आयुष्मान का 1500 करोड़ बकाया भुगतान के लिए अस्पताल संचालक गांधीवादी अंदाज में उपवास और धरना करेंगे, डॉ0 राकेश गुप्ता ने कहा...
आयुष्मान योजना की राशि के लिए अस्पताल संचालक अब गोलबंद होने लगे हैं। आईएमए की सामान्य सभा की आज एक आपात मीटिंग हुई, जिसमें कई मांगे मुखर हुई। पेमेंट न होने पर अस्पताल संचालक धरना देंगे तथा उपवास करेंगे। आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को अस्पताल संचालकों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करनी चाहिए। क्योंकि, पैसे के अभाव में अस्पताल संचालकों की हालत खास्ता होती जा रही है।
रायपुर। आयुष्मान योजना का 1500 करोड़ बकाया न मिलने से नाराज अस्पताल संचालक अब इस योजना को स्थगित करने पर विचार कर रहे हैं। आज आईएमए रायपुर शाखा की सामान्य सभा की एक आपात बैठक में आयुष्मान योजना से अस्पतालों को पेमेंट न होने पर चिंता जाहिर की गई। आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ0 राकेश गुप्ता ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को पेमेंट करने के लिए गंभीरता से विचार करना चाहिए। क्योंकि पैसे न मिलने से अस्तपाल संचालकों की अस्पताल चलाना मुश्किल हो रहा है।
आईएमए ने स्वास्थ्य मंत्री से तुरंत भुगतान करने की मांग करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ राज्य मे सभी शासकीय और निजी अस्पतालों का आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना अंतर्गत करीब 1500 करोड़ का भुगतान विगत कई महीनों से लंबित है। इस भुगतान के निराकरण हेतु आपको समय प्रति समय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रायपुर द्वारा निवेदन किया जाता रहा है। लेकिन इस विषय पर कोई निर्णायक और ठोस हल का अभाव दिख रहा है।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, रायपुर शाखा के सदस्यों की सामान्य सभा मीटिंग मे सदस्यों ने अपनी चिंता जाहिर करके लंबे समय तक भुगतान न होने के कारण आयुष्मान योजना को स्थगित करने हेतु मंशा व्यक्त की है।
आईएमए के प्रेसिडेंट डॉ. राकेश गुप्ता की अध्यक्षता में हुई आपात सामान्य सभा मे निम्न बिन्दु पर सहमति व्यक्त की गई हैः
1. सभी अस्पतालों का पिछले 5 माह का भुगतान बाकी है। नियत समय पर भुगतान हेतु ठोस कार्य नीति बनाई जाए।
2. जुलाई 2024 के बाद 1 प्रतिशत ब्याज सहित लंबित भुगतान का निराकरण किया जाए ।
3. आयुष्मान पैकेज का पुनर्निर्धारण किया जाए, जो की पिछले 10 वर्षों से लंबित है। आयुष्मान योजना 2022 पैकेज को बीजू स्वास्थ्य कल्याण योजना के समकक्ष लागू किया जाए
अतएव अस्पताल संचालकों की समस्या को देखते हुए भुगतान की पारदर्शी प्रणाली विकसित किए जाने की आवश्यकता है। सदस्यों ने यह भी निर्णय लिया है की बकाया राशि का भुगतान ना होने पर अस्पताल संचालक उपवास सहित धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।