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Akele Sone Ke Fayde aur Nuksan: क्या रात को अकेले सोना अच्छा है? जानिए क्या कहते हैं साइंस और एक्सपर्ट्स | Health Explainer Hindi

Akele Sone Ke Fayde aur Nuksan: क्या रात को अकेले सोना सेहत के लिए अच्छा है या बुरा? रिसर्च और साइकोलॉजिस्ट्स बताते हैं कि अकेले सोना किन लोगों के लिए फायदेमंद और कब नुकसानदायक हो सकता है।

Akele Sone Ke Fayde aur Nuksan: क्या रात को अकेले सोना अच्छा है जानिए क्या कहते हैं साइंस और एक्सपर्ट्स  Health Explainer Hindi
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By Ragib Asim

Akele Sone Ke Fayde aur Nuksan:: क्या आप रात को अकेले सोते हैं और कभी-कभी डर या बेचैनी महसूस करते हैं? या फिर आपको लगता है कि बिना किसी के साथ सोना ज़्यादा आरामदायक है? रिसर्च और एक्सपर्ट्स के मुताबिक अकेले सोना कुछ लोगों के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है लेकिन हर किसी के लिए नहीं। आइए समझते हैं कि अकेले सोने से शरीर और दिमाग पर क्या असर पड़ता है?

क्या अकेले सोना बुरा है?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अकेले सोना हर व्यक्ति के लिए अलग असर डालता है। अगर आप दिनभर थकते हैं, हल्की नींद में बार-बार जागते हैं या तनाव में रहते हैं, तो अकेले सोना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन अगर आप डिप्रेशन या अकेलेपन से जूझ रहे हैं तो यह आपकी मानसिक स्थिति को और खराब कर सकता है।
साइकोलॉजिस्ट्स कहते हैं कि नींद की क्वॉलिटी इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप किसके साथ और कैसे सोते हैं। अगर किसी के खर्राटे या करवटों से आपकी नींद टूटती है तो अकेले सोना बेहतर विकल्प है।
अकेले सोने के फायदे
बेहतर नींद की क्वॉलिटी: अकेले सोने पर आपको अपनी जगह और करवट पर पूरा नियंत्रण मिलता है। कोई आपकी नींद नहीं तोड़ता, जिससे आपको गहरी REM नींद मिलती है।
मेंटल शांति और फोकस: जब आप अकेले सोते हैं, तो दिमाग रिलैक्स रहता है। सुबह उठने पर फ्रेशनेस और एकाग्रता बढ़ती है।
शरीर का तापमान संतुलित रहता है: दूसरों के साथ सोने से बॉडी हीट बढ़ जाती है, जिससे बेचैनी होती है। अकेले सोने पर नींद का थर्मल बैलेंस बेहतर रहता है।
नींद का टाइम कंट्रोल में रहता है: किसी और की रूटीन से एडजस्ट नहीं करना पड़ता, जिससे आपका बायोलॉजिकल क्लॉक स्थिर रहता है।
सेहत पर सकारात्मक असर: नियमित नींद से हार्ट हेल्थ, डाइजेशन और स्किन क्वालिटी में सुधार आता है।
अकेले सोने के नुकसान
इमोशनल खालीपन: लंबे समय तक अकेले सोने से अकेलापन और चिंता बढ़ सकती है।
सुरक्षा की कमी: कुछ लोगों को रात में अकेले रहने से डर या असुरक्षा महसूस होती है।
रिश्तों पर असर: कपल्स के लिए लगातार अलग-अलग सोना रिश्तों में दूरी ला सकता है।
अकेलेपन से जुड़ी बीमारियाँ
अकेलापन लंबे समय तक बना रहे तो यह मानसिक और शारीरिक बीमारियों की वजह बन सकता है जैसे डिप्रेशन, चिंता, हाई ब्लड प्रेशर या हृदय रोग। शोध बताते हैं कि लगातार अकेलापन आत्मविश्वास और सामाजिक जुड़ाव को भी कमजोर करता है।
अकेले सोना हर किसी के लिए एक जैसा नहीं होता। अगर आप मानसिक रूप से शांत हैं और नींद में रुकावट पसंद नहीं करते तो अकेले सोना फायदेमंद है। लेकिन अगर आप पहले से तनाव या डिप्रेशन में हैं तो किसी करीबी की मौजूदगी आपको बेहतर महसूस करा सकती है।
Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। यह किसी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य-संबंधी निर्णय से पहले अपने डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।

Ragib Asim

रागिब असीम – समाचार संपादक, NPG News रागिब असीम एक ऐसे पत्रकार हैं जिनके लिए खबर सिर्फ़ सूचना नहीं, ज़िम्मेदारी है। 2013 से वे सक्रिय पत्रकारिता में हैं और आज NPG News में समाचार संपादक (News Editor) के रूप में डिजिटल न्यूज़रूम और SEO-आधारित पत्रकारिता का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने करियर की शुरुआत हिन्दुस्तान अख़बार से की, जहाँ उन्होंने ज़मीन से जुड़ी रिपोर्टिंग के मायने समझे। राजनीति, समाज, अपराध और भूराजनीति (Geopolitics) जैसे विषयों पर उनकी पकड़ गहरी है। रागिब ने जामिया मिलिया इस्लामिया से पत्रकारिता और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है।

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