दूकस किया हुआ अदरक डालें।
5 मिनट उबालने के बाद इसे छान लें और थोड़ा शहद मिलाकर पी लें।
फायदा:
अदरक कफ को ढीला करता है, तुलसी इम्यूनिटी बढ़ाती है और शहद गले की खराश को शांत करता है।
अगर बलगम ज्यादा परेशान कर रहा है, तो दिन में दो बार इसका सेवन करें।
2. हल्दी और काली मिर्च (Turmeric and Black Pepper)
हल्दी और काली मिर्च दोनों में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ये गले की सूजन को कम करते हैं और बलगम को तेजी से पिघलाते हैं।
कैसे इस्तेमाल करें:
एक चुटकी हल्दी और काली मिर्च को एक चम्मच शहद में मिलाकर खाएं।
इसे सुबह और रात दोनों समय लिया जा सकता है।
फायदा:
यह नुस्खा शरीर से जमा बलगम को बाहर निकालता है और गले में जमा म्यूकस को साफ करता है।
3. भाप लें (Steam Inhalation)
छाती और गले में जमे बलगम को निकालने का सबसे आसान और तेज़ तरीका है भाप लेना।
कैसे करें:
गर्म पानी के बर्तन से उठती भाप को गहरी सांस लेकर अंदर लें।
ज्यादा असर के लिए पानी में अजवाइन या पुदीने का तेल मिलाया जा सकता है।
फायदा:
भाप लेने से बलगम पिघलता है और गले व नाक के रास्ते से आसानी से बाहर निकल जाता है। यह तरीका बच्चों और बुजुर्गों दोनों के लिए कारगर है।
क्यों अपनाएं ये देसी नुस्खे
इन प्राकृतिक उपायों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये साइड इफेक्ट्स से मुक्त होते हैं और घर पर ही आसानी से अपनाए जा सकते हैं। अगर लक्षण लंबे समय तक बने रहें या सांस लेने में तकलीफ बढ़े, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना ज़रूरी है।
(Disclaimer)
यह जानकारी सामान्य जागरूकता के मक़सद से दी गई है। यह किसी चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

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